लातेहार: पुलिस और सुरक्षा बलों ने एक बार फिर से माओवादियों के नापाक मंसूबे को विफल कर दिया है. शुक्रवार को सुरक्षा बलों ने सर्च अभियान के दौरान जयगीर जंगल से एक सिलेंडर बम बरामद किया. जिसे बाद में बम निरोधक दस्ते के द्वारा डिफ्यूज कर दिया गया. आशंका जताई जा रही है कि माओवादियों ने चुनाव के दौरान हिंसक घटना को अंजाम देने के लिए सिलेंडर बम छिपा कर रखा होगा.
लातेहार एसपी अंजनी अंजन और सीआरपीएफ 214 बटालियन के कमांडेंट डीके जोशी के निर्देश पर सीआरपीएफ और जिला पुलिस के द्वारा जयगीर पहाड़ी के आसपास शुक्रवार को सर्च अभियान चलाया जा रहा था. सर्च अभियान के दौरान सुरक्षा बलों ने देखा कि पहाड़ी के एक किनारे में पत्थरों के नीचे सिलेंडर बम छिपाकर रखा गया है. सुरक्षा बलों ने तत्काल सिलेंडर बम को कब्जे में ले लिया और इसकी सूचना पर अधिकारियों को दी. बाद में अधिकारियों के निर्देश के बाद सिलेंडर बम को जंगल में ही बम निरोधक दस्ते के द्वारा डिफ्यूज कर दिया गया.
चुनाव के दौरान अराजकता फैलाने की थी योजना
इधर, लातेहार एसपी अंजनी अंजन और सीआरपीएफ 214 बटालियन के कमांडेंट डीके जोशी का मानना है कि नक्सलियों के द्वारा सिलेंडर बम का प्रयोग चुनाव के दौरान अराजकता फैलाने के लिए किए जाने की योजना होगी. हालांकि पुलिस और सुरक्षा बलों के द्वारा नक्सलियों के नापाक मंसूबे को ध्वस्त कर दिए गए. जयगीर पहाड़ी के अलावा बूढ़ापहाड़ के एरिया समेत तमाम वैसे स्थान पर पुलिस और सुरक्षा बलों के द्वारा लगातार सर्च अभियान चलाया जा रहा है. जहां नक्सलियों का पुराना अड्डा रहा करता था. पुलिस की इस कार्रवाई से नक्सलियों को अपना पर जमाने का मौका ही नहीं मिल पा रहा है.
2 साल के अंतराल में नक्सलियों को हुआ सबसे अधिक नुकसान
लातेहार जिले में पिछले 2 साल के अंतराल में नक्सलियों को सबसे अधिक नुकसान हुआ है. लातेहार एसपी अंजनी अंजन के नेतृत्व में पुलिस ने लातेहार जिले से नक्सलियों को पूरी तरह खदेड़ने के लिए अभियान आरंभ किया था. बुलबुल पहाड़ी से इस अभियान की शुरुआत की गई थी. बुलबुल पहाड़ी को नक्सलियों से मुक्त करने के लिए पुलिस ने लगातार कई दिनों तक जंगल की खाक छानी थी. पुलिस की इस कार्रवाई से नक्सलियों को भारी नुकसान हुआ था. इस दौरान नक्सलियों का कैंप भी ध्वस्त किया गया था. वहीं बड़ी संख्या में नक्सली गिरफ्तार भी हुए थे.
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