फरीदाबाद: फरीदाबाद में लोकसभा चुनाव की तैयारी जोरों से चल रही है. सरकारी कर्मचारियों को चुनाव को लेकर प्रशिक्षण दिया जा रहा है ताकि उन्हें किसी तरह की दुविधा नहीं हो.
किसी भी तरह की लापरवाही न हो: फरीदाबाद के डीसी और जिला निर्वाचन अधिकारी विक्रम सिंह ने बताया कि "अधिकारियों और कर्मचारियों को बताया गया है कि वे भारत निर्वाचन आयोग की हिदायतों के अनुसार पहले दिन से सौंपी गई ड्यूटी पर सक्रिय तरीके से सभी चीजों का और अपनी जिम्मेदारियों का खास खयाल रखें. किसी भी प्रकार की लापरवाही न करें. अच्छे से अपनी ट्रेनिंग ले और हर प्रकार के डाउट्स अपने क्लियर कर लेने चाहिए, ताकि चुनाव प्रक्रिया के मौके पर परेशानियां न हो". उन्होंने कहा कि संवेदनशील और अति संवेदनशील पोलिंग बूथ पर माइक्रो ऑब्जर्वर भी तैनात किए जाएंगे, जो चुनाव प्रक्रिया से जुड़ी तमाम जानकारियों की बारीकी से स्थिति का जाएजा लेंगे.
कितना खर्च कर सकते हैं चुनाव में उम्मीदवार: डीसी विक्रम सिंह ने कहा कि "चुनाव आयोग ने लोकसभा और विधानसभा चुनाव के उम्मीदवारों के लिए खर्च की एक सीमा तय की है. लोकसभा चुनाव में बड़े राज्यों के लोकसभा सीट का कैंडिडेट अधिकतम 95 लाख खर्च कर सकता है. वहीं छोटे राज्यों के लिए सीमा 75 लाख रुपये तय की गई है". डीडीपीओ कैप्टन प्रदीप कुमार के अनुसार "जिला प्रशासन सी विजिल सॉफ्टवेयर का इस्तमाल पूर्ण रुप से करेगा. यह भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) द्वारा विकसित एक मोबाइल एप्लिकेशन है, जो नागरिकों को चुनाव के दौरान आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की रिपोर्ट करने में सक्षम बनाता है. नागरिक इस एप का इस्तमाल अपने मोबाइल फोन द्वारा कर सकते हैं".
ये भी पढ़ें: लोकसभा चुनाव 2024: बेहद दिलचस्प है गुरुग्राम लोकसभा सीट का इतिहास, जानिए सियासी समीकरण