मिर्जापुर : मिर्जापुर लोकसभा सीट के लिए सुबह 7 बजे से मतदान शुरू हुआ. 2143 बूथों पर कड़ी सुरक्षा के बीच वोटिंग हुई. कुल 1906327 मतदाता आज 6 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे. इस सीट से एनडीए गठबंधन से अनुप्रिया पटेल, इंडी गठबंधन के रमेश चंद बिंद, बसपा से मनीष त्रिपाठी और पीडीएम से दौलत सिंह पटेल चुनाव मैदान में हैं. दोपहर 3 बजे तक यहां 48.81 और इससे पहले 1 बजे तक 41.55 प्रतिशत मतदान हुआ. इससे पूर्व सुबह 11 बजे तक 29.54 प्रतिशत जबकि सुबह 9 बजे तक 14.93 प्रतिशत मतदान हुआ था. शाम 5 बजे तक 55.83 प्रतिशत मतदान यहां हुआ. शाम 6 बजे तक कुल 57.72 प्रतिशत मतदान हुआ.
केंद्रीय मंत्री व अपना दल एस की प्रत्याशी अनुप्रिया पटेल सेंट मैरिस मतदान केंद्र पहुंचीं. यहां उन्होंने अपना वोट डाला. इस दौरान मीडिया से बातचीत में कहा कि यहां की जनता तीसरी बार उन्हें अपना आशीर्वाद देने जा रही है. कांग्रेस की ओर से एग्जिट पोल का बायकाट करने के सवाल पर कहा कि यह दर्शाता है कि वे कितने हताश और निराश हैं. परिणाम का उनको पहले ही आभास हो चुका है. वे स्वीकार कर चुके. तीसरी बार फिर मोदी की नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनने जा रही है.
सपा प्रत्याशी रमेश चंद बिंद ने भी एक बूथ पर पहुंचकर मतदान किया. इसके बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि बदलाव होगा. इंडिया गठबंधन की सरकार बनेगी. लड़ाई में कोई नहीं है. अनुप्रिया पटेल ने कोई विकास नहीं किया है. सत्ता पक्ष के लोग घबरा गए हैं. सत्ता का धौंस दिखाकर प्रताड़ित किया जा रहा है. सरकारी तंत्र का प्रयोग कर डराया जा रहा है.
लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण का मतदान सुबह 7 बजे से शुरू हो गया है. मिर्जापुर जनपद में भी मतदान कड़ी सुरक्षा के बीच कराया जा रहा है. कुल 1352 मतदान केंद्रों 2143 मतदेय स्थल पर वोट डाले जा रहे हैं. चुनाव क्षेत्रो में कड़ी निगरानी के लिए 05 सुपर जोनल मजिस्ट्रेट, 20 जोनल मजिस्ट्रेट और 188 सेक्टर मजिस्ट्रेट के अलावा 06 स्टैटिक मजिस्ट्रेट की नियुक्ति की गई है.
इसके अतिरिक्त 55 बूथों पर वीडियोग्राफी कराई जा रही है. 1073 बूथों पर बेबकास्टिंग की भी व्यवस्था की गई है. आज कुल 1906327 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं. यहां पर कुल 1906327 मतदाता हैं, इनमें 999567 पुरुष एवं 906691 महिला व 69 थर्ड जेंडर हैं.
मिर्जापुर लोकसभा धार्मिक और पर्यटन के साथ ही भारत की चुनावी राजनीति में भी अपना महत्वपूर्ण स्थान रखता है. धार्मिक में मां विंध्यवासिनी का मंदिर देशभर में फेमस है तो वहीं पर्यटन के क्षेत्र में यहां एक से बढ़कर एक वाटरफॉल हैं. राजनीति में यह रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का कर्मभूमि है. बीजेपी राज्यसभा सांसद व राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह का यह गृह जनपद है. इसके साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह भी मिर्जापुर के ही रहने वाले हैं.
मिर्जापुर लोकसभा क्षेत्र 5 विधानसभा क्षेत्र मिलकर बना है. इस सीट से दस्यु सुंदरी फूलन देवी के साथ दस्यु ददुवा के भाई बालकुमार पटेल भी जीत दर्ज कर चुके हैं. 1952 से लेकर अब तक यहां पर सात बार कांग्रेस, चार बार समाजवादी पार्टी, दो बार बहुजन पार्टी, दो बार बीजेपी, दो बार अपना दल, एक बार भारतीय जनसंघ, एक बार, जनता पार्टी, एक बार जनता दल ने जीत दर्ज की है. इस सीट से आज तक कोई भी प्रत्याशी तीसरी बार नहीं चुना गया है.
जॉन एन विल्सन 1952 और 57 में कांग्रेस से, श्याम धर मिश्रा 1962 में कांग्रेस से, वंश नारायण सिंह 1967 में भारतीय जन संघ से, अजीज इमाम 1971 में कांग्रेस से, फकीर अली अंसारी 1977 में जनता पार्टी से, अजीज इमाम 1980 में कांग्रेस से, उमाकांत मिश्र 1981 कांग्रेस से, उमाकांत मिश्र 1984 कांग्रेस से, यूसुफ बेग 1989 में जनता दल से, बिरेन्द्र सिंह 1991 में भाजपा से, फूलन देवी 1996 में सपा से, बिरेन्द्र सिंह 1998 में भाजपा से, फूलन देवी 1999 में सपा से, रामरती बिन्द 2002 सपा से, नरेंद्र कुशवाहा 2004 में बसपा से, रमेश दुबे 2007 में बसपा से, बालकुमार पटेल 2009 में सपा से, अनुप्रिया पटेल 2014 में अपना दल से और अनुप्रिया पटेल 2019 में अपना दल सोनेलाल से जीत दर्ज की है.
मिर्जापुर लोकसभा सीट मिर्जापुर भदोही सीट से 2009 में कट कर मिर्जापुर लोकसभा के नाम हो जाने से कुर्मी बाहुल्य इलाका हो गया. पहले मिर्जापुर भदोही लोकसभा सीट के नाम से था दोनों जनपद शामिल थे. 2009 से मिर्जापुर भदोही अलग-अलग लोकसभा बन गया. सभी पार्टियां यहां जातीय समीकरण को देखते हुए टिकट देती हैं.जातीय समीकरण की बात किया जाए तो यहां पर एक लाख 60 हजार ब्राह्मण, एक लाख 50 हजार वैश्य, 90 हजार क्षत्रिय, एक लाख 25 हजार कोल, 3 लाख 50 हजार पटेल, अन्य ओबीसी भी तीन लाख, तीन लाख दलित,एक लाख 50 हजार मुस्लिम, एक लाख 50 हजार मौर्य कुशवाहा, एक लाख यादव,एक लाख 50 हजार बिंद केवट है.
मिर्जापुर सामान्य सीट है. यहां पर अपना दल सोनेलाल पार्टी से वर्तमान में अनुप्रिया पटेल सांसद है. अनुप्रिया पटेल ने 2019 लोकसभा के चुनाव 232,008 वोटों के अंतर से इस सीट पर जीत दर्ज की थी. अनुप्रिया पटेल को 591,564 वोट मिले थे, तो समाजवादी पार्टी के रामचरित्र निषाद को 359,556 वोट मिले थे. कांग्रेस के ललितेश पति त्रिपाठी को 91,501 वोट से संतोष करना पड़ा था.
एनडीए अपना दल सोनेलाल पार्टी से अनुप्रिया पटेल तीसरी बार हैट्रिक लगाने के लिए मैदान में है तो इंडिया गठबंधन सपा से रमेश चंद बिंद है जो बीजेपी को छोड़कर सपा से ताल ठोंक रहे हैं. बसपा से मनीष त्रिपाठी हैं. अनुप्रिया पटेल की बहन पल्लवी पटेल की पार्टी अपना दल कमेरवादी पीडीएम से दौलत सिंह पटेल मैदान में है. इन प्रत्याशियों के साथ 6 प्रत्याशी मैदान में है. अनुप्रिया पटेल और रमेश चंद बिंद की प्रतिष्ठा दाव पर है.
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