गोरखपुर : फिल्म अभिनेत्री काजल निषाद गोरखपुर से समाजवादी पार्टी की लोकसभा प्रत्याशी होंगी. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने काजल निषाद के नाम पर मोहर लगाई है. मंगलवार को जारी 16 प्रत्याशियों की सूची में काजल निषाद का भी नाम शामिल है. लोकसभा प्रत्याशी बनाए जाने के बाद काजल निषाद के परिवार और समर्थकों में खुशी का माहौल है. उनके पति और परिवार के लोगों ने उन्हें मिठाई खिलाकर जहां इसकी खुशियां जाहिर की है, वहीं मीडिया से बात करते हुए काजल निषाद ने कहा है कि सपा मुखिया ने उनके ऊपर जो भरोसा जताया है, वह उस पर खरा उतरने का कार्य करेंगी. गोरखपुर के लोगों से उनका जुड़ाव पिछले 10 से 12 वर्षों से बहुत ही निकटता के साथ होता चला गया है. कार्यकर्ताओं के हौसले और सहयोग से इस बार परिणाम को वह जीत में बदलेंगी.
तीसरी बार जताया भरोसा : काजल निषाद की पहचान गोरखपुर में एक फायर ब्रांड नेता के रूप में बन चुकी है. सपा ने उन पर तीसरी बार भरोसा जताया है. इसके पहले वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा ने कैम्पियरगंज विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ाया था. काजल निषाद ने बहुत अच्छा प्रदर्शन करते हुए जीत तो नहीं हासिल की, लेकिन भाजपा प्रत्याशी और पूर्व कैबिनेट मंत्री फतेह बहादुर सिंह के रातों की नींद हराम कर दी थी. उनके इसी प्रदर्शन को देखते हुए महापौर के चुनाव में भी समाजवादी पार्टी ने उन्हें अपना प्रत्याशी बनाया. काजल मतदाताओं के बीच खूब लोकप्रिय हुईं. उन्हें अच्छा मत भी प्राप्त हुआ, लेकिन वह भाजपा प्रत्याशी डॉक्टर मंगलेश श्रीवास्तव से चुनाव हार गईं. उन्होंने इस चुनाव में मतपेटी बदलने और वोटों के आंकड़ों में हेराफेरी करने का आरोप लगाया था. चुनाव परिणाम काफी देर तक रुका रहा. एक जुझारू महिला के रूप में काजल अपनी पहचान समाजवादी पार्टी में बनाती रहीं. शायद यही वजह रही कि जब प्रत्याशी की बात आई तो सपा मुखिया ने एक बार फिर उनके नाम पर भरोसा जताया. काजल ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत कांग्रेस पार्टी से की थी. वर्ष 2012 का विधानसभा चुनाव उन्होंने गोरखपुर ग्रामीण सीट से लड़ा था. इस दौरान उनके ऊपर हमला भी हुआ था और वह चर्चा में आई थीं.
'काम की भी होनी चाहिए बात' : काजल निषाद कहती हैं कि इस चुनाव में जनता एक स्टार और समाजसेवी में अंतर करने में सफल होगी. वह देखेगी कि वास्तव में उनके बीच समाजसेवी के रूप में कौन ज्यादा समय देता रहा है. काजल ने कहा कि राम का नाम तो खूब लिया जा रहा, लेकिन काम की बात भी होनी चाहिए. राम सिर्फ भाजपा के नहीं हैं. राम सबके आदर्श हैं. सबके मन में बसे हैं. हम भी राम को मानते हैं, भजते हैं. उनके भजन गीत गाते हैं, लेकिन लोगों के लिए काम, भूख, प्यास मिटाने के उपाय का होना बेहद जरूरी है. उन्होंने कहा कि पीडीए का गठबंधन इस चुनाव में बेहतर प्रदर्शन करेगा. 'इंडिया' गठबंधन में कोई मतभेद नहीं है. चुनाव में यह सब मिलकर अच्छा परिणाम देंगे. काजल फिलहाल चोटिल हैं, लेकिन वह अपने चुनाव अभियान को गति देने में जुटी हैं.
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