लखनऊ: कुकरैल रिवर फ्रंट योजना के आड़े आ रही बस्ती और कॉलोनी में अवैध निर्माण को दस्त करने संबंधित सर्वे के खिलाफ जमीन बचाओ सत्याग्रह का ऐलान कर दिया गया है. कुकरैल योजना को समाप्त करने के अलावा अवैध निर्माण विरोधी कार्रवाई को रोकने के लिए संघर्ष समिति की जो रविवार को अबरार नगर में आयोजित की गईउसमें समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और कम्युनिस्ट परियों के नेता नजर आए.
नागरिकों के साथ खड़े होकर इन लोगों ने ऐलान किया कि योगी आदित्यनाथ को अब अपना बुलडोजर रोकना पड़ेगा. इस तरह से आम लोगों के मकान टूटने नहीं दिए जाएंगे. लखनऊ बचाओ संघर्ष समिति के सदस्यों ने कहा कि पूरे लखनऊ में योगी सरकार द्वारा आम नागरिकों से जमीन छीनने के लिए चलाए जा रहे बुलडोजर राज के खिलाफ जमीन बचाओ सत्याग्रह आंदोलन शुरू किया जाएगा. इस आंदोलन में सरकार से कुकरैल रिवर फ्रंट को योजना को रद्द करने के साथ ही अबरार नगर, पंतनगर, रहीम नगर, खुर्रम नगर, इंद्रप्रस्थ कॉलोनी और स्कॉर्पियो क्लब जैसी बस्तियों में कराई गई मनमानी पैमाइश को खारिज करने की मांग की जाएगी.
इन क्षेत्रों को उजाड़ने की कार्रवाई पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने और अकबरनगर के विस्थापित लोगों के सम्मानजनक जीवन की गारंटी करने, नजूल संपत्ति अध्यादेश 2024 को वापस लेने के लिए सरकार से कहा जाएगा. मलिन बस्तियों को उजाड़ने के आदेश को रद्द करने और राजनीतिक प्रतिनिधियों व प्रशासन की वार्ता कमेटी का गठन करने जैसे मुद्दों को मजबूती से उठाया जाएगा. हजारों पर्चे लखनऊ के कोने-कोने में वितरित किए जाएंगे. लोगों की बैठकें की जाएंगी और प्रशासन से भी इन सवालों पर संवाद किया जाएगा. यह फैसला अबरार नगर में लखनऊ बचाओ संघर्ष समिति के दूसरे सम्मेलन में लिया गया. सम्मेलन में हजारों की संख्या में महिला पुरुष मौजूद रहे.