प्रयागराज: चुनावी बॉन्ड स्कीम के मामले में सर्वोच्च अदालत की रोक के बाद कांग्रेस पार्टी की तरफ से बीजेपी पर हमला बोला गया. संगम नगरी में कांग्रेस पार्टी के राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी ने सत्ताधारी दल भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि चुनावी बॉन्ड स्कीम पर रोक लगाकर सुप्रीम कोर्ट ने ऐतिहासिक फैसला दिया है. इसके साथ ही सोनिया गांधी के रायबरेली से चुनाव न लड़ने के फैसले और राज्यसभा के चुनाव लड़ने पर दूसरे दलों के सवालों का जवाब भी प्रमोद तिवारी ने दिया.
कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी साजिशन आरटीआई को इस मुद्दे पर लागू नहीं होने देना चाहती थी. कंपनीज एक्ट का सीधे-सीधे उल्लंघन किया जा रहा था. कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि इस चुनावी बॉन्ड में पारदर्शिता और ईमानदारी भी नहीं थी. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में अब साफ कर दिया है कि अब चुनावी चंदे के रूप में आए एक-एक पैसे को लेकर बताना होगा कि आखिर यह रकम कहां से आई है और कहां पर खर्च हुई.
कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी सत्ता का दबाव बनाकर पूंजी पतियों से कालेधन को लेकर उसको सफेद बनाने का काम कर रही है. भाजपा के उस काले कारनामे पर रोक लगाने के लिए कोर्ट ने ऐतिहासिक फैसला दिया है. कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा की मंशा यही थी कि वो जहां से जो पैसे ले रही है, उसको उन्हें किसी को बताना न पड़े. लेकिन, सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले से स्पष्ट कर दिया है कि जिसने जो अब तक लिया है, वह भी बताना पड़ेगा और भविष्य में जो लिया जाएगा, उसको भी बताना पड़ेगा.
सोनिया गांधी के राज्यसभा जाने पर दी सफाई
वहीं, सोनिया गांधी के रायबरेली से लोकसभा चुनाव न लड़ने पर कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि वह आदर्श लेडी हैं. उन्होंने देश के प्रधानमंत्री की कुर्सी ठुकराकर देश में सबसे बड़ी मिसाल पेश की है. उम्र और खराब स्वास्थ्य के चलते वह पिछले कुछ सालों से रायबरेली के लिए एक सांसद के तौर पर अपने कर्तव्य का पालन नहीं कर पा रहीं थीं. प्रमोद तिवारी ने कहा कि वह रिटायर होना चाहती थीं. लेकिन, हम लोगों ने उसने अपील की थी कि वो एक सांसद के रूप में कार्य करें. क्योंकि उनकी जरूरत पार्टी और देश को है. यही वजह है कि उनके जैसे नेताओं के मनाने पर सोनिया गांधी राजस्थान से राज्यसभा में जाने के लिए तैयार हुईं. प्रमोद तिवारी ने कहा कि अगर गांधी परिवार का कोई सदस्य रायबरेली या अमेठी से चुनाव लड़ता तो वह जरूर जीतता. लेकिन, सोनिया गांधी परिस्थितियों के चलते राज्यसभा जा रही हैं.
यह भी पढ़ें: रायबरेली की जनता के लिए सोनिया गांधी की भावुक चिट्ठी, लिखा- जो कुछ भी हूं आपकी बदौलत हूं, आपसे नाता है पुराना
यह भी पढ़ें: ज्ञानवापी मामले में संत समिति का आरोप, मुस्लिम पक्ष PFI के साथ मिलकर कर रहा बड़ी साजिश