जयपुर: राजस्थान की चर्चित SI भर्ती परीक्षा रद्द करने की खबरों का सरकार ने खंडन किया है. इस संबंध में गठित मंत्रीमंडलीय कमेटी के संयोजक और विधि मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि कमेटी ने सभी पक्षों का बारीकी से अध्ययन करने के बाद अपने सुझाव के साथ रिपोर्ट सीएम भजनलाल शर्मा को सौंप दी है, अब अंतिम निर्णय सीएम को ही करना है. अब उनके विदेश दौरे से लौटने के बाद ही इस पर कोई निर्णय संभव है.
मंत्री पटेल ने कहा कि हमारा संकल्प था कि एसआई भर्ती परीक्षा में हुई धांधली की वास्तविक जांच हो. जिस तरह से पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के दौरान आरपीएससी के मेंबरों की इसमें भागीदारी रही है, उससे परीक्षा की निष्पक्षता पर सवाल उठ रहे थे, उसे देखते हुए ही मुख्यमंत्री ने एक मंत्रिमंडल कमेटी का गठन किया था. मंत्रिमंडल सब कमेटी ने अनेक पक्षों को सुना. सभी पक्षों का अध्ययन करने के बाद कमेटी के सभी सदस्यों ने रिपोर्ट तैयार की है. वह रिपोर्ट मुख्यमंत्री शर्मा को सौंप दी है.
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एसआई परीक्षा रद्द करने की खबरें मनगढ़ंत: पटेल ने कहा कि एसआई भर्ती परीक्षा रद्द करने की खबरें मनगढ़ंत हैं. कमेटी के किसी सदस्य ने ऐसा नहीं कहा. इनमें कोई सच्चाई नहीं है. इस पर निर्णय मुख्यमंत्री करेंगे. फिलहाल वे विदेश में है. उनके आने के बाद ही इस पर निर्णय होगा. उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल सब कमेटी ने शनिवार को ही अपनी रिपोर्ट तैयार कर ली थी. कमेटी के सभी सदस्यों की एक राय करके अपने सुझाव के साथ रिपोर्ट मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को दे चुकेे हैं.
एसओजी कर रही जांच: बता दें कि पेपर लीक मामलों को लेकर विशेष टीम गठित करते हुए भजनलाल शर्मा ने जांच के निर्देश दिए थे. विशेष टीम ने जिन भी भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी को शिकायत थी, उनकी एक एक करके जांच शुरू की. जांच के दायरे में आई भर्ती परीक्षाओं में SI भर्ती परीक्षा भी एक थी, इसका आयोजन 13-15 सितंबर 2021 को हुआ था.
आरपीएससी के वर्तमान व पूर्व सदस्य गिरफ्त में: वर्तमान में भर्ती परीक्षाओं में धांधली को लेकर आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा और पूर्व सदस्य रामू राम राईका दोनों गिरफ्त में है. एसओजी की पड़ताल में सामने आया था कि कटारा ने ही शिक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर माफिया अनिल उर्फ शेरसिंह मीणा की दिया था. वह तभी से जेल में है. अब उसके तार एसआई भर्ती परीक्षा से भी जुड़ते दिख रहे हैं. ऐसे में सभी की नजर एसओजी के नए खुलासे पर है. इस साल मार्च में एसओजी ने एसआई भर्ती में पेपर लीक का खुलासा करते हुए सबसे पहले 14 ट्रेनी एसआई को गिरफ्तार किया था. उसके बाद से अब तक एसआई भर्ती पेपर लीक मामले में एसओजी 100 से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है.