लखनऊ: उत्तर प्रदेश में आग लगने की घटनाओं में कमी लाने के लिए योगी सरकार कई कदम उठा रही है. गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक साथ 38 फायर स्टेशन का लोकार्पण और शिलान्यास किया है. इस मौके पर उन्होंने ऐलान भी किया कि, प्रदेश के हर तहसील में एक फायर स्टेशन स्थापित करने वाला पहला राज्य उत्तर प्रदेश बनेगा.साथ ही उन्होंने हादसे से समय मदद करने की जगह वीडियों बनाने वाले लोगों पर भी नाराजगी जाहिर की है.
38 फायर स्टेशन की सौगात: गुरुवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने 25 जिलों में बनाए गए 34 फायर स्टेशन का लोकार्पण और चार फायर स्टेशन का वर्चुअल शिलान्यास किया. इस मौके पर सीएम ने 35 फायर टेंडर भी जिलों के लिए रवाना किया है. मुख्यमंत्री योगी ने इस मौके पर कहा कि हमारी सरकार ने बीते सात वर्षों में 71 फायर स्टेशन स्थापित किए और साथ ही कई आधुनिक उपकरणों से भी फायर विभाग को लैस किया है.
फायर विभाग को आधुनिक बनाया: सीएम ने कहा कि फायर विभाग को न सिर्फ आधुनिक उपकरणों को दिया गया, बल्कि फायर नियमावली को भी रिफॉर्म किया, जिससे राज्य में आने वाले निवेशकों को फायर एनओसी मिलने में आसानी हुई. सीएम ने कहा कि फायर विभाग के रिफॉर्म के लिए 1400 करोड़ रुपए फायर विभाग को दिए गये. जिसका परिणाम है कि फायर विभाग ने इन वर्षों में 33 हजार आग की घटनाओं को विकराल रूप लेने से रोका, साथ ही 3780 लोगों की जान बचाई और करीब डेढ़ सौ करोड़ रुपए की संपत्ति को भी बचाई है.
हर तहसील में होगा एक फायर स्टेशन: मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि, आने वाले दिनों में हम हर तहसील स्तर पर एक फायर स्टेशन बनाएंगे. जिसके बाद यूपी देश का ऐसा पहला राज्य होगा जहां तहसील स्तर में एक फायर स्टेशन होगा.
हादसे के समय वीडियो बनाने वालों पर जमकर बरसे सीएम: सीएम योगी ने उन लोगों पर भी नाराजगी जाहिर कि, जो किसी दुर्घटना के समय मदद करने के बजाए वीडियो बनाते है. सीएम ने कहा कि जब कोई हादसा हो जाता है तो उस वक्त लोगों की मदद करनी चाहिए, राहत के कार्यों लगना चाहिए लेकिन लोग वीडियो बनाते है सेल्फी लेते हैं. साथ ही सीएम ने फायर विभाग को यह भी नसीहत दिया कि जब आग की घटनाएं कम होती है तब स्कूल कॉलेज जाकर वहां छात्र छात्राओं को आपातकाल के समय में कैसे खुद से राहत कार्य किया जा सकता है, कैसे आग बुझाई जा सकती है इसकी ट्रेनिंग देने चाहिए. ताकि वो फायर टेंडर का इंतजार न कर खुद से रेस्क्यू कर सकें.