बीजापुर: बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की अस्थियों का विसर्जन कलेश्वरम में किया जाना है. आज परिजन अस्थियां लेने जब मुक्तिधाम पहुंचे तो उन्हें एक और आघात लगा. मुकेश चंद्राकर की अस्थियों से भरा कलश उनको टूटा मिला. कलश में रखी राख और अस्थियां भी मैदान में बिखरी मिली. परिवार के लोगों ने जिस जगह पर अस्थि कलश रखा था वहां से करीब 50 मीटर की दूरी पर कलश टूटा मिला है. परिजनों को घटना का पता तब चला जब वो अस्थि विसर्जन के लिए कलश लेने मुक्तिधाम पहुंचे.
मुकेश चंद्राकर की अस्थियों से छेड़छाड़: पत्रकार मुकेश चंद्राकर की अस्थियों का विसर्जन कलेश्वरम में किया जाना है. परिवार के लोग जब आज अस्थियां लेने के लिए मुक्तिधाम के पास पहुंचे तो देखा कि वहां से अस्थि कलश गायब है. परिवार के लोगों ने जब आस पास खोजा तो उनको 50 मीटर की दूरी पर अस्थि कलश टूटा पड़ा मिला. जिस जगह पर अस्थि कलश टूटा पड़ा मिला वहीं पर कलश में रखी अस्थियां भी बिखरी पड़ी मिली.
घटना की जानकारी हमें मिली है. पुलिस इस बात का पता लगा रही है कि वहां पर क्या हुआ. किसने अस्थि कलश को तोड़ा - योगेश शर्मा, बीजापुर थाना प्रभारी
किसने तोड़ा अस्थियों से भरा कलश: मुकेश चंद्राकर की अस्थियों से भरे कलश को किसने तोड़ा ये अभी पता नहीं चल पाया है. परिवार के लोगों ने घटना की शिकायत बीजापुर एसपी से की है. अस्थि कलश तोड़े जाने से परिवार के लोग काफी गुस्से में हैं. कहा जा रहा है कि अंतिम संस्कार के बाद अस्थियों को कलश में डालकर मुक्तिधाम में ही पेड़ के डाल से बांधकर रख दिया गया था. आज सुबह जब परिजन अस्थियां लेने पहुंचे तो वहां पर कलश नहीं था. पत्रकारों ने इस घटना का विरोध किया है.
कौन हैं मुकेश चंद्राकर: बस्तर जंक्शन के नाम से स्वतंत्र पत्रकार मुकेश चंद्राकर वीडियो पोर्टल यूट्यूब पर चलाते थे. 1 जनवरी के दिन मुकेश चंद्राकर अपने घर से लापता हो गए थे. परिवार के लोगों ने उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई. 3 जनवरी के दिन मुकेश चंद्राकर की लाश ठेकेदार के सेप्टिक टैंक से बरामद हुई. 6 जनवरी को हत्या के आरोपी ठेकेदार को हैदराबाद से एसआईटी ने गिरफ्तार किया. PWD विभाग ने आरोपी ठेकेदार का बाद में लाइसेंस रद्द कर दिया. जिस ठेकेदार पर हत्या का आरोप लगा है उस ठेकेदार के बनाए सड़क को लेकर मुकेश ने न्यूज कवर की थी. सड़क को लेकर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप भी ठेकेदार पर थे.