नई दिल्ली: दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान भले ही नहीं हुआ हो, लेकिन राजनीतिक दलों ने अपनी चुनावी रणनीतियों को तेज कर दिया है. इस बीच, आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने महिलाओं और बुजुर्गों के लिए 'महिला सम्मान योजना' और 'संजीवनी योजना' की घोषणा की है. इस योजना के तहत, महिलाओं को हर महीने 2100 रुपये और 60 साल से ऊपर के बुजुर्गों को संजीवनी कार्ड का लाभ मिलेगा.
घोषणा के बाद, दिल्ली के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में आम आदमी पार्टी के विधायक दफ्तरों के बाहर महिलाओं, लड़कियों और बुजुर्गों की लंबी-लंबी लाइनें देखने को मिल रही हैं. महिलाएं अपने वोटर आईडी कार्ड के साथ इस योजना का लाभ लेने के लिए कतार में खड़ी हैं. हालांकि, इस योजना के प्रति प्रतिक्रियाएं मिश्रित हैं. कुछ महिलाएं इसे एक शानदार पहल मानती हैं, जबकि कुछ का कहना है कि चुनाव से पहले इस तरह की योजनाओं का लक्ष्य केवल वोट हासिल करना है.
आप विधायक महेंद्र यादव का कहना है कि इस योजना का लाभ सभी माताओं, बहनों और बुजुर्गों को मिलेगा. हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उन महिलाओं और बहनों को लाभ नहीं मिलेगा, जिन्हें विधवा पेंशन मिलती है. उन्होंने यह भी बताया कि 2100 रुपये के लिए केवल एक विशेष फॉर्म भरा जा रहा है, और यदि AAP की सरकार बनती है, तो पहली किश्त के रूप में 1000 रुपये आपके बैंक खाते में आएंगे.
बीजेपी और कांग्रेस, दोनों ही दल इस योजना पर सवाल उठा रहे हैं. उनकी दलील है कि यह एक चुनावी स्टंट है, जिसका मुख्य उद्देश्य वोट बैंक को प्रभावित करना है. चुनावों से पहले ऐसी घोषणाएं आमतौर पर राजनीतिक लाभ के लिए होती हैं, और इस बार भी कुछ ऐसा ही हो रहा है.
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