मधेपुरा: 'रोम पोप का, मधेपुरा गोप का' से मशहूर मधेपुरा लोकसभा सीट पर आज वोटिंग खत्म हो गई है. मधेपुरा लोकसभा क्षेत्र में कुल 6 विधानसभा क्षेत्र आते हैं. जिसमें आलमनगर, बिहारीगंज, मधेपुरा, सोनबरसा (राज), सहरसा और महिषी विधानसभा क्षेत्र शामिल है. यहां पर सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया.
Madhhepura Lok Sabha Seat Voting Updates:
- मधेपुरा में शाम 6 बजे तक 61 प्रतिशत मतदान
- मधेपुरा में शाम 5 बजे तक 54.92 प्रतिशत मतदान
- मधेपुरा में दोपहर 3 बजे तक 45.59 प्रतिशत मतदान
- दोपहर 1 बजे तक मधेपुरा में 36.84 फीसदी वोटिंग
- मधेपुरा सदर प्रखंड के मदनपुर पंचायत अंतर्गत वार्ड संख्या 11 में उत्क्रमित कन्या मध्य विद्यालय मैनिरही बूथ संख्या 187 पर वोट बहिष्कार
- मुरलीगंज प्रखंड के दीनापट्टी सखुआ पंचायत स्थित बूथ संख्या 73 पर भी वोट बहिष्कार. सड़क नहीं तो वोट नहीं का नारा
- मधेपुरा लोकसभा क्षेत्र अंतर्गत सहरसा जिले के महिषी विधानसभा क्षेत्र के झाड़ा पंचायत बूथ संख्या 115 पर मतदाताओं ने किया वोट बहिष्कार
- मधेपुरा में 11 बजे तक 23.31 फीसदी वोटिंग
- पूर्व विधायक किशोर कुमार मुन्ना ने सहरसा विधानसभा के रौता मतदान केंद्र संख्या 35 पर डाला वोट
- मधेपुरा में सुबह 9 बजे तक 10.71 फीसदी मतदान
- मधेपुरा में डीएम विजय प्रकाश मीणा ने अपने परिवार के साथ किया मतदान.
- बूथ संख्या 214 पर आधे घंटे की देरी से वोटिंग शुरू
- मधेपुरा लोकसभा क्षेत्र के सहरसा जिले के कोसी कॉलोनी बूथ संख्या 150, 149, 151 पर वोटरों की भीड़.
- मतदान केंद्रों पर लगी लंबी कतारें
- सभी छह विधानसभा क्षेत्रों में डाले जा रहे हैं वोट
- सुबह 7 बजे से मधेपुरा लोकसभा क्षेत्र में मतदान शुरू
दिनेश चंद्र यादव बनाम कुमार चंद्रदीप: 2024 लोकसभा चुनाव में इस बार जदयू के वर्तमान सांसद दिनेश चंद्र यादव का मुकाबला राजद के प्रत्याशी डॉ कुमार चंद्रदीप से है. जहां तक मधेपुरा लोकसभा क्षेत्र की बात है, यहां से 1989 से 2019 तक मधेपुरा सीट पर राजद और जदयू के प्रत्याशी ही जीतते आ रहे हैं.
मधेपुरा में मतदाता की संख्या: मधेपुरा लोकसभा क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 2071146 है. इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 1074243 है, जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 996852 है. वहीं ट्रांसजेंडर की संख्या 51 है. मधेपुरा लोकसभा क्षेत्र में 2047 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं.
सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता: मधेपुरा लोकसभा क्षेत्र में शांतिपूर्ण मतदान के लिए जिले को 30 कंपनी पारा मिलिट्री फोर्स का आवंटन हुआ है. इनमें एसएसबी के 9, बीएमपी के 7, सीआईएसएफ के 7, आईआरबी के 5 एवं बीएसएफ के 2 कंपनी शामिल है. सभी बूथों पर मजिस्ट्रेट और पुलिस जवान के साथ ईवीएम दस्ता को रवाना किया गया .
दो जिलों का क्षेत्र शामिल: बता दें कि सहरसा जिले के तीन विधान सभा और मधेपुरा जिले के तीन विधान सभा मिलाकर मधेपुरा लोकसभा क्षेत्र अंतर्गत 2047 मतदान केंद्र बनाया गया है, जहां लगभग 21 लाख मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे.
युवा और नए वोटर्स का समीकरण: इस बार 85 से अधिक उम्र के मतदाताओं की संख्या, 16 हजार 180 है और नए मतदाताओं की संख्या, 27 हजार 805 है. लोक सभा क्षेत्र सहरसा और मधेपुरा के सभी बूथों पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुख्ता इंतजाम किया गया है. ताकि निष्पक्ष और भय मुक्त माहौल में मतदाता अपना अपना मताधिकार का प्रयोग कर पाएंगे.
क्या बोले डीडीसी?: डीडीसी अवधेश कुमार आनंद ने बताया कि चुनाव को लेकर सभी तैयारी पूर्ण है. 7 मई को सुबह 7 बजे से हीं निर्धारित सभी बूथों पर मतदान प्रारंभ हो जाएगा जो कि शाम 6 बजे तक चलेगा.''
मधेपुरा का जातीय समीकरण: मधेपुरा लोकसभा क्षेत्र में यादव जाति के मतदाता सबसे अधिक है. यहां यादव मतदाताओं की संख्या लगभग 4 लाख है. वहीं मुस्लिम मतदाता करीब साढ़े ढाई लाख है. सवर्ण मतदाताओं की संख्या लगभग पौने 3 लाख है. निषाद जाति के लगभग डेढ़ लाख वोटर हैं. इसके अलावा करीब 7 लाख पचपनिया वोटर हैं. मधेपुरा में मुस्लिम और यादव वोट राजद का आधार माना जाता है. वहीं एनडीए सवर्ण, वैश्य और पचपनिया वोट पर दावा करता है. 2019 के लोकसभा के मकाबले इस बार लगभग ढाई लाख मतदाता की संख्या बढ़ी है.
यादवों का रहा दबदबा: 1967 से अब तक यहां से एक बार भी यादव जाति के अलावे किसी अन्य जाति के प्रत्याशी सांसद नहीं बने हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव में एनडीए गठबंधन के जदयू प्रत्याशी दिनेशचंद्र यादव ने महागठबंधन के राजद प्रत्याशी शरद यादव को हराकर सांसद बने थे. 2014 में राजद के टिकट पर सांसद बने पप्पू यादव 2019 में अपनी अलग पार्टी बनाकर चुनाव लड़े थे, लेकिन वे तीसरे स्थान पर खिसक गए.
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