कोटा. राजस्थान में दो चरणों में मतदान 16 और 26 अप्रैल को होना है. निर्वाचन विभाग इसकी पूरी तैयारी कर रहा है. दूसरी तरफ राजस्थान में दोनों फेज के नामांकन और नाम वापसी का समय खत्म हो गया है. अब राजस्थान में 266 प्रत्याशी चुनावी मैदान में डटे हुए हैं. इनमें भाजपा और कांग्रेस के 50 प्रत्याशी 25 लोकसभा सीटों पर चुनावी मैदान में हैं.
इन प्रत्याशियों की संपत्ति के ब्यौरा का एनालिसिस ईटीवी भारत ने किया. इसमें सामने आया कि 8 लखपति, 39 करोड़पति और तीन अरबपति प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं. सबसे ज्यादा संपत्ति की बात की जाए तो वह टोक सवाई माधोपुर से चुनाव लड़ रहे हरियाणा मूल के निवासी सुखबीर सिंह जौनपुरिया की है. उनकी संपत्ति 140 करोड़ है.
वहीं, सबसे कम संपत्ति की बात की जाए तो करौली-धौलपुर से चुनाव लड़ रही बीजेपी कैंडिडेट इंदु देवी जाटव की संपत्ति है. उन्होंने अपने संपत्ति के ब्यौरे में महज 7.8 लाख की संपत्ति दिखाई है. हालांकि, उनके पति सरकारी कर्मचारी हैं. यह 7.8 लाख की चल संपत्ति में दर्शाया गया है, जबकि अचल संपत्ति में उनके पास कुछ भी नहीं होना बताया है.
संजना जाटव, सुमेधानंद और इंदु देवी के पास नहीं है कोई अचल संपत्ति : चुनाव लड़ रहे अरबपतियों में सुखबीर सिंह जौनपुरिया के पास 141 करोड़ रुपए की संपत्ति है. इसके बाद उदयलाल आंजना के पास 112 करोड़ व डॉ. ज्योति मिर्धा के पास में 102 करोड़ रुपए की संपत्ति है. जबकि केवल लखपतियों में इंदु देवी जाटव 7.8 लाख, संजना जाटव 23 लाख, अरविंद डामोर 36 लाख, अमराराम 40 लाख, ललित यादव 46 लाख, सुमेधानंद सरस्वती 63, कैलाश चौधरी 72 लाख और राम स्वरूप कोली के पास 78 लाख की संपत्ति है.
शेष बचे सभी प्रत्याशी करोड़पति हैं. लखपति प्रत्याशियों में इंदु देवी जाटव, संजना जाटव और सुमेधानंद सरस्वती के पास कोई अचल संपत्ति नहीं है. उनके पास नकदी और जेवरात के अलावा बैंक में जमा राशि ही चल संपत्ति के रूप में है.
बेनीवाल से 55 गुना ज्यादा संपत्ति ज्योति मिर्धा की : टोंक सवाई माधोपुर के सुखबीर सिंह जौनपुरिया के सामने पूर्व डीजीपी व रिटायर आईपीएस हरीश मीणा चुनावी मैदान में हैं. दोनों की संपत्ति में 120 करोड़ का अंतर है. हरीश मीणा की संपत्ति महज 20.79 करोड़ है. दूसरी तरफ चित्तौड़गढ़ से चुनाव लड़ रहे कांग्रेस कैंडिडेट उदयलाल आंजना के सामने चुनाव रहे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी की महज 4 करोड़ की संपत्ति है. दोनों की संपत्ति में 108 करोड़ का अंतर है.
सीपी जोशी से आंजना की संपत्ति 28 गुना ज्यादा है. इसी तरह से नागौर से चुनाव लड़ रहीं बीजेपी कैंडिडेट ज्योति मिर्धा की संपत्ति कांग्रेस गठबंधन के उम्मीदवार हनुमान बेनीवाल से 55 गुना ज्यादा है. हनुमान बेनीवाल की संपत्ति महज 1.78 करोड़ है. दोनों के संपत्ति में 100 करोड़ से ज्यादा का अंतर है. जोधपुर से चुनाव लड़ रहे कांग्रेस प्रत्याशी करण सिंह उचियारड़ा की संपत्ति गजेंद्र सिंह शेखावत से 55 करोड़ ज्यादा है. इसी तरह पाली से चुनाव लड़ रहे भाजपा प्रत्याशी पीपी चौधरी की संपत्ति संगीता बेनीवाल से 32 करोड़ ज्यादा है.
इन प्रत्याशियों की संपत्ति के बीच लाखों का अंतर : सबसे कम संपत्ति के अंतर की बात की जाए तो वह 23 लाख है. यह सीकर से चुनाव लड़ अमराराम और सुमेधानंद सरस्वती की है. इसमें संत होते हुए भी सुमेधानंद सरस्वती की संपत्ति 63 लाख है और पूरी संपत्ति चल है. उनके पास कोई अचल संपत्ति नहीं है. जबकि उनके सामने चुनाव लड़ रहे कांग्रेस गठबंधन के अमराराम की संपत्ति 40 लाख है. इसी तरह से भरतपुर से चुनाव लड़ रहीं कांग्रेस प्रत्याशी संजना यादव की संपत्ति 23 लाख है. उनके सामने चुनाव लड़ रहे रामस्वरूप कोली की संपत्ति 78 लाख है. दोनों की संपत्ति के बीच में 55 लाख का अंतर है.
कांग्रेस से भाजपा प्रत्याशियों के पास ज्यादा संपत्ति : कांग्रेस पार्टी के सभी प्रत्याशियों की संपत्ति की गणना की जाए तो वह 391 करोड़ के आसपास बैठ रही है. इस समय इनका औसत 1.56 करोड़ रुपये प्रति प्रत्याशी के आसपास आता है, जबकि भाजपा प्रत्याशियों की संपत्ति 458 करोड़ के आसपास है. प्रति प्रत्याशी की औसत संपत्ति 1.83 करोड़ के आसपास है. दोनों ही पार्टी में लखपति प्रत्याशियों की संख्या चार-चार है, जबकि करोड़पति प्रत्याशी भाजपा के 19 और कांग्रेस के 20 हैं. वहीं, अब प्रति प्रत्याशी भाजपा के दो और कांग्रेस का एक है.
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