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कोलकाता में डॉक्टर के साथ रेप-मर्डर मामले में इंसाफ को लेकर रेजिडेंट डॉक्टरों ने किया प्रदर्शन

डॉक्टरो ने प्रदर्शन के दौरान नारेबाजी कर इंसाफ की मांग, ओपीडी में अफरा-तफरी का महौल

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कोलकाता में रेप को लेकर रेजिडेंट डॉक्टर का विरोध प्रदर्शन जारी (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Oct 15, 2024, 10:35 AM IST

Updated : Oct 15, 2024, 3:08 PM IST

लखनऊ: कोलकाता डॉकेटर रेप के विरोध में केजीएमयू रेजिडेंट डॉक्टरों ने मंगलवार को प्रदर्शन किया. बीते दिन सोमवार को भी ओपीडी का कामकाज ठप करके रेजिडेंट डॉक्टरों ने प्रदर्शन किया था. प्रदर्शन के दौरान नारेबाजी कर इंसाफ की मांग की. इससे ओपीडी में अफरा-तफरी मच गई. बहुत से मरीज बिना इलाज के ही वापस लौट गये.

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प्रदर्शन के दौरान नारेबाजी करते रेजिडेंट डॉक्टर्स (photo credit- Etv Bharat)

कोलकाता में महिला रेजिडेंट डॉक्टर से दरिंदगी के बाद हत्या का विरोध लगातार जारी है. केजीएमयू रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के सदस्य नौ बजे ओपीडी ब्लॉक में जुटे. साथ ही इंसाफ की मांग को लेकर नारेबाजी करने लगे. प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिला और पुरुष रेजिडेंट डॉक्टर शामिल हुए. रेजिडेंट डॉक्टरों ने कहा, कि सरकार हमारी सुरक्षा व दरिंदगी की शिकार हो चुकी छात्रा को इंसाफ दिलाना नहीं चाह रही है.

मेरठ में भूख हड़ताल पर डॉक्टर. (Video Credit; ETV Bharat)

इसे भी पढ़े-संभल दुष्कर्म पीड़ित हत्याकांड में बड़ा खुलासा; युवती को सगे भाइयों ने मां और मामा के सहयोग से मारी थी गोली - Sambhal rape victim murder case

डॉक्टरों ने कहा, सरकार मामले को रफा-दफा करने पर अमादा है. लेकिन हम अपनी महिला साथी को खो चुके है. उसके परिवारीजनों को हम न्याय दिलाकर की रहेंगे. फिर उसकी चाहे कोई भी कीमत क्यों न चुकानी पड़ जाए. रेजिडेंट डॉक्टरों ने परिसर में मार्च निकाला. फिर छत्रपति शाहूजी महाराज गेट के पास धरने पर बैठ गए. मरीजों को दुश्वारियों से बचाने के लिए आनन-फानन सीनियर डॉक्टरों ने इलाज की कमान संभाली.

बीते दिन सोमवार को सीनियर डॉक्टरों ने ओपीडी में मरीजों को इलाज मुहैया कराया था. शाम तक सीनियर डॉक्टरों ने सभी मरीजों को देखा था. ऑपरेशन और जांच पर रेजिडेंट डॉक्टरों के कार्यबहिष्कार का फर्क नहीं पड़ा. केजीएमयू प्रवक्ता डॉ. केके सिंह का कहना. है कि सीनियर डॉक्टरों ने ओपीडी में सभी मरीजों को इलाज मुहैया कराया. इमरजेंसी, ऑपरेशन, जांच व वार्ड का कामकाज प्रभावित नहीं हुआ. सभी मरीजों को इलाज मिला.

पीजीआई में चल रहा प्रदर्शन: एसजीपीजीआई में बीते दिन सोमवार को रेजिडेंट डॉक्टरों ने जमकर प्रदर्शन किया था. इसके अलावा मंगलवार को सुबह ओपीडी से रेजिडेंट डॉक्टरों ने कार्य बहिष्कार किया. ओपीडी पूरी तरह से प्रभावित रही. एसजीपीजीआई में प्रदेश के दूसरे जिलों से मरीज गंभीर बीमारी का इलाज करने के लिए आते हैं. एक मरीज संतोष द्विवेदी ने बताया कि पिछले कई महीनों से उनका इलाज पीजीआई के गैस्ट्रो मेडिसिन विभाग में चल रहा है. लेकिन, बीते दिन सोमवार को भी ओपीडी नहीं चली. सीनियर डॉक्टर ड्यूटी पर थे. लेकिन, मरीजों की इतनी लंबी लाइन थी कि उनको दिखा नहीं सके. मंगलवार को दिखाने के लिए पर्चा लगाया है. बारी आने का इंतजार कर रहे हैं. कर्मचारियों ने बताया कि रेजिडेंट डॉक्टर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. रेजिडेंट डॉक्टर ड्यूटी पर नहीं होने के कारण सीनियर डॉक्टर पर वर्कलोड अधिक है.

लोहिया संस्थान के रेजीडेंट डॉक्टरों ने निकाली रैली : लोहिया अस्पताल में बीते सोमवार से रेजिडेंट डॉक्टर को इंसाफ दिलाने और सुरक्षा की मांग को लेकर रेजिडेंट डॉक्टर्स धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. बीते दिन देर रात कैंडल मार्च भी निकाला था. वहीं, मंगलवार सुबह 8 बजे ओपीडी से कार्य बहिष्कार करके रैली निकाली. कार्य बहिष्कार होने के कारण लोहिया अस्पताल में दूरदराज से इलाज कराने के लिए आए बहुत सारे मरीज लौट रहे हैं. महाराजगंज के रहने वाले पवन सिंह ने बताया कि रविवार को लखनऊ आ गए थे. लोहिया के ऑकोलॉजी विभाग में इलाज चल रहा है. पिछले महीने डॉक्टर ने 12 अगस्त की तारीख की थी. सोमवार को डॉक्टरों का प्रदर्शन चल रहा था, जिसके कारण ओपीडी में परामर्श नहीं ले पाए. सोचा कि शायद मंगलवार को दिखा लेंगे. लेकिन, आज भी यह प्रदर्शन चल रहा है.

मेरठ मेडिकल कॉलेज में भूख हड़ताल पर डॉक्टर: कोलकाता में महिला चिकित्सक के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या के विरोध में मंगलवार को लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर और आईएमए के डॉक्टर भूख हड़ताल पर हैं. डॉक्टर्स ने कहा कि आईएमए द्वारा जूनियर डॉक्टर नेटवर्क और मेडिकल स्टूडेंट नेटवर्क के संयुक्त तत्वावधान में एक दिवसीय देशव्यापी भूख हड़ताल का आह्वान किया गया था, जिसको लेकर लाला लाजपत राय की प्रतिमा के सामने सुबह छह से शाम छह बजे तक भूख हड़ताल पर रहने का निर्णय लिया गया था. कोलकाता में हुई घटना को लेकर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य को ज्ञापन भी दिया गया. भुख हड़ताल के बावजूद स्वास्थ्य सेवाएं बाधित नहीं होने दी जा रही हैं. हड़ताल पर बैठी डॉक्टर मनीषा त्यागी ने बताया कि मेडिकल के छात्रों के पठन-पठान पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है.

यह भी पढ़े-युवक ने झांसा देकर 3 साल तक किया रेप, कोर्ट मैरिज के बहाने युवती को चौराहे पर छोड़कर हो गया फरार - Meerut girl raped

लखनऊ: कोलकाता डॉकेटर रेप के विरोध में केजीएमयू रेजिडेंट डॉक्टरों ने मंगलवार को प्रदर्शन किया. बीते दिन सोमवार को भी ओपीडी का कामकाज ठप करके रेजिडेंट डॉक्टरों ने प्रदर्शन किया था. प्रदर्शन के दौरान नारेबाजी कर इंसाफ की मांग की. इससे ओपीडी में अफरा-तफरी मच गई. बहुत से मरीज बिना इलाज के ही वापस लौट गये.

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प्रदर्शन के दौरान नारेबाजी करते रेजिडेंट डॉक्टर्स (photo credit- Etv Bharat)

कोलकाता में महिला रेजिडेंट डॉक्टर से दरिंदगी के बाद हत्या का विरोध लगातार जारी है. केजीएमयू रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन के सदस्य नौ बजे ओपीडी ब्लॉक में जुटे. साथ ही इंसाफ की मांग को लेकर नारेबाजी करने लगे. प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिला और पुरुष रेजिडेंट डॉक्टर शामिल हुए. रेजिडेंट डॉक्टरों ने कहा, कि सरकार हमारी सुरक्षा व दरिंदगी की शिकार हो चुकी छात्रा को इंसाफ दिलाना नहीं चाह रही है.

मेरठ में भूख हड़ताल पर डॉक्टर. (Video Credit; ETV Bharat)

इसे भी पढ़े-संभल दुष्कर्म पीड़ित हत्याकांड में बड़ा खुलासा; युवती को सगे भाइयों ने मां और मामा के सहयोग से मारी थी गोली - Sambhal rape victim murder case

डॉक्टरों ने कहा, सरकार मामले को रफा-दफा करने पर अमादा है. लेकिन हम अपनी महिला साथी को खो चुके है. उसके परिवारीजनों को हम न्याय दिलाकर की रहेंगे. फिर उसकी चाहे कोई भी कीमत क्यों न चुकानी पड़ जाए. रेजिडेंट डॉक्टरों ने परिसर में मार्च निकाला. फिर छत्रपति शाहूजी महाराज गेट के पास धरने पर बैठ गए. मरीजों को दुश्वारियों से बचाने के लिए आनन-फानन सीनियर डॉक्टरों ने इलाज की कमान संभाली.

बीते दिन सोमवार को सीनियर डॉक्टरों ने ओपीडी में मरीजों को इलाज मुहैया कराया था. शाम तक सीनियर डॉक्टरों ने सभी मरीजों को देखा था. ऑपरेशन और जांच पर रेजिडेंट डॉक्टरों के कार्यबहिष्कार का फर्क नहीं पड़ा. केजीएमयू प्रवक्ता डॉ. केके सिंह का कहना. है कि सीनियर डॉक्टरों ने ओपीडी में सभी मरीजों को इलाज मुहैया कराया. इमरजेंसी, ऑपरेशन, जांच व वार्ड का कामकाज प्रभावित नहीं हुआ. सभी मरीजों को इलाज मिला.

पीजीआई में चल रहा प्रदर्शन: एसजीपीजीआई में बीते दिन सोमवार को रेजिडेंट डॉक्टरों ने जमकर प्रदर्शन किया था. इसके अलावा मंगलवार को सुबह ओपीडी से रेजिडेंट डॉक्टरों ने कार्य बहिष्कार किया. ओपीडी पूरी तरह से प्रभावित रही. एसजीपीजीआई में प्रदेश के दूसरे जिलों से मरीज गंभीर बीमारी का इलाज करने के लिए आते हैं. एक मरीज संतोष द्विवेदी ने बताया कि पिछले कई महीनों से उनका इलाज पीजीआई के गैस्ट्रो मेडिसिन विभाग में चल रहा है. लेकिन, बीते दिन सोमवार को भी ओपीडी नहीं चली. सीनियर डॉक्टर ड्यूटी पर थे. लेकिन, मरीजों की इतनी लंबी लाइन थी कि उनको दिखा नहीं सके. मंगलवार को दिखाने के लिए पर्चा लगाया है. बारी आने का इंतजार कर रहे हैं. कर्मचारियों ने बताया कि रेजिडेंट डॉक्टर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. रेजिडेंट डॉक्टर ड्यूटी पर नहीं होने के कारण सीनियर डॉक्टर पर वर्कलोड अधिक है.

लोहिया संस्थान के रेजीडेंट डॉक्टरों ने निकाली रैली : लोहिया अस्पताल में बीते सोमवार से रेजिडेंट डॉक्टर को इंसाफ दिलाने और सुरक्षा की मांग को लेकर रेजिडेंट डॉक्टर्स धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. बीते दिन देर रात कैंडल मार्च भी निकाला था. वहीं, मंगलवार सुबह 8 बजे ओपीडी से कार्य बहिष्कार करके रैली निकाली. कार्य बहिष्कार होने के कारण लोहिया अस्पताल में दूरदराज से इलाज कराने के लिए आए बहुत सारे मरीज लौट रहे हैं. महाराजगंज के रहने वाले पवन सिंह ने बताया कि रविवार को लखनऊ आ गए थे. लोहिया के ऑकोलॉजी विभाग में इलाज चल रहा है. पिछले महीने डॉक्टर ने 12 अगस्त की तारीख की थी. सोमवार को डॉक्टरों का प्रदर्शन चल रहा था, जिसके कारण ओपीडी में परामर्श नहीं ले पाए. सोचा कि शायद मंगलवार को दिखा लेंगे. लेकिन, आज भी यह प्रदर्शन चल रहा है.

मेरठ मेडिकल कॉलेज में भूख हड़ताल पर डॉक्टर: कोलकाता में महिला चिकित्सक के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या के विरोध में मंगलवार को लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर और आईएमए के डॉक्टर भूख हड़ताल पर हैं. डॉक्टर्स ने कहा कि आईएमए द्वारा जूनियर डॉक्टर नेटवर्क और मेडिकल स्टूडेंट नेटवर्क के संयुक्त तत्वावधान में एक दिवसीय देशव्यापी भूख हड़ताल का आह्वान किया गया था, जिसको लेकर लाला लाजपत राय की प्रतिमा के सामने सुबह छह से शाम छह बजे तक भूख हड़ताल पर रहने का निर्णय लिया गया था. कोलकाता में हुई घटना को लेकर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य को ज्ञापन भी दिया गया. भुख हड़ताल के बावजूद स्वास्थ्य सेवाएं बाधित नहीं होने दी जा रही हैं. हड़ताल पर बैठी डॉक्टर मनीषा त्यागी ने बताया कि मेडिकल के छात्रों के पठन-पठान पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है.

यह भी पढ़े-युवक ने झांसा देकर 3 साल तक किया रेप, कोर्ट मैरिज के बहाने युवती को चौराहे पर छोड़कर हो गया फरार - Meerut girl raped

Last Updated : Oct 15, 2024, 3:08 PM IST
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