पटनाः प्रधानमंत्री मोदी के बाद अब एलजेपीआर के अध्यक्ष चिराग पासवान ने भी अडानी-अंबानी को लेकर विपक्ष पर सवाल उठाए हैं. चिराग ने कहा कि जिस अडानी-अंबानी का नाम लेकर विपक्ष रोज हमें घेरता था आखिर ऐसा क्या हुआ कि चुनाव के बीच में विपक्ष अडानी-अंबानी का नाम भूल गया ?
'चुनाव के वक्त रखा जाने लगा ध्यान ?': चिराग ने सवाल किया कि क्या चुनाव के वक्त विपक्ष का ध्यान रखा जाने लगा कि वो अब अडानी-अंबानी का नाम भूल गये हैं. भई कुछ तो कारण होगा न ? एक लंबे समय से, पिछले साल भर से लगातार, पार्लियामेंट से लेकर हर मंच तक कांग्रेस और उनके सहयोगी दल इन नामों का इस्तेमाल करते थे, लेकिन आज इन्होंने एकदम इस नाम को लेना छोड़ दिया.
"चुनाव के वक्त भई समझा जाता है कि कई लोगों की ओर से कई लोगों की मदद की जाती है तो क्या ऐसी मदद एक कारण है कि अब आपकी जुबान इन पर बंद हो गयी है.बहरहाल कारण जो भी हो इससे ये बात तो स्पष्ट हो गयी न कि भइया जो आरोप आप हमलोगों पर लगाया करते थे वो आरोप भी बेबुनियाद थे क्योंकि अब चुनाव में तो आपने उन विषयों को उठाया नहीं है." चिराग पासवान, अध्यक्ष, एलजेपीआर
'हिंदुओं की संख्या घटना चिंता की बात': प्रधानमंत्री आर्थिक सलाहकार समिति की रिपोर्ट में हिंदुओं की संख्या घटने के सवाल पर चिराग ने कहा कि अगर ऐसा है तो ये चिंता का विषय है. समावेशी विकास सबके लिए है और ऐसे में अगर कोई जानकारी आई है तो उसका अध्ययन होना चाहिए.
अडानी-अंबानी को लेकर पीएम ने पूछे थे सवालः बता दें कि बुधवार को तेलंगाना के करीमनगर में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था कि "पांच सालों तक अडानी-अंबानी की माला जपनेवाले ने चुनाव के बीच अडानी-अंबानी को गाली देना बंद कर दिया है.जरूर दाल में कुछ काला है. पांच साल तक 'अंबानी-अडाणी' को गाली दी और रातों-रात गालियां बंद हो गई, मतलब कोई न कोई चोरी का माल टेम्पो भर-भर के आपने पाया है. ये जवाब देश को देना पड़ेगा."