जयपुर. लोकसभा के चुनावी रण में प्रदेश की 25 सीटों पर भाजपा का विजय रथ रोकने की कवायद में जुटी कांग्रेस की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. जयपुर सीट पर टिकट बदलने और राजसमंद से टिकट लौटाने की पेशकश के बीच अब अजमेर और भीलवाड़ा सीट पर भी टिकट के पुनर्विचार की चर्चा चल रही है. हालांकि, प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने ऐसी किसी भी संभावना से इनकार किया है.
राज्य की जिन 13 सीटों पर दूसरे चरण में चुनाव होना है. उनमें अजमेर और भीलवाड़ा की सीट भी शामिल है. अजमेर से कांग्रेस ने अजमेर डेयरी के चेयरमैन रामचंद्र चौधरी को चुनावी मैदान में उतारा है और भीलवाड़ा से दामोदर गुर्जर पर दांव खेला है. अब अजमेर से कांग्रेस प्रत्याशी रामचंद्र चौधरी पर महिला के शोषण के पुराने मुकदमे होने की बात सामने आने पर कांग्रेस की चिंता बढ़ गई है. जबकि भीलवाड़ा सीट के टिकट पर भी पुनर्विचार करने की चर्चा है.
वॉर रूम में हुई बैठक में चर्चा : दरअसल, पीसीसी वॉर रूम में गुरुवार को छह लोकसभा सीटों पर प्रचार की रणनीति तय करने के लिए अहम बैठक हुई थी. इसमें अजमेर से सांसद रहे रघु शर्मा के साथ ही पूर्व विधायक राकेश पारीक, नसीम अख्तर के अलावा कई अन्य नेता भी पहुंचे थे. ऐसे में माना जा रहा है कि इस बैठक में अजमेर सीट को लेकर भी चर्चा की गई है. हालांकि, रामचंद्र चौधरी ने आज नामांकन दाखिल किया है. अजमेर सीट से भाजपा ने भगीरथ चौधरी को चुनावी मैदान में उतारा है.
भीलवाड़ा में इस वजह से टिकट बदलने की अटकलें : कांग्रेस ने भीलवाड़ा से दामोदर गुर्जर को चुनावी मैदान में उतारा है. हालांकि, कहा यह जा रहा है कि दामोदर गुर्जर टोंक-सवाई माधोपुर से टिकट मांग रहे थे. इस बीच राजसमंद से कांग्रेस प्रत्याशी सुदर्शन सिंह रावत ने टिकट लौटने की पेशकश कर दी है. ऐसे में चर्चा है कि भीलवाड़ा से दामोदर गुर्जर को पार्टी राजसमंद शिफ्ट कर सकती है. भीलवाड़ा से पूर्व विधानसभा स्पीकर डॉ. सीपी जोशी को चुनाव मैदान में उतारा जा सकता है.
सीपी जोशी का नाम इसलिए चर्चा में : दरअसल, डॉ. सीपी जोशी साल 2009 में भीलवाड़ा से लोकसभा चुनाव जीते थे और केंद्र में मंत्री बने थे. इसके बाद वे एक बार भीलवाड़ा से और एक बार जयपुर ग्रामीण संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़े. लेकिन जीत हासिल नहीं हुई. फिलहाल चुनाव लड़ रहे 24 प्रत्याशियों में एक भी ब्राह्मण चेहरा नहीं है. ऐसे में नाराज ब्राह्मण वोटर्स को साधने के लिए पार्टी भीलवाड़ा से सीपी जोशी के नाम पर दांव खेला सकती है. हालांकि, राजसमंद में सुदर्शन रावत की जगह किसी और को टिकट देने और अजमेर व भीलवाड़ा के टिकट पर पुनर्विचार को लेकर अंतिम फैसला आलकमान को ही करना है.
प्रदेशाध्यक्ष डोटासरा ने कही यह बात : अजमेर और भीलवाड़ा के टिकट पर पुनर्विचार की संभावनाओं के बारे में पूछने पर प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने इससे इनकार किया है. उनका कहना है कि ऐसी कोई बात नहीं है. अजमेर के प्रत्याशी पर मुकदमे को लेकर उनका कहना है कि यह चुनाव आयोग की गाइडलाइन में स्पष्ट है कि प्रत्याशी को अपने खिलाफ आपराधिक मामलों की जानकारी देनी होगी और इसे लेकर पार्टी को समाचार पत्रों में विज्ञापन देने होंगे. लेकिन चुनाव नहीं लड़ सकने जैसी स्थिति नहीं है.
बांसवाड़ा-डूंगरपुर पर भी फैसला जल्द : राजस्थान की 25 में से एक सीट ऐसी है. जिस पर कांग्रेस ने अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं की है. यह सीट है बांसवाड़ा-डूंगरपुर. जहां भाजपा ने कांग्रेस से आए महेंद्रजीत सिंह मालवीय को चुनावी मैदान में उतारा है. जबकि कांग्रेस अभी तक यहां अपनी रणनीति तय नहीं कर पाई है. इस सीट पर भारतीय आदिवासी पार्टी से गठजोड़ की भी बात चल रही है. लेकिन अभी तक इस पर सहमति नहीं बन पाई है.