धौलपुर. आरक्षण संघर्ष समिति के बैनर तले कुशवाहा समाज मंगलवार को लामबंद होकर राजपूत छात्रावास पर धरने पर बैठ गया है. जिला प्रशासन और राज्य सरकार को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया गया है. अगर सरकार ने 12 प्रतिशत आरक्षण की मांग एवं लव कुश बोर्ड को वित्तीय बोर्ड का दर्जा नहीं दिया, तो बुधवार से कुशवाहा समाज उग्र आंदोलन करेगा.
आरक्षण संघर्ष समिति के प्रदेश संयोजक वासुदेव कुशवाहा ने बताया कि मंगलवार को कुशवाहा समाज की महापंचायत होनी थी, लेकिन प्रशासन से परमिशन नहीं मिलने की वजह से विशेष पंचायत में कन्वर्ट किया है. उन्होंने बताया प्रदेश स्तरीय कुशवाहा समाज के लोगों ने गंगाजल की कसम लेकर निर्णय लिया है. 24 घंटे तक कुशवाहा समाज के लोग छात्रावास पर धरना दे रहे हैं. इसके बाद कुशवाह समाज अगली रणनीति तय करेगा.
कुशवाहा ने कहा कि राज्य सरकार समाज के धैर्य की परीक्षा ले रही है. अब तक कुशवाहा समाज के लोगों ने गांधीवादी तरीके से आंदोलन किया है. लेकिन 24 घंटे के बाद यह आंदोलन उग्र रूप ले सकता है. उन्होंने कहा कुशवाहा समाज के लोगों ने आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा को वोट नहीं देने की कसम खाई है. कुशवाहा समाज के आरक्षण की जो बात करेगा, उसके पक्ष में वोट किया जाएगा.
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कुशवाहा समाज की दो मुख्य मांग: प्रदेश संयोजक वासुदेव कुशवाहा ने बताया वैसे तो कुशवाहा समाज 12 सूत्रीय मांगों को विगत लंबे समय से आंदोलन करता चला रहा है. लेकिन कुशवाहा समाज को सरकारी नौकरी में 12 प्रतिशत आरक्षण एवं लव कुश बोर्ड को वित्तीय बोर्ड का दर्जा देने की प्रमुख मांग रही है. उन्होंने बताया विगत लंबे समय से कुशवाहा समाज की आरक्षण की मांग चली जा रही है. हर बार समाज को सरकार की तरफ से निराशा हाथ लगी है. उन्होंने कहा इस बार कुशवाहा समाज आर पार की लड़ाई लड़ेगा.
जिला प्रशासन सतर्क: कुशवाहा समाज के आंदोलन को देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट हो गया है. कुशवाहा छात्रावास पर पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारी भी तैनात किए हैं. कुशवाहा समाज की हर गतिविधि पर प्रशासन द्वारा नजर रखी जा रही है. सूत्रों से मिली जानकारी में बुधवार को कुशवाहा समाज के लोग भारी तादाद में राजपूत छात्रावास पर लामबंद होकर एकत्रित होंगे. हाइवे और सड़क जाम के भी हालत बन सकते हैं.