पाकुड़: रमजान का पाक महीना शुरू होते ही मुस्लिम समाज के लोग रोजा रखने लगे हैं. रोजा रखने और पांच वक्त की नमाज पढ़ते देख यहां नन्हे बच्चे और बच्चियों में भी उत्साह है और वे भी रोजा रखने लगे हैं. पाकुड़ जिला मुख्यालय के मंसूरी टोला, बगानपाड़ा सहित कई मोहल्लों के दर्जनों छोटे छोटे बच्चों के रोजा रखने और पांच वक्त नमाज पढ़ते देख अन्य बच्चों में भी उत्साह बढ़ गया है और वे भी अपने अभिभावकों से रोजा रखने की बात कह रहे हैं.
पाकुड़ जिला मुख्यालय की मंसूरी टोला की पांच वर्षीय नगमा खातून के नाना हैदर अली ने बताया कि उनकी पांच वर्षीय नतनी नगमा सहित परिवार के अन्य बच्चों ने भी रोजा रखने की बात कही तो वे सभी इस बात को लेकर चिंता में पड़ गए कि इतनी छोटी बच्ची को कैसे संभाला जाए. लेकिन बच्चों की जिद के आगे परिवारवालों को मानना पड़ा. बच्ची ने रोजा रखा. उन्होंने बताया कि रोजा रखने के बाद बच्ची का विशेष ख्याल रखना पड़ रहा है कि छोटी बच्ची कहीं ज्यादा दौड़ धूप न करें, साथ ही स्कूल न जाये सिर्फ घर में ही पढ़ाई करे. वही नूर आलम ने बताया कि आसपास के कई बच्चे रोजा रख रहे हैं और परिजन इन बच्चों का विशेष ख्याल रख रहे हैं. परिजनों के मुताबिक ये नन्हे बच्चे अहले सुबह उठकर अल्पाहार ग्रहण कर नमाज पढ़ते हैं और दिनभर घर में रहकर इबादत कर रहे हैं.
जबकि पांच वर्षीय नगमा खातून का कहना है कि उसे रोजा रखना अच्छा लगता है. वह रोजे की नमाज में अल्लाह से यह दुआ मांग रही है कि देश में अमन चैन और शांति रहे. रोजा रख रहे इन बच्चे एवं बच्चियों का यह भी कहना है कि आगे भी वे रोजा रखेंगे और पांच वक्त की नमाज भी पढ़ेंगे. बता दें कि पाकुड़ में माह-ए-रमजान में नन्हे बच्चे व बच्चियों के रोजा रखने, इबादत करने को लेकर परिजनों सहित आसपास के लोगों में काफी खुशी है.
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