लखनऊ : चारबाग रेलवे स्टेशन पर गुरुवार को बड़ी संख्या में कुलियों ने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया. कुलियों के प्रदर्शन के चलते प्लेटफार्म से लेकर ट्रेनों तक सामान पहुंचाने में यात्रियों को बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. कुलियों ने रेलवे की नौकरी में समायोजित करने, ट्राॅली प्रथा को बंद करने और बैटरी रिक्शा से सामान ढोने पर रोक लगाने की डिमांड की. यूनियन ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगों को नजरअंदाज किया गया तो दिल्ली में हड़ताल की जाएगी.
अखिल भारतीय कुली यूनियन के बैनर तले उत्तर प्रदेश के सभी 75 जिलों और देशभर से कुलियों के नेता राजधानी लखनऊ में जमा हुए. प्रदर्शन में कुली यूनियन के नेता फतेह मोहम्मद ने बताया कि देशभर से 400 कुली प्रतिनिधि प्रदर्शन में शामिल हुए और उन्होंने अपनी मांगों को सामने रखा है. मांग पत्र में बुजुर्ग कुलियों को पेंशन दिए जाने, दुर्घटना बीमा का लाभ दिए जाने की मांग मुख्य रूप से रखी गई है. साथ ही प्रयागराज में कुलियों के खिलाफ जो मुकदमे लगाए गए हैं उन्हें भी वापस लेने की मांग की गई है.
फतेह मोहम्मद ने बताया कि रेलवे में लगे एस्केलेटर, लिफ्ट और ई-रिक्शा के कारण कुलियों का रोजगार खत्म होता जा रहा है. उन्होंने शिकायत की है कि स्टेशन प्रबंधकों ने कहा था कि ई रिक्शा का इस्तेमाल दिव्यांग, बीमार और बुजुर्गों के लिए होगा. अब यात्रियों का सामान ढोने के लिए भी इसका प्रयोग हो रहा है. जिससे कुलियों की इनकम पूरी तरह प्रभावित हो गई है. कमाई इतनी कम है कि कुलियों के बच्चों की पढ़ाई लिखाई भी होना मुश्किल है.
मुंबई से प्रदर्शन में पहुंचे कुली नेता लालजी यादव अपनी समस्या बताते बताते हुए रो पड़े. लालजी ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा कोई कुछ कर नहीं सकता है. मोदी और अमित शाह हमारे कुलियों के भगवान हैं. हमें या तो नौकरी दे दें या हाथ में कटोरा पकड़ा दें. सबका साथ सबका विकास जो कर रहे हो तो हमारे साथ भी करो. हम कुलियों को अब रेलवे में नौकरी देनी ही होगी.
कुली नेता राम सुरेश यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कुलियों की समस्याओं पर ध्यान देने की अपील की है. उन्होंने कहा कि देशभर में 20 हजार 765 कुली हैं और सभी के सामने इन दिनों महंगाई के चलते आर्थिक संकट कायम हो गया है. स्टेशनों पर अब कुलियों के लिए काम ही नहीं बचा है. ऐसे में उन्हें नौकरी मिलनी चाहिए. बैठक में निर्णय लिया गया कि अगर सरकार ने उनकी डिमांड नहीं मानी तो 10 नवंबर से दिल्ली में प्रदर्शन किया जाएगा.
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