भोपाल। लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी और कांग्रेस ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. कांग्रेस इस बार लोकसभा चुनाव में मध्य प्रदेश की 29 में से आधी सीटों पर युवा चेहरों को उतारने जा रही है. इन सभी सीटों पर कांग्रेस ने पैनल तैयार कर लिए है. पांच सीटों पर उम्मीदवार तय कर लिया गया है, जबकि प्रदेश की एक सीट कांग्रेस समाजवादी पार्टी के लिए छोड़ रही है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के मुताबिक सभी उम्मीदवारों के नामों का ऐलान समय से पहले ही कर दिया जाएगा.
14 लोकसभा सीटों पर युवा चेहरों को तवज्जो
बीजेपी लोकसभा चुनाव में कई नए चेहरों को मैदान में उतारने की तैयारी कर रही है. माना जा रहा है कि कई नाम चौंकाने वाले हो सकते हैं. वहीं, कांग्रेस भी लोकसभा चुनाव में सीनियर नेताओं के अलावा युवा चेहरों को तवज्जो देने जा रही है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के मुताबिक प्रदेश की 29 में से आधी सीटों पर युवा चेहरों को मैदान में उतारा जाएगा. यानी करीब 14 सीटों पर पार्टी युवा चेहरों को चुनाव में उतारेगी. इसमें से 6 लोकसभा सीटों पर सिंगल नाम तय कर लिया गया है.
सीधी लोकसभा सीट
प्रदेश की सीधी लोकसभा सीट पर आखिरी बार कांग्रेस 2007 में चुनाव जीती थी. 2007 में कांग्रेस के मानिक सिंह ने चुनाव जीता था, लेकिन इसके बाद 2009 और 2014 और 2019 के चुनाव में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा. 2019 के चुनाव में कांग्रेस के अजय सिंह बीजेपी की रीति पाठक ने 2 लाख 86 हजार 524 वोटों से हार गए थे. कांग्रेस इस बार इस सीट से पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल को चुनाव में उतारने जा रही है. पिछले विधानसभा चुनाव में कमलेश्वर पटेल हार गए थे.
रीवा लोकसभा सीट
रीवा लोकसभा सीट पर हमेशा त्रिकोणीय मुकाबला रहा है. कांग्रेस को इस सीट से लगातार चार चुनावों से हार का सामना करना पड़ रहा है. कांग्रेस के सुंदरलाल तिवारी ने 1999 में आखिरी बार इस सीट से लोकसभा का चुनाव जीता था. इसके बाद 2004 में बीजेपी, 2009 में बहुजन समाज पार्टी और 2014, 2019 में बीजेपी के जनार्दन मिश्रा चुनाव जीतते आ रहे हैं. 2019 के चुनाव में पूर्व सांसद स्वर्गीय सुंदरलाल तिवारी के बेटे सिद्धार्थ तिवारी को कांग्रेस ने चुनाव में उतारा था, जिन्हें 3 लाख 12 हजार 807 वोटों से हार मिली थी. हालांकि, पिछले विधानसभा चुनाव में सिद्धार्थ तिवारी टिकट न मिलने से नाराज होकर बीजेपी में शामिल हो गए थे. कांग्रेस इस सीट से अजय मिश्रा बाबा को चुनाव में उतारने जा रही है. इस सीट से उनका सिंगल नाम तय किया गया है.
छिंदवाड़ा लोकसभा सीट
प्रदेश में कांग्रेस के सबसे मजबूत गढ़ छिंदवाड़ा में कांग्रेस एक बार फिर कमलनाथ के सांसद बेटे नकुलनाथ को चुनाव में उतारने जा रही है. कांग्रेस प्रदेश प्रभारी जितेन्द्र सिंह उनके नाम का ऐलान कर चुके हैं. इस सीट से नकुलनाथ का सिंगल नाम तय किया गया है.
बैतूल लोकसभा सीट
बैतूल लोकसभा सीट पर बीजेपी ने अपनी मजबूत जड़ें जमा ली हैं. बीजेपी 1996 से लगातार 8 लोकसभा चुनाव से जीतती आ रही है. 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के दुर्गादास उइके ने कांग्रेस के रामू टेकाम को 3 लाख 60 हजार वोटों से धूल चटाई थी. इस बार कांग्रेस एक बार फिर रामू टेकाम को चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी कर रही है. कांग्रेस ने उनका सिंगल नाम तय किया है.
शहडोल लोकसभा सीट
इस लोकसभा सीट पर कांग्रेस ने आखिरी चुनाव 2009 में जीता था. 2014, 2016 और 2019 में बीजेपी यहां से जीत दर्ज करती आ रही है. 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी की हिमांद्री सिंह ने कांग्रेस की प्रमिला सिंह को भारी अंतर से हराया था. कांग्रेस ने इस बार इस सीट से मौजूदा विधायक फुंदे लाल मार्को को चुनाव में उतारने की तैयारी की है.
धार लोकसभा सीट
धार लोकसभा सीट पर कांग्रेस लगातार दो चुनावों से हारती आ रही है. 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने जीत दर्ज की थी. 2019 के चुनाव में बीजेपी के छतर सिंह दरबार ने कांग्रेस के दिनेश ग्रेवाल को डेढ़ लाख वोटों से हराया था. कांग्रेस इस बार इस सीट से पूर्व मंत्री सुरेन्द्र हनी सिंह बघेल को चुनाव में उतारने की तैयारी कर रही है. पिछले विधानसभा चुनाव में सुरेन्द्र हनी सिंह बघेल हार गए थे.
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चार सीटों पर तीन नामों का पैनल, 13 पर दो नाम
कांग्रेस ने बालाघाट, होशंगाबाद, रतलाम और मंदसौर लोकसभा सीट पर तीन नामों का पैनल तैयार किया है. जबकि, खरगौन, खंडवा, देवास, मंडला, उज्जैन, जबलपुर, विदिशा, राजगढ़, टीकमगढ़, दमोह, गुना, सागर, भिंड सीट पर दो-दो नामों का पैनल तैयार किया गया है.
खजुराहो सीट सपा के साथ मिलकर लड़ेगी कांग्रेस
लोकसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर सपा और कांग्रेस में ठन गई थी, लेकिन लोकसभा चुनाव के लिए दोनों पार्टियों के बीच सीटों का फार्मूला आखिरकार तय हो गया है. मध्य प्रदेश की खजुराहो लोकसभा सीट पर कांग्रेस अपना उम्मीदवार नहीं उतारेगी. कांग्रेस इस सीट पर समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर लड़ेगी. उधर, खजुराहो सीट सपा के लिए छोड़ने को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस पर कटाक्ष किया है. बीजेपी प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में सपा को छला है. विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का पहले ही सफाया हो गया है. उत्तर प्रदेश में भी कांग्रेस को जितनी सीट मिली है, जनता भी उसी अनुसार वोट देगी. चुनाव में कांग्रेस की जमानत जब्त होगी.