पटनाः बिहार सरकार के मंत्री जनक राम ने दावा किया है कि बिहार में इस बार 40 की 40 सीटें NDA की झोली में जाएंगी. जनक राम ने कहा कि जिस तरह से पीएम मोदी ने गरीबों के कल्याण की योजनाएं चलाई हैं लोगों ने एक बार फिर केंद्र में NDA सरकार लाने का मन बना लिया है. उन्होंने कहा कि पूर्णिया में तेजस्वी यादव के बयान से ये बात पूरी तरह साफ हो गयी है कि महागठबंधन ने अपनी हार मान ली है.
तेजस्वी यादव का बयान हार का परिचायकः मंत्री जनक राम ने कहा कि "तेजस्वी यादव के पास हार मानने की वजह भी है तभी तो उन्होंने पूर्णिया में लोगों से स्पष्ट रूप से कह दिया कि INDI को नहीं जिताना है NDA को जिताना है. एक तरफ गरीब को देनेवाली पार्टी है दूसरी तरफ गरीब को गुमराह कर उसका हक लूटनेवाली पार्टी है. इसलिए प्रदेश की जनता किसी के झांसे में नहीं आनेवाली है."
'मोदी ने गरीबों के घर पहुंचाई खुशहाली': जनक राम ने आरजेडी के 15 साल के शासन पर भी प्रहार किया और कहा कि देश-प्रदेश की जनता ने देखा है कि लोगों के वोट से चुनी गयी सरकार ने कैसे 15 साल तक बिहार में गरीबों के अधिकार लूटे. 15 साल के कुशासन में गरीबों ने ये देखा है. वो तो धन्यवाद मनाइये बिहार और देश के लोगों का जिन्होंने नरेंद्र मोदी जी को ताकत दी और मोदी जी ने 175 योजना लाकर गरीबों के घरों में खुशहाली पहुंचाई."
पूर्णिया में तेजस्वी ने क्या कहा ?: बता दें कि 22 अप्रैल को पूर्णिया में चुनाव प्रचार के दौरान आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने चुनावी सभा में लोगों से अपील की थी कि या तो वे INDi अलायंस को वोट दें या फिर NDA को वोट दें. तेजस्वी यादव ने कहा कि "किसी के धोखे नहीं आना है. यह कोई एक व्यक्ति का चुनाव नहीं है. यहां दो धारा है या तो एनडीए या इंडिया की लड़ाई है. आप इंडिया को चुनो. अगर इंडिया के बीमा भारती को नहीं चुनते हो तो आप एनडीए को चुन लो."
पूर्णिया में प्रतिष्ठा की लड़ाईः दरअसल पूर्णिया में इस बार बेहद ही रोचक जंग है. पूर्णिया से टिकट की आस में कांग्रेस ज्वाइन करनेवाले पूर्व सांसद पप्पू यादव को दरकिनार कर महागठबंधन ने यहां से आरजेडी कैंडिडेट के रूप में बीमा भारती को उतारा है. वहीं मौजूदा सांसद संतोष कुशवाहा NDA के उम्मीदवार हैं जबकि पप्पू यादव भी निर्दलीय कैंडिडेट के रूप में चुनावी मैदान में ताल ठोक रहे हैं. पूर्णिया में दूसरे चरण के दौरान 26 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे.