जयपुर. लोकसभा चुनाव की रणभेरी बज चुकी है और दोनों प्रमुख दल प्रदेश की 25 सीटों पर चुनाव लड़ने और जीतने की रणनीति बनाने में जुटे हैं. इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उदयपुर के कन्हैयालाल हत्याकांड का मुद्दा उठाया और कहा कि NIA इस ममले में कुछ नहीं कर पाई. हमारी सरकार होती तो आरोपियों को फांसी दे दी जाती. उन्होंने प्रदेश की जनता से मार्मिक अपील कर कांग्रेस को आशीर्वाद देने की बात भी कही है. दरअसल, अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर आज अपना करीब 8 मिनट का एक वीडियो पोस्ट किया है. जिसमें वे प्रदेश की जनता से लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशियों को आशीर्वाद देने की बात कह रहे हैं. उन्होंने विधानसभा चुनाव में हार और अपने समय की योजनाओं का भी इस वीडियो में जिक्र किया है.
हमारे जितनी नौकरियां किसी ने नहीं दी : गहलोत ने कहा, हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में हम सबको विश्वास था कि सरकार रिपीट होगी. आम जनता में भी यह भावना थी. क्योंकि जो काम हुए और शिक्षा,स्वास्थ्य, सामाजिक सुरक्षा की जो योजनाएं बनी थी. कोई क्षेत्र ऐसा नहीं था. जिसे लेकर कोई योजना नहीं बनी थी. पेंशन की भी योजना थी. हमने महंगाई राहत शिविर चलाएं, जिनमें किसानों को और उपभोक्ताओं को बिजली की छूट दी गई. महंगाई के इस दौर में हर क्षेत्र के लोगों को राहत मिली थी. बेरोजगारी के दौर में जितनी नौकरी हमने लगाई. देश मे कहीं भी नहीं लगी.
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हमारी योजनाओं की चर्चा देश-दुनिया में : प्रदेश अपनी योजनाओं को लेकर आजादी के बाद पहली बार देश में चर्चा में आया. कई प्रदेशों में हमारी योजनाओं को अपनाया जा रहा है. इस माहौल में चुनाव हुए थे. लेकिन दुर्भाग्य से चुनावी अभियान में केंद्रीय नेताओं और अन्य प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों ने हमारे पर झूठे आरोप लगाए.
पीएम तक ने झूठ बोला, जुमला बन गया : अशोक गहलोत ने कहा, विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री तक ने कह दिया कि हिंदुओं को पांच लाख मिले और मुसलमानों को 50 लाख दिए गए. ये झूठ जुमला बन गया. हमने जितना कन्हैयालाल हत्याकांड में ध्यान रखा. हमने दो घंटे में आरोपियों को पकड़ लिया. दो बच्चों को नौकरी दे दी और 50 लाख रुपए भी दिए. यह केस एनआईए ने ले लिया. जो अब कुछ नहीं कर पा रहे हैं. केस हमारे पास होता तो अभी तक आरोपियों को फांसी की सजा हो जाती.
प्रदेश के बारे में झूठ फैलाया गया : गहलोत ने कहा, दुर्भाग्य से जो झूठे प्रचार किए गए कि राजस्थान में रेप बहुत ज्यादा हो रहे हैं. कानून व्यवस्था कुछ नहीं है. विकास ठप हो गया है. मैं समझता हूं कि झूठे आरोपों के कारण वो जनता को गुमराह करने में कामयाब हुए हैं. हमारी सरकार नहीं बन पाई. अब सरकार बने तीन महीने हो गए हैं. अभी तक तो काम करना शुरू ही नहीं कर पा रहे हैं. हमारी बंद या कमजोर करने का काम किया गया है. राजीव गांधी युवा मित्रों को नहीं बख्शा गया. राजीव गांधी के नाम से एतराज था तो नाम बदल देते. कम से कम उनके काम को देखते कि किस तरह वे सरकारी योजनाओं को घर-घर पहुंचा रहे थे.
यह सरकार काम नहीं कर पा रही है : गहलोत ने कहा, आज राशन की दुकान वालों को 6-6 महीने से कमीशन नहीं मिल रहा है. ऐसे कई उदाहरण हैं, जिससे यह जाहिर होता है कि यह सरकार काम नहीं कर पा रही है. इस माहौल में हम चल रहे हैं. अब लोकसभा के चुनाव आ गए हैं और हमारे पास जो फीडबैक आ रहा है कि गांव-गांव में लोग हमारी सरकार की योजनाओं को याद कर रहे हैं. हमारी गवर्नेंस को याद कर रहे हैं. माहौल बन रहा है कि हम चुनाव जीत सकते हैं.
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25 सांसदों ने राज्य की आवाज नहीं उठाई : गहलोत बोले, इतिहास गवाह है कि दो बार 25 सांसद भी जीते थे. आप बता दीजिए की 25 सांसदों ने हमारे लिए कोई आवाज उठाई क्या. सरकार की योजनाओं के बारे में कोई बात की उन लोगों ने केंद्र से ईआरसीपी तक के मामले में गुमराह किया गया. प्रधानमंत्री का वादा भी पूरा नहीं किया गया. इस हालत में लोकसभा के चुनाव हो रहे हैं. राजस्थान में हम चुनाव जरूर हारे हैं पर हमारा वोट प्रतिशत कम नहीं हुआ है, बल्कि बढ़ा है. यह इस बात का प्रतीक है कि जनता ने विश्वास प्रकट किया है.
कांग्रेस उठाएगी जनता की आवाज : अशोक गहलोत ने इस अपील में जनता से कांग्रेस प्रत्याशियों को लोकसभा चुनाव में आशीर्वाद देने की बात कही है. वे बोले- मैं प्रदेशवासियों से और मतदाताओं से अपील करता हूं कि इस बार आप एकजुट होकर कांग्रेस के उम्मीदवारों को कामयाब करें और उन्हें आशीर्वाद दें. वे जीत के जाएंगे तो राजस्थान की आवाज को बुलंद करेंगे. वे केंद्र में प्रदेश के हक की बात करेंगे. हम राजस्थान सरकार के सामने यहां की जनता की आवाज उठाएंगे. विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और विधानसभा के बाहर कांग्रेस कमेटी सरकार के सामने जनता की आवाज उठाएगी, ताकि जनता को फायदा मिल सके. हम केंद्र और प्रदेश की सरकार पर दबाव बनाने का पूरा प्रयास करेंगे.