लखनऊ: सुशांत गोल्फ सिटी पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. कंप्यूटर एक्सपर्ट का अपहरण करने वाले साइबर ठगों को पुलिस ने सुशांत गोल्फ सिटी स्थित सेक्टर न्यू A4 के पास फ्लैट से गिरफ्तार कर लिया. वहीं दोनों अपह्रत लोगों को सकुशल बरामद कर लिया गया. गिरफ्तार शातिर अभियुक्तों ने महादेव गेमिंग एप के माध्यम से साइबर ठगी करने के लिए कंप्यूटर एक्सपर्ट का अपहरण किया था. पकड़े गए सभी अभियुक्त छत्तीसगढ़ के रहने वाले हैं.
कंप्यूटर ऑपरेटर की नौकरी के बहाने बुलाया लखनऊ: एसीपी गोसाईगंज किरण यादव ने बताया कि अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छूटे अंकित तथा अनीश कुमार सिंह ने बताया कि प्रयागराज निवासी अविनाश मिश्रा ने उन्हें लखनऊ में कंप्यूटर का काम करने के लिए प्रयागराज बुलाया था. जब यह लोग प्रयागराज पहुंचे, तो एक थार गाड़ी से चार व्यक्ति कंप्यूटर का काम दिलाने के बहाने जबरदस्ती गाड़ी में बिठाकर अपहरण कर लखनऊ ले आए. थाना क्षेत्र सुशांत गोल्फ सिटी के लोटस पब्लिक स्कूल के पास सेक्टर न्यू A4 के पास किसी फ्लैट में जहां पर 8 लोग पहले से मौजूद थे के सुपुर्द करके वहां से चले गए.
ऑनलाइन ठगी न करने पर निर्वस्त्र करके कई बार पीटा: अंकित तथा अनीश ने बताया कि आठ लोगों ने उन्हें डरा धमकाकर एक कमरे में बंद कर दिया. वह इन दोनों से साइबर ठगी कराना चाहते थे. अंकित ने बताया कि ठगी का काम करने से मना करने पर उन्हें सभी लोग मिलकर निर्वस्त्र कर डंडो तथा बेल्ट से पीटते थे. किसी तरह उन्होंने अपने परिजनों को जानकारी और लोकेशन भेजी.
पीड़ित के चचेरे भाई ने दर्ज कराई थी प्रथम सूचना रिपोर्ट: 2 सितंबर को पवन कुमार पटेल ने थाना सुशांत गोल्फ सिटी में उनके चचेरे भाई अंकित पटेल तथा उसके दोस्त अनीश कुमार सिंह जोकि छत्तीसगढ़ के रहने वाले हैं का अपहरण होने की प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराई थी. एसीपी गोसाईगंज किरण यादव ने बताया कि अभिक्तों ने बताया कि यह लोग ऑनलाइन महादेव गेमिंग एप के माध्यम से लोगों का पैसा लगवा कर कमाई करते हैं.
इस ऐप का यूजर आईडी पासवर्ड देने के लिए अंकित कुमार पटेल और अनीश कुमार सिंह को इन लोगों से 3 लाख रुपये दिया था आईडी पासवर्ड मांगे जाने पर अंकित और अनीश ने मना किया था. इन्हें किसी तरह प्रयागराज बुलाकर इनका अपहरण कर लखनऊ लाया गया. इनके लॉगिन आईडी और पासवर्ड न देने के कारण हमने इन्हें कमरे में बंद कर दिया.
महादेव गेम ऐप के माध्यम से करते थे ठगी: अभियुक्तों ने बताया कि उनकी आय का जरिया महादेव गेमिंग एप ही है. इन्होंने कई बार इस ऐप के जरिए कमाई की है. इसमें बैंक खाता खरीदने हैं, जिसमें बचत खाते से 25 से 30 हजार में और करंट अकाउंट 40 से 45 हजार रुपये में लेते हैं. कुछ बैंक खाता यह लोग खुद अलग-अलग आईडी पर खुलवाते हैं और पैसों का लेन देन अलग-अलग खातों में करते हैं.
उनके द्वारा यह ऐप व्हाट्सएप और टेलीग्राम के लिंक द्वारा लोगों को भेजा जाता है तथा लोगों से टास्क के नाम पर पैसा जमा करते हैं तथा ज्यादा से ज्यादा फायदा पहुंचाने के नाम पर ठगी करके रुपए अकाउंट में जमा कराकर फिर उसे पैसा को अन्य अकाउंट में ट्रांसफर करा कर निकाल लेते हैं. पुलिस द्वारा शिकायत करने पर अगर अकाउंट को फ्रीज कर दिया जाता है, तो उन खातों का प्रयोग इनके द्वारा नहीं किया जाता तथा कुछ दिनों बाद लैपटॉप मोबाइल व सिम कार्ड को नष्ट कर देते हैं तथा अपना स्थान भी बदल देते हैं.