ETV Bharat / state

लखनऊ विश्वविद्यालय की ऐतिहासिक टैगोर लाइब्रेरी में ABVP कार्यकर्ताओं ने जड़े ताले, जानें वजह - Tagore Library Lucknow University

लखनऊ विश्वविद्यालय की ऐतिहासिक टैगोर लाइब्रेरी (Tagore Library Lucknow University) में कई महीनों से बुनियादी जरूरतों को अभाव है. इसको लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े छात्र लगातार कर शिकायत रहे थे. इसके बाद भी समाधान न होने पर शनिवार को छात्रों ने लाइब्रेरी में तालाबंदी कर विरोध जताया.

प्रदर्शनकारी छात्रों के बीच पहुंचे लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रशासनिक अधिकारी.
प्रदर्शनकारी छात्रों के बीच पहुंचे लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रशासनिक अधिकारी. (Photo Credit: ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Aug 10, 2024, 9:13 PM IST

लखनऊ : लखनऊ विश्वविद्यालय की टैगोर लाइब्रेरी में छात्रों को हो रही समस्याओं को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) की विश्वविद्यालय इकाई ने शनिवार को पैदल मार्च निकाल कर लाइब्रेरी में तालाबंदी कर दी. एक दिन पहले एबीवीपी लखनऊ विश्वविद्यालय इकाई मंत्री जतिन शुक्ला ने ट्विटर के माध्यम से वीडियो जारी किया गया था. इसमें हल्की बारिश के बाद लाइब्रेरी की छत टपकने और कई छात्रों के बैग जमीन पर रखवाने की बात थी. इसको लेकर एबीवीपी की विश्वविद्यालय इकाई ने एलयू प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. लाइब्रेरी में तालाबंदी की सूचना मिलने बाद विश्वविद्यालय का पूरा प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचा. इस दौरान एबीवीपी के छात्र नेताओं और विश्वविद्यालय के अधिकारियों के बीच तीखी नोंक झोंक भी हुई.

लखनऊ विश्वविद्यालय में धरने पर बैठे छात्र.
लखनऊ विश्वविद्यालय में धरने पर बैठे छात्र. (Photo Credit: ETV Bharat)
एबीवीपी के इकाई मंत्री जतिन शुक्ला ने 10 बिंदु प्रशासन तथा छात्रों के सामने रखे हैं. इसमें प्रमुख रूप से लाइब्रेरी में तेज इंटरनेट, बैग रखने के लिए लॉकर, पीने के लिए साफ और फिल्टर्ड पानी तथा साफ शौचालय के साथ छात्रों को किताबें प्रदान करने में समस्या जैसे कई मुद्दे उठाए गए हैं. मांगों को लेकर विश्वविद्यालय के अधिकारियों और एवीबीपी के छात्र नेताओं के बीच काफी लंबी बहस के बाद प्रशासन ने 10 में से 8 मुद्दों पर सहमति जताई है. इसके अलावा दो मुद्दों लाइब्रेरी की टाइमिंग बढ़ाने, टैगोर पुस्तकालय में निजी किताबें और लैपटॉप ले जाने की अनुमति पर सकारात्मक रवैया दिखाते हुए समय मांगा है. एवीबीपी के प्रांत सह मंत्री राजाराम कुशवाहा ने कहा कि लाइब्रेरी विश्वविद्यालय का हृदय है. साथ कोई भी लापरवाही तथा छात्रों के साथ असुविधा को विद्यार्थी परिषद कतई बर्दाश्त नहीं करेगा.
लखनऊ विश्वविद्यालय में ज्ञापन दिखाते छात्र.
लखनऊ विश्वविद्यालय में ज्ञापन दिखाते छात्र. (Photo Credit: ETV Bharat)


पांच साल पहले हुआ था लाइब्रेरी का विस्तार : करीब 5 साल पहले 2019 में 2 करोड़ से अधिक की लागत से बनी साइबर लाइब्रेरी हल्की बारिश भी झेल नहीं पाई और इसकी छत और टैगोर लाइब्रेरी से मिले जोड़ से पानी झरने जैसा बह रहा है. इसकी वजह से शुक्रवार को विश्वविद्यालय के दर्जनों छात्रों के बैग और जरूरी सामान भीग गए थे. छात्रों का सामान रखने की कोई व्यवस्था नहीं है‚ फट्टियां बिछाकर बैग रखे जा रहे हैं. करीब पांच साल पहले तत्कालीन वीसी एसपी सिंह के समय में टैगोर लाइब्रेरी से सटाकर साइबर लाइब्रेरी का निर्माण कराया गया था‚ दोनों लाइब्रेरी को जोड़कर नक्शा भी बनाया गया था.

यह भी पढ़ें : 3 साल में सिर्फ 6000 छात्रों को मिला एलयू की साइबर लाइब्रेरी का फायदा

यह भी पढ़ें : नेचर इंडेक्स रैंकिंग में लखनऊ यूनिवर्सिटी को पीछे छोड़, गोरखपुर विश्वविद्यालय बना नंबर वन - Gorakhpur University

लखनऊ : लखनऊ विश्वविद्यालय की टैगोर लाइब्रेरी में छात्रों को हो रही समस्याओं को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) की विश्वविद्यालय इकाई ने शनिवार को पैदल मार्च निकाल कर लाइब्रेरी में तालाबंदी कर दी. एक दिन पहले एबीवीपी लखनऊ विश्वविद्यालय इकाई मंत्री जतिन शुक्ला ने ट्विटर के माध्यम से वीडियो जारी किया गया था. इसमें हल्की बारिश के बाद लाइब्रेरी की छत टपकने और कई छात्रों के बैग जमीन पर रखवाने की बात थी. इसको लेकर एबीवीपी की विश्वविद्यालय इकाई ने एलयू प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. लाइब्रेरी में तालाबंदी की सूचना मिलने बाद विश्वविद्यालय का पूरा प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचा. इस दौरान एबीवीपी के छात्र नेताओं और विश्वविद्यालय के अधिकारियों के बीच तीखी नोंक झोंक भी हुई.

लखनऊ विश्वविद्यालय में धरने पर बैठे छात्र.
लखनऊ विश्वविद्यालय में धरने पर बैठे छात्र. (Photo Credit: ETV Bharat)
एबीवीपी के इकाई मंत्री जतिन शुक्ला ने 10 बिंदु प्रशासन तथा छात्रों के सामने रखे हैं. इसमें प्रमुख रूप से लाइब्रेरी में तेज इंटरनेट, बैग रखने के लिए लॉकर, पीने के लिए साफ और फिल्टर्ड पानी तथा साफ शौचालय के साथ छात्रों को किताबें प्रदान करने में समस्या जैसे कई मुद्दे उठाए गए हैं. मांगों को लेकर विश्वविद्यालय के अधिकारियों और एवीबीपी के छात्र नेताओं के बीच काफी लंबी बहस के बाद प्रशासन ने 10 में से 8 मुद्दों पर सहमति जताई है. इसके अलावा दो मुद्दों लाइब्रेरी की टाइमिंग बढ़ाने, टैगोर पुस्तकालय में निजी किताबें और लैपटॉप ले जाने की अनुमति पर सकारात्मक रवैया दिखाते हुए समय मांगा है. एवीबीपी के प्रांत सह मंत्री राजाराम कुशवाहा ने कहा कि लाइब्रेरी विश्वविद्यालय का हृदय है. साथ कोई भी लापरवाही तथा छात्रों के साथ असुविधा को विद्यार्थी परिषद कतई बर्दाश्त नहीं करेगा.
लखनऊ विश्वविद्यालय में ज्ञापन दिखाते छात्र.
लखनऊ विश्वविद्यालय में ज्ञापन दिखाते छात्र. (Photo Credit: ETV Bharat)


पांच साल पहले हुआ था लाइब्रेरी का विस्तार : करीब 5 साल पहले 2019 में 2 करोड़ से अधिक की लागत से बनी साइबर लाइब्रेरी हल्की बारिश भी झेल नहीं पाई और इसकी छत और टैगोर लाइब्रेरी से मिले जोड़ से पानी झरने जैसा बह रहा है. इसकी वजह से शुक्रवार को विश्वविद्यालय के दर्जनों छात्रों के बैग और जरूरी सामान भीग गए थे. छात्रों का सामान रखने की कोई व्यवस्था नहीं है‚ फट्टियां बिछाकर बैग रखे जा रहे हैं. करीब पांच साल पहले तत्कालीन वीसी एसपी सिंह के समय में टैगोर लाइब्रेरी से सटाकर साइबर लाइब्रेरी का निर्माण कराया गया था‚ दोनों लाइब्रेरी को जोड़कर नक्शा भी बनाया गया था.

यह भी पढ़ें : 3 साल में सिर्फ 6000 छात्रों को मिला एलयू की साइबर लाइब्रेरी का फायदा

यह भी पढ़ें : नेचर इंडेक्स रैंकिंग में लखनऊ यूनिवर्सिटी को पीछे छोड़, गोरखपुर विश्वविद्यालय बना नंबर वन - Gorakhpur University

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.