जयपुर. राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस के लिए नाक का सवाल बनी परंपरागत अमेठी सीट पर चुनाव प्रबंधन की जिम्मेदारी संभाल रखी है. उन्होंने अमेठी के गौरीगंज स्थित पार्टी कार्यालय में आज कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के प्रमुख नेताओं की बैठक ली और प्रचार अभियान व चुनाव प्रबंधन को लेकर मंथन किया. इस मौके पर भाजपा और कांग्रेस के घोषणा पत्र के बहाने उन्होंने भाजपा की हार की भविष्यवाणी कर दी. इस बैठक में राजस्थान के कांग्रेस नेता भी शामिल रहे. जिन्हें अमेठी सीट पर पार्टी को मजबूत करने का जिम्मा सौंपा गया है.
अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में लिखा कि "आज गौरीगंज, अमेठी स्थित पार्टी कार्यालय में कांग्रेस जिला अध्यक्ष प्रदीप सिंघल एवं समाजवादी पार्टी जिला अध्यक्ष राम उदित यादव के साथ दोनों पार्टियों के प्रमुख नेताओं एवं वरिष्ठ कार्यकर्ताओं से बैठक की. जनता के सामने अब यह स्पष्ट है कि इंडिया गठबंधन ही देश और लोकतंत्र को बचाएगा. भाजपा अपने घोषणा पत्र के बारे में कोई बात तक नहीं कर पा रही है एवं पूरी चर्चा कांग्रेस के घोषणा पत्र की हो रही है. यह भाजपा की हार का स्पष्ट संकेत है."
सीनियर ऑब्जर्वर बनाकर पार्टी ने दी जिम्मेदारी : कांग्रेस ने अशोक गहलोत को अमेठी सीट पर सीनियर ऑब्जर्वर बनाकर पार्टी ने चुनाव प्रबंधन और प्रचार अभियान का अहम जिम्मा सौंपा है. इसके बाद से अशोक गहलोत लगातार अमेठी में डेरा डाले हुए हैं. दरअसल, अमेठी से कांग्रेस ने गांधी परिवार के करीबी किशोरीलाल शर्मा को मैदान में उतारा है. उनका मुकाबला केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से है, जिन्होंने 2019 में राहुल गांधी को हराया था. तब राहुल गांधी ने अमेठी के साथ केरल की वायनाड से भी चुनाव लड़ा था, जहां उनकी जीत हुई थी.
इन नेताओं ने भी संभाला मोर्चा : अमेठी सीट पर जहां अशोक गहलोत को सीनियर ऑब्जर्वर बनाया गया है. वहीं, उनके साथ ही राजस्थान कांग्रेस के कई अन्य नेताओं को भी जिम्मेदारी दी गई है. पूर्व मंत्री रघु शर्मा, पर्यटन विकास निगम के पूर्व अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़, जोधपुर से कांग्रेस प्रत्याशी करणसिंह उचियारड़ा, पूर्व विधायक बाबूलाल नागर, कांग्रेस प्रवक्ता यशवर्धन सिंह समेत कई नेताओं ने अमेठी सीट पर मोर्चा संभाला हुआ है.
हैलीपेड पर प्रियंका गांधी से चर्चा : अशोक गहलोत ने अमेठी हैलीपेड पर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी से चुनाव संबंधित आवश्यक चर्चा की और अमेठी की वर्तमान स्थिति के बारे में जानकारी दी. इससे पहले उन्होंने बैठक में कहा कि जनता देश में इंडिया गठबंधन की सरकार बनाने का मानस बना चुकी है और 4 जून को अप्रत्याशित परिणाम आने वाले हैं. उन्होंने इस लोकसभा चुनाव को लोकतंत्र व संविधान को बचाने वाला गंभीर चुनाव बताते हुए कहा कि जनता का मोह प्रधानमंत्री मोदी से खत्म हो गया है. जनता भ्रम व भावनाओं से ऊपर उठ कर भविष्य की तस्वीर सामने रख कर मतदान करने का मन बना चुकी है.
अमेठी में विकास गांधी परिवार की देन : अशोक गहलोत ने कहा, यह सुखद संयोग है कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी समन्वय व एकजुटता से चुनाव लड़ रही है. उन्होंने कांग्रेस व राहुल गांधी की गारंटियों को खुशहाल भारत के नवनिर्माण का संकल्प बताया. उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत राजीव गांधी के 41 साल पहले अमेठी से पहले चुनाव से आज तक गांधी परिवार के इस जगह से रिश्ते को लेकर कहा कि अमेठी में आज जो भी विकास दिख रहा है. वो गांधी परिवार की ही देन है.