जयपुर: प्रदेश में इस साल हुई झमाझम बारिश के बाद 2 साल बाद शुक्रवार को फिर बीसलपुर के गेट खोले गए. सातवीं बार बीसलपुर बांध के भरने के बाद की गई जल निकासी से पहले सायरन बजाकर लोगों को अलर्ट किया गया. जयपुर अजमेर की लाइफ लाइन कहे जाने वाले इस बांध के 2 गेट आज सुबह 11:00 बजे खोले गए हैं. प्रदेश के जल संसाधन मंत्री सुरेश रावत ने पूजा - अर्चना के बाद गेट खोले. इस दौरान कलेक्टर सौम्या झा मौजूद रही.
12 हजार क्यूसेक जल निकासी: बीसलपुर बांध पर लगे स्काडा सिस्टम का बटन दबाकर गेट खोले गए. दो गेट खोलकर पानी बाहर निकाला जा रहा है. एक-एक मीटर पर करीब 12000 क्यूसेक पानी की निकासी जारी है. बांध की पूर्ण भराव क्षमता 315.50RL मीटर है, जबकि त्रिवेणी नदी 3.90 मीटर के उफान पर बह रही है. ऐसे में आज बांध के गेट खोल दिए गए है. बनास नदी में बांध से पानी की निकासी की जा रही है. इस पानी से सैकड़ों गांवों का भू जल स्तर बढ़ेगा.
गौरतलब है कि शुक्रवार को बांध के फुल होने की पूरी संभावना थी. जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत सुबह ही बीसलपुर डैम पर पहुंच चुके थे. बांध के गेट नंबर 9 और 10 एक मीटर ऊंचाई तक खोलकर जल निकासी की गई. इससे पहले बीती शाम से बांध पर सायरन बजाकर गेट खोलने से पहले अलर्ट करने के लिए मुनादी की जा रही थी. बांध बनने के बाद ऐसा सातवीं बार हुआ है, जब बांध फुल होने पर गेट खोले गए.
बांध के छलकने का इतिहास: जयपुर की करोड़ों की आबादी की प्यास बुझाने वाला बीसलपुर बांध साल 1996 में बना था. बांध में पहली बार 2004 में पानी रोका गया और इसी साल 18 अगस्त को बांध का उच्चतम जलस्तर 315.50 आरएल मीटर पहुंच गया था. इसके बाद 25 अगस्त 2006 को दूसरी बार बांध पर चादर चली, फिर 8 साल बाद 19 अगस्त 2014, 10 अगस्त 2016, 19 अगस्त 2019 और 26 अगस्त 2022 को बांध छलका था. बांध के इतिहास में पहली बार ऐसा होगा कि जब यह सितंबर में छलकेगा.
ग़ौरतलब है कि बीसलपुर बांध की कुल क्षमता 315.50 आर एल मीटर है. जिसमें 38.703 टीएमसी का पानी आता है. बांध के पूर्ण जलभराव में 68 गांवों की 21 हजार 300 हेक्टेयर जमीन डूब में आती है. बांध के पानी से लबालब हो जाने से आसपास के 25 गांव पूरी तरह जलमग्न हो जाते हैं, जबकि 43 गांव की जमीन में कई हिस्से और कृषि भूमि पानी में डूब जाती है.
कब-कब छलका बीसलपुर
1 - साल 2004 में
2 - साल 2006 में
3 - साल 2014 में
4 - साल 2016 में
5 - साल 2019 में
6 - साल 2022 में
7- साल 2024 में
कलेक्टर ने जारी किया था अलर्ट: बीसलपुर बांध के दरवाजे खोलकर जल निकासी को लेकर गुरुवार शाम को टोंक कलेक्टर सौम्या झा ने अलर्ट जारी किया था. बांध से लगातार सायरन बजाकर डाउन स्ट्रीम के लोगों को जल भराव की संभावना को देखते हुए बनास नदी के बहाव क्षेत्र में आवाजाही करने से रोकने की बात की गई और सतर्क रहने के लिए कहा गया. बांध में पानी का मुख्य स्रोत त्रिवेणी नदी भी 5 मीटर के जल स्तर के करीब बह रही है.
लगातार जारी पानी की आवक के बाद उपखंड अधिकारी मनोज कुमार मीणा ने अधिकारियों को आवश्यक सर्तकता रखने के निर्देश दिए हैं. बांध के डाउनस्ट्रीम में बनास नदी में से होकर आवागमन के रास्ते राजमहल से बोटून्दा, बंथली से कंवरावास, रावता माताजी, राजमहल से संथली, डेम के मुख्य मार्ग पर सेप्टीवॉल के पास और अन्य नदी से होकर गुजरने वाले मार्गों चेतावनी बोर्ड और बेरिकेडिंग लगाए गए है. साथ ही विकास अधिकारी संबंधित ग्राम पंचायतों में लोगों को जागरुक कर रहे हैं.