लखनऊ: लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे आ चुके हैं. कांग्रेस नेता राहुल गांधी रायबरेली और वायनाड लोक सभा दोनों जगह से चुनाव जीत गए हैं. अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि राहुल किस सीट को छोड़ेंगे. यूपी कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि राहुल गांधी रायबरेली और वायानाड में से किसे चुनते हैं या निर्णय उनके खुद का होगा. हालांकि वे चाहते हैं कि राहुल गांधी को उत्तर प्रदेश नहीं छोड़ना चाहिए. बहरहाल सियासी गलियारों में चर्चा है कि राहुल गांधी रायबरेली सीट छोड़ सकते हैं. इस सीट से उनकी बहन प्रियंका गांधी चुनाव लड़ सकती हैं.
सोनिया ने कहा था कि राहुल गांधी कभी रायबरेली नहीं छोड़ेंगे: वर्ष 2019 में अमेठी लोकसभा सीट के साथ ही राहुल गांधी ने वायनाड से चुनाव लड़ा था. अमेठी सीट राहुल गांधी मात्र 47 हजार के अंतर से हार गए थे. वायनाड सीट वह करीब साढ़े चार लाख से अधिक वोटों से जीतने में कामयाब रहे थे. वर्ष 2009 के बाद यूपी में कांग्रेस को बड़ा फायदा हुआ है.
कांग्रेस पार्टी के नेताओं का कहना है कि राहुल गांधी रायबरेली सीट नहीं छोड़ेंगे, क्योंकि यह सीट से उनकी मां ने चुनाव लड़ा है और उन्होंने रायबरेली की जनता से एक भावनात्मक अपील करते हुए कहा था कि आपको अपना बेटा सौप रही हूं. साथ ही कहा था कि कांग्रेस और गांधी परिवार को हमेशा समर्थन और प्यार देने के लिए जनता का धन्यवाद करती हूं. साथ कहा था कि वह कभी रायबरेली नहीं छोड़ेंगे.
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि वर्ष 2009 के बाद उत्तर प्रदेश में जितने भी विधानसभा लोकसभा चुनाव हुए हैं उसमें कांग्रेस को निराशा ही हाथ लगी है. वर्ष 2014 और 2019 के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद 2024 में कांग्रेस 6 सीटें जीतने में कामयाब रही है.
ऐसे में कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में आने वाले चुनाव में अपने पैर जमाने में काफी मदद मिल सकती है. वर्ष 2027 के विधानसभा चुनाव में तीन साल का समय है तो कांग्रेस पार्टी को इन तीन वर्षों में अपने आप को उत्तर प्रदेश में खड़ा करने में मदद मिलेगी और राहुल गांधी के यहां से सांसद होने से पार्टी में एक नई ऊर्जा का भी संचार होगा.
आम जनता की आवाज उठाते रहेंगे राहुल गांधी : कांग्रेस प्रवक्ता अंशु अवस्थी ने कहा कि राहुल गांधी ने देश के लोकतंत्र और संविधान बचाने के लिए जो लड़ाई लड़ी और देश की जनता ने जो भरोसा जताया उसके लिए हम जनता का आभार व्यक्त करते हैं. असल में परमात्मा और भगवान जनता जर्नादन में हैं. राहुल गांधी देश के आदर्श नेता के रूप में स्थापित हुए हैं. उन्होंने भाजपा की मटन, मीट, मछली, मंगलसूत्र, मुसलमान, मुजरा जैसे गुमराही मुद्दों के सामने जनता के बेरोजगारी, मंहगाई, आय और अधिकारों के मुद्दे पर चुनाव लड़ा और जनता का समर्थन मिला.
पूरे देश में राहुल गांधी की लोकप्रियता बढ़ी है. वह जहां से भी चाहते हैं चुनाव लड़कर जीतते हैं. वायनाड से भी प्यार मिला और रायबरेली तो उनका घर है. कहां से सांसद रहेंगे ये निर्णय उन्हें स्वयं लेना है. चाहे वायानाड के लोग हों या रायबरेली के लोग, सभी चाहेंगे कि राहुल गांधी उनके सांसद बन कर रहें, लेकिन मेरा मानना है कि राहुल गांधी हर एक क्षेत्र के हर वर्ग, जाति, धर्म के लोगों को प्यार करते हैं. उनके मुद्दों को उठाते हैं तो वह सांसद चाहे वायनाड से रहें या रायबरेली से, उनकी आवाज में हर जगह की आवाज शामिल रहेगी.
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