मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर: छत्तीसगढ़ के एमसीबी जिले में तेंदुआ आतंक का पर्याय बन चुका है. भरतपुर के ग्राम पंचायत भगवानपुर में आश्रित गांव रेद में तेंदुआ लगातार पिछले तीन दिनों से शिकार कर रहा है. हर रोज रात को तेंदुआ गांव पहुंच रहा है और एक जान को अपना शिकार बना रहा है. जिससे गांव के लोग डरे हुए हैं.
मवेशियों का शिकार कर रहा तेंदुआ: एमसीबी के रेदा गांव में तेंदुआ पिछले मंगलवार से लगातार मवेशियों का शिकार कर रहा है. कभी गायों तो कभी बैलों को अपना शिकार बना रहा है. शनिवार शाम को गांव की श्यामवती यादव ने अपनी गाय को घर के नजदीक बने गौशाला में बांधा था. 14 अप्रैल की रात लगभग 10 बजे तेंदुए ने शिकार करने की कोशिश की, लेकिन आसपास के लोगों ने देख लिया और हल्ला करने पर तेंदुआ जंगल की ओर भाग गया. लेकिन सुबह 4 बजे के आसपास तेंदुआ फिर गांव पहुंचा और एक गाय का शिकार किया.
शनिवार शाम को ही शिव लाल यादव ने घर से 100 मीटर दूर बने बाड़े में मवेशियों को बांधकर रखा था. रविवार सुबह शिवलाल जब बाड़े में पहुंचा तो देखा कि बाड़ा टूटा हुआ है और एक बैल भी वहां नहीं है. आसपास खोजने पर पता चला कि तेंदुए ने बैल का शिकार कर बाड़े से 500 मीटर दूर जंगल में खींचकर ले गया.
गांव में तेंदुए के पैरों के निशान मिले हैं. तेंदुए की खोजबीन चल रही है. -इंद्रभान पटेल, रेंजर
भरतपुर वन विभाग अलर्ट: इससे पहले मंगलवार को वन परिक्षेत्र कुंवारपुर के रेदा गांव में तेंदुए ने गांव के ही गोरालाल की गाय का शिकार किया. गाय को गोरेलाल ने जंगल के पास आमा खोलकी, कक्ष क्रमांक पीएफ 1290 के पास बने बाड़े में बांधकर रखा था. रात को तेंदुआ पहुंचा और गाय पर हमला कर उसे मार डाला. वन विभाग ने भी तेंदुआ के शिकार करने की पुष्टि की है. तेंदुआ पर नजर रखी जा रही है. गांव वालों को भी शाम होने के बाद घरों से निकलने के लिए मना किया गया है.