जयपुर. लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम आने में अब महज कुछ घंटे का वक्त बचा है, लेकिन उससे पहले प्रदेश में बयानों के जरिए सियासी पारा गरम है. कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टी अपने-अपने जीत के दावे के साथ आरोपों की बौछार कर रही हैं. कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा का निर्वाचन आयोग के खिलाफ दिए बयान को भाजपा नेताओं ने अपमानजनक करार देते हुए लोकंतत्र के लिए बेहद शर्मनाक बताया है. बीजेपी ने कहा कि विपक्ष को देश के लोकतंत्र, चुनाव आयोग और संवैधानिक संस्थाओं पर भरोसा नही है.
हार का ठीकरा EVM पर : भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि 4 जून को देश में भाजपा की प्रचंड बहुमत से जीत होगी और नरेन्द्र मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बनेंगे. राजस्थान में सभी सीटों पर जीत की परंपरा कामय रहेगी. प्रदेश और देश की जनता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नीतियों और नेतृत्व पर मोहर लगाई है. देश के हर कोने में चाहे बच्चा हो, गरीब हो, महिला हो, युवा हो, हर व्यक्ति यही कह रहा है फिर एक बार मोदी सरकार. देश में इस प्रकार का वातावरण है कि सुदूर ढाणी में भी जाकर कहो, अबकी बार तो एक ही शब्द निकलता है, 400 पार. भाजपा का नारा जन-जन का नारा बन चुका है.
सीपी जोशी ने कहा कि देश की जनता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर विश्वास किया है, क्योंकि कांग्रेस जो 60 वर्षों में भी नहीं कर पाई उससे ज्यादा देश का विकास, सांस्कृतिक उत्थान, सीमाओं की सुरक्षा, गरीब कल्याण, सहित हर क्षेत्र में ऐतिहासिक काम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हुए है. राजस्थान की जनता ने भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के करिश्माई नेतृत्व को भरपूर समर्थन दिया है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जो भी काम करते हैं, उससे विपक्ष को तकलीफ है. मोदी जी मंदिर जाते है, ध्यान करते है, आध्यात्म करते हैं, उससे तकलीफ है. दुनिया उनका सम्मान करती है उससे तकलीफ है, देश में प्रभु श्रीरामलला का भव्य मंदिर बनता है, उससे तकलीफ है, कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटती है उससे तकलीफ है. विपक्ष आखिर क्या चाहता है, पता नहीं, लेकिन देश की जनता जो चाहती है, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का नेतृत्व.
इसलिए एक बार फिर से जनता का समर्थन और आशीर्वाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ है. जोशी ने कहा कि विपक्ष जिस प्रकार की बयानबाजी कर रहा है उससे लगता है कि उन्हें देश के लोकतंत्र, चुनाव आयोग और किसी भी संवैधानिक संस्था पर भरोसा नहीं है. जब वो चुनाव जीतते हैं तो सब ठीक होता है और हारते हैं तो ईवीएम पर ठीकरा फोड़ते हैं. जिस पार्टी ने देश पर इतने साल शासन किया वो क्षेत्रीय पार्टी में परिवर्तित होती दिखाई दे रही है. कांग्रेस को मजबूरी में क्षेत्रीय पार्टियों के साथ गठबंधन करना पड़ रहा है. इससे बड़ी दुर्गति और क्या होगी कि कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय नेताओं को किसी और पार्टी के चुनाव चिन्ह को वोट देना पड़ रहा है. इन्हें आत्मचिंतन करने की आवश्यकता है.
डोटासरा का सारा अहंकार चूर होगा : भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के निर्वाचन आयोग के खिलाफ अपमानजनक बयान को लोकंतत्र के लिए बेहद शर्मनाक बताया है. भारद्वाज ने पलटवार करते हुए कहा कि डोटासरा के बड़बोलेपन और अनर्गल बयानों से उनकी खीज और बौखलाहट साफ नजर आ रही है. लोकतंत्र की पवित्र संस्थाओं पर इस तरह के ओछे और घिनौने बयान देकर डोटासरा अपनी हताशा को छिपा रहे हैं. चुनाव परिणाम आने के बाद डोटासरा का अहंकार चूर-चूर हो जाएगा.
भारद्वाज ने कहा कि कांग्रेस के लोग भी कभी-कभी किसी राज्य में चुनाव जीत जाते हैं, तब इन्हे लोकतंत्र मजबूत नजर आता है और इनके कुकर्मों से जनता अधिकतर जगह इनको चुनाव हराती है तब यह संवैधानिक सस्थाओं पर झूठा आरोप लगाकर जनमत का अपमान करते हैं. भारत के निर्वाचन आयोग को पंगु और चोर जैसे अपमानजनक शब्दों से संबोधित करने वाले डोटासरा शायद ये भूल गए हैं कि हाल ही में विधानसभा चुनावों में तेलंगाना, कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश में भी इसी निर्वाचन आयोग ने चुनाव करवाए थे. डोटासरा ने इन राज्यों में निर्वाचन आयोग की निष्पक्षता पर सवाल खडे नहीं किए. वहीं, दूसरी ओर किसी प्रदेश में अगर भाजपा सरकार सत्ता में आती है तो बौखलाहट में कांग्रेसी नेता निर्वाचन आयोग और ईवीएम का राग अलापना शुरू कर देते है. ऐसे में कांग्रेसी नेताओं के अनर्गल बयान उनकी आतंरिक मनोदशा को दर्शाता है.