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लखनऊ के तीन विश्वविद्यालयों के 29 शिक्षकों को राज्य सरकार से मिला अनुदान - Government grants to teachers

यूपी सरकार की सेंटर ऑफ एक्सीलेंस योजना के तहत करीब 4 करोड़ रुपये की धनराशि की गई है. इस कड़ी में लखनऊ के तीन विश्वविद्यालयों के 29 शिक्षकों को राज्य सरकार से अनुदान (Government Grants to Teachers) मिला. पढ़ें पूरी खबर...

लखनऊ के तीन विश्वविद्यालयों के 29 शिक्षकों को राज्य सरकार से मिला अनुदान.
लखनऊ के तीन विश्वविद्यालयों के 29 शिक्षकों को राज्य सरकार से मिला अनुदान. (Photo Credit: ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Sep 24, 2024, 3:05 PM IST

लखनऊ : राजधानी लखनऊ के तीन विश्वविद्यालय के 29 शिक्षकों को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के तहत प्रोजेक्ट के लिए अनुदान प्राप्त हुआ है. शिक्षा विभाग के विशेष सचिव की ओर से जारी सूची में प्रदेश के आठ विश्वविद्यालय के 58 शिक्षकों को करीब 3.88 करोड़ रुपये का अनुदान मिला है. इनमें लखनऊ विश्वविद्यालय के 20, भाषा विश्वविद्यालय के 6 और लोहिया विधि विश्वविद्यालय के तीन शिक्षकों के नाम शामिल हैं. इनमें लखनऊ विश्वविद्यालय के शिक्षकों को करीब 1.52 करोड़ रुपये का अनुदान प्राप्त हुआ है. ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय को करीब 25.70 लाख रुपये का ग्रांट सरकार की ओर से सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना के लिए मिला है. डॉ. राम मनोहर लोहिया विधि विश्वविद्यालय को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना के लिए 12.15 लख रुपये का ग्रंट दिया गया है.



बता दें, योगी सरकार प्रदेश के 8 प्रमुख विश्वविद्यालयों में कुल 58 सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना करने जा रही है. सरकार की इस पहल का उद्देश्य उच्च शिक्षा के क्षेत्र में शोध, नवाचार और गुणवत्तापूर्ण शिक्षण को बढ़ावा देना है. जिससे छात्रों और शिक्षकों को न सिर्फ भविष्य की चुनौतियों से निपटने में सक्षम बनाया जा सके, बल्कि इसके अनुरूप तैयार किया जा सके. इसके लिए सरकार द्वारा वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए विश्वविद्यालयों को कुल 3 करोड़ 88 लाख 77 हजार 8 सौ रुपये की धनराशि स्वीकृत की गई है. इस धनराशि से छात्रों और शिक्षकों को अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकेंगी.



युवाओं के कॅरियर को मिलेगी नई दिशा : यूपी के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने कहा कि योगी सरकार प्रदेश के विश्वविद्यालयों को वैश्विक मानकों के अनुरूप तैयार करने के लिए प्रतिबद्ध है. सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना से न केवल छात्रों को शोध और तकनीकी विशेषज्ञता के क्षेत्र में नई संभावनाएं मिलेंगी. यह विश्वविद्यालयों की शैक्षिक गुणवत्ता में भी सुधार लाएगा. सरकार का उद्देश्य प्रदेश के युवाओं को एक ऐसा मंच उपलब्ध कराना है. जहां वे विश्वस्तरीय शिक्षा और संसाधनों का लाभ उठाकर अपने करियर को नई दिशा दे सकें.


इन विश्वविद्यालयों में स्थापित होंगे सेंटर ऑफ एक्सीलेंस : योजना के तहत महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखण्ड विश्वविद्यालय बरेली, वीर बहादुर सिंह पूर्वाचल विश्वविद्यालय जौनपुर, लखनऊ विश्वविद्यालय, डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय अयोध्या, ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय लखनऊ, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ वाराणसी, डॉ. राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय लखनऊ और छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर को शामिल किया गया है.


लखनऊ : राजधानी लखनऊ के तीन विश्वविद्यालय के 29 शिक्षकों को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के तहत प्रोजेक्ट के लिए अनुदान प्राप्त हुआ है. शिक्षा विभाग के विशेष सचिव की ओर से जारी सूची में प्रदेश के आठ विश्वविद्यालय के 58 शिक्षकों को करीब 3.88 करोड़ रुपये का अनुदान मिला है. इनमें लखनऊ विश्वविद्यालय के 20, भाषा विश्वविद्यालय के 6 और लोहिया विधि विश्वविद्यालय के तीन शिक्षकों के नाम शामिल हैं. इनमें लखनऊ विश्वविद्यालय के शिक्षकों को करीब 1.52 करोड़ रुपये का अनुदान प्राप्त हुआ है. ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय को करीब 25.70 लाख रुपये का ग्रांट सरकार की ओर से सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना के लिए मिला है. डॉ. राम मनोहर लोहिया विधि विश्वविद्यालय को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना के लिए 12.15 लख रुपये का ग्रंट दिया गया है.



बता दें, योगी सरकार प्रदेश के 8 प्रमुख विश्वविद्यालयों में कुल 58 सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना करने जा रही है. सरकार की इस पहल का उद्देश्य उच्च शिक्षा के क्षेत्र में शोध, नवाचार और गुणवत्तापूर्ण शिक्षण को बढ़ावा देना है. जिससे छात्रों और शिक्षकों को न सिर्फ भविष्य की चुनौतियों से निपटने में सक्षम बनाया जा सके, बल्कि इसके अनुरूप तैयार किया जा सके. इसके लिए सरकार द्वारा वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए विश्वविद्यालयों को कुल 3 करोड़ 88 लाख 77 हजार 8 सौ रुपये की धनराशि स्वीकृत की गई है. इस धनराशि से छात्रों और शिक्षकों को अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकेंगी.



युवाओं के कॅरियर को मिलेगी नई दिशा : यूपी के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने कहा कि योगी सरकार प्रदेश के विश्वविद्यालयों को वैश्विक मानकों के अनुरूप तैयार करने के लिए प्रतिबद्ध है. सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना से न केवल छात्रों को शोध और तकनीकी विशेषज्ञता के क्षेत्र में नई संभावनाएं मिलेंगी. यह विश्वविद्यालयों की शैक्षिक गुणवत्ता में भी सुधार लाएगा. सरकार का उद्देश्य प्रदेश के युवाओं को एक ऐसा मंच उपलब्ध कराना है. जहां वे विश्वस्तरीय शिक्षा और संसाधनों का लाभ उठाकर अपने करियर को नई दिशा दे सकें.


इन विश्वविद्यालयों में स्थापित होंगे सेंटर ऑफ एक्सीलेंस : योजना के तहत महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखण्ड विश्वविद्यालय बरेली, वीर बहादुर सिंह पूर्वाचल विश्वविद्यालय जौनपुर, लखनऊ विश्वविद्यालय, डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय अयोध्या, ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय लखनऊ, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ वाराणसी, डॉ. राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय लखनऊ और छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर को शामिल किया गया है.


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