ETV Bharat / state

लखनऊ नगर निगम में 28 अरब 64 करोड़ का बजट पास, शहर में ये होंगे विकास कार्य

लखनऊ नगर निगम (Lucknow Municipal Corporation) में 28 अरब 64 करोड़ का बजट (28 billion 64 crores budget) पास हुआ है. महापौर सुषमा खर्कवाल की अध्यक्षता में कार्यकारिणी की बैठक में इस बजट को स्वीकृति मिली है.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 23, 2024, 10:53 PM IST


लखनऊ: नगर निगम कार्यकारिणी ने मंगलवार को आगामी नए वित्तीय वर्ष के लिए 28 अरब 64 करोड़ 68 लाख का बजट पास किया है. महापौर सुषमा खर्कवाल की अध्यक्षता में पास किए गए बजट में शहर की नालों की सफाई, मार्ग प्रकाश, गौशाला के निर्माण पर जोर रहेगा. वहीं, 240 करोड़ में सड़कों के निर्माण और मरम्मत पर खर्च की व्यवस्था की गई है. इसके साथ ही बजट में औद्योगिक क्षेत्रों में विकास कार्य के साथ ही टैक्स वसूलने की व्यवस्था की गई है. पटरी दुकानदारों को व्यवस्थित करने के लिए बजट में छह करोड़ की व्यवस्था की गई है. कार्यकारिणी ने फैसला किया है कि कल्याण मण्डपों में छोटे कार्यक्रम, बैठक की भी अनुमति दी जाएगी. कार्यकारिणी ने आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए कोई नया कर नहीं लगाया है.


नगर निगम के बाबू राजकुमार हाल में महापौर सुषमा खर्कवाल की अध्यक्षता में कार्यकारिणी की बैठक में कुल आय-व्यय के 2865 करोड़ के प्रस्तावित बजट पर मैराथन चर्चा हुई. विचार-विमर्श के बाद आंशिक संशोधन के बाद बजट को पास कर दिया गया. इस बार का बजट पिछली बार की तुलना में करीब आठ अरब की वृद्धि के साथ 28 अरब 65 करोड़ रुपये को स्वीकृति दी गई है. इससे पहले चालू वित्तीय वर्ष के पुनरीक्षित बजट को पास किया गया था.

हाउस टैक्स नहीं बढ़ाः वित्तीय वर्ष 2023-2024 का मूल बजट नगर निगम प्रशासक की ओर से पास किया गया था. महापौर सुषमा खर्कवाल ने बताया कि आगामी चुनाव के लिए आचार संहिता लगने की संभावनों को देखते हुए नगर निगम का बजट पास किया गया है. बताया कि नए बजट में शहरवासियों पर नए कर या गृहकर दर में वृद्धि नहीं की गई है.

इसे भी पढ़े- वाॅटर व सीवर टैक्स जमा न करने पर आइनॉक्स सहित कई प्रतिष्ठानों के कनेक्शन काटने पर हंगामा

हाउस टैक्स से 621 करोड़ आय का लक्ष्यः नगर निगम ने गृहकर से 621 करोड़ आय का लक्ष्य रखा है. बीते वर्ष इस मद में 556 करोड़ का प्राविधान किया गया था. लेकिन, लक्ष्य के मुताबिक दिसंबर तक 240 करोड़ की ही वसूली हो सकी है. इसके अलावा विज्ञापन शुल्क से 15 करोड़, प्रेक्षागृहों से डेढ़ करोड़, कुत्तों से कर के मद में 50 लाख की आय का प्राविधान किया गया है. पार्किंग से 17 करोड़, यूजर चार्ज से 75 करोड़, रोड कटिंग से आठ करोड़, कॉलोनियों के हैण्डओवर से 30 करोड़ और टेण्डर फार्म और जन्म, मृत्यु प्रमाण आदि से 35 करोड़ आय का लक्ष्य है.

इसके अलावा 15वें वित्त आयोग से 300 करोड़, समग्र विकास निधि, नगरीय सड़क योजना और अन्तेष्ठि स्थल के सुंदरीकरण से 150 करोड़ रुपये शासन से मिलने की उम्मीद बजट में की गई है. नगर निगम शहर की सफाई पर आगामी वित्तीय वर्ष में 270 करोड़ रुपये खर्च करेगा. शहर की सफाई व्यवस्था का काम नई एजेंसी को दिए जाने से कार्यदायी संस्थाओं के बजट को घटा दिया गया है. अब बजट में 50 लाख की व्यवस्था की गई है, जबकि चालू वित्तीय के पुनरीक्षित बजट में 165 करोड़ रुपये रखा गया था.

यहां बढ़ाया गया है बजट: भूमि संपत्तियों के सर्वे और बांउड्रीवाल निर्माण के लिए बजट में बीते साल पांच करोड़ रुपये रखे गए थे. इसे इस बार दस करोड़ कर दिया गया है. ठेकेदारों का पुराना बकाया चुकाने के लिए पिछले बजट में 350 करोड़ का प्रावधान किया गया था. इसे नए बजट में 425 करोड़ कर दिया गया है.

दो बार साफ होेंगे नाले, बजट 8 करोड़: नालों की सफाई वर्ष में दो बार होगी. नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह ने बताया मई और नवंबर माह में सफाई कराई जाएगी. इस काम के लिए 8 करोड़ रुपये का बजट पास किया गया है. पुनरीक्षित में यह पांच करोड़ था.

लखनऊ नगर निगम.
लखनऊ नगर निगम.



कहां से होगी कितनी आय
गृहकर से - 621 करोड़
औद्योगिक क्षेत्रों से गृहकर - 10 करोड़
अहाना एन्क्लेव(फ्लैट की बिक्री) से - 175 करोड़
यूजर चार्ज से - 75 करोड़
सी एस आर फंड से - 20 करोड़
सीएम ग्रिड योजना - 200 करोड़
पार्किंग ठेके से -17 करोड़
विज्ञापन शुल्क से -15 करोड़

यह भी पढ़े-आगरा नगर निगम पेश करेगा 1059 करोड़ का पुनरीक्षित बजट, इन दो बैठकों पर होगी सबकी नजर


लखनऊ: नगर निगम कार्यकारिणी ने मंगलवार को आगामी नए वित्तीय वर्ष के लिए 28 अरब 64 करोड़ 68 लाख का बजट पास किया है. महापौर सुषमा खर्कवाल की अध्यक्षता में पास किए गए बजट में शहर की नालों की सफाई, मार्ग प्रकाश, गौशाला के निर्माण पर जोर रहेगा. वहीं, 240 करोड़ में सड़कों के निर्माण और मरम्मत पर खर्च की व्यवस्था की गई है. इसके साथ ही बजट में औद्योगिक क्षेत्रों में विकास कार्य के साथ ही टैक्स वसूलने की व्यवस्था की गई है. पटरी दुकानदारों को व्यवस्थित करने के लिए बजट में छह करोड़ की व्यवस्था की गई है. कार्यकारिणी ने फैसला किया है कि कल्याण मण्डपों में छोटे कार्यक्रम, बैठक की भी अनुमति दी जाएगी. कार्यकारिणी ने आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए कोई नया कर नहीं लगाया है.


नगर निगम के बाबू राजकुमार हाल में महापौर सुषमा खर्कवाल की अध्यक्षता में कार्यकारिणी की बैठक में कुल आय-व्यय के 2865 करोड़ के प्रस्तावित बजट पर मैराथन चर्चा हुई. विचार-विमर्श के बाद आंशिक संशोधन के बाद बजट को पास कर दिया गया. इस बार का बजट पिछली बार की तुलना में करीब आठ अरब की वृद्धि के साथ 28 अरब 65 करोड़ रुपये को स्वीकृति दी गई है. इससे पहले चालू वित्तीय वर्ष के पुनरीक्षित बजट को पास किया गया था.

हाउस टैक्स नहीं बढ़ाः वित्तीय वर्ष 2023-2024 का मूल बजट नगर निगम प्रशासक की ओर से पास किया गया था. महापौर सुषमा खर्कवाल ने बताया कि आगामी चुनाव के लिए आचार संहिता लगने की संभावनों को देखते हुए नगर निगम का बजट पास किया गया है. बताया कि नए बजट में शहरवासियों पर नए कर या गृहकर दर में वृद्धि नहीं की गई है.

इसे भी पढ़े- वाॅटर व सीवर टैक्स जमा न करने पर आइनॉक्स सहित कई प्रतिष्ठानों के कनेक्शन काटने पर हंगामा

हाउस टैक्स से 621 करोड़ आय का लक्ष्यः नगर निगम ने गृहकर से 621 करोड़ आय का लक्ष्य रखा है. बीते वर्ष इस मद में 556 करोड़ का प्राविधान किया गया था. लेकिन, लक्ष्य के मुताबिक दिसंबर तक 240 करोड़ की ही वसूली हो सकी है. इसके अलावा विज्ञापन शुल्क से 15 करोड़, प्रेक्षागृहों से डेढ़ करोड़, कुत्तों से कर के मद में 50 लाख की आय का प्राविधान किया गया है. पार्किंग से 17 करोड़, यूजर चार्ज से 75 करोड़, रोड कटिंग से आठ करोड़, कॉलोनियों के हैण्डओवर से 30 करोड़ और टेण्डर फार्म और जन्म, मृत्यु प्रमाण आदि से 35 करोड़ आय का लक्ष्य है.

इसके अलावा 15वें वित्त आयोग से 300 करोड़, समग्र विकास निधि, नगरीय सड़क योजना और अन्तेष्ठि स्थल के सुंदरीकरण से 150 करोड़ रुपये शासन से मिलने की उम्मीद बजट में की गई है. नगर निगम शहर की सफाई पर आगामी वित्तीय वर्ष में 270 करोड़ रुपये खर्च करेगा. शहर की सफाई व्यवस्था का काम नई एजेंसी को दिए जाने से कार्यदायी संस्थाओं के बजट को घटा दिया गया है. अब बजट में 50 लाख की व्यवस्था की गई है, जबकि चालू वित्तीय के पुनरीक्षित बजट में 165 करोड़ रुपये रखा गया था.

यहां बढ़ाया गया है बजट: भूमि संपत्तियों के सर्वे और बांउड्रीवाल निर्माण के लिए बजट में बीते साल पांच करोड़ रुपये रखे गए थे. इसे इस बार दस करोड़ कर दिया गया है. ठेकेदारों का पुराना बकाया चुकाने के लिए पिछले बजट में 350 करोड़ का प्रावधान किया गया था. इसे नए बजट में 425 करोड़ कर दिया गया है.

दो बार साफ होेंगे नाले, बजट 8 करोड़: नालों की सफाई वर्ष में दो बार होगी. नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह ने बताया मई और नवंबर माह में सफाई कराई जाएगी. इस काम के लिए 8 करोड़ रुपये का बजट पास किया गया है. पुनरीक्षित में यह पांच करोड़ था.

लखनऊ नगर निगम.
लखनऊ नगर निगम.



कहां से होगी कितनी आय
गृहकर से - 621 करोड़
औद्योगिक क्षेत्रों से गृहकर - 10 करोड़
अहाना एन्क्लेव(फ्लैट की बिक्री) से - 175 करोड़
यूजर चार्ज से - 75 करोड़
सी एस आर फंड से - 20 करोड़
सीएम ग्रिड योजना - 200 करोड़
पार्किंग ठेके से -17 करोड़
विज्ञापन शुल्क से -15 करोड़

यह भी पढ़े-आगरा नगर निगम पेश करेगा 1059 करोड़ का पुनरीक्षित बजट, इन दो बैठकों पर होगी सबकी नजर

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.