कुल्लू: अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव 13 अक्टूबर से शुरू होगा, जिसका समापन 19 अक्टूबर को होगा. दशहरा उत्सव को लेकर जिला प्रशासन द्वारा सभी तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई है. वहीं, उत्सव के दौरान पानी का इस्तेमाल भी ज्यादा होगा. इस दौरान 2 एमएलडी अतिरिक्त पानी खर्च होगा. जिसके लिए जल शक्ति विभाग ने तमाम प्रबंध पूरे कर लिए हैं. जल शक्ति विभाग ने उत्सव के दौरान पानी की जरूरत को पूरा करने के लिए जहां 2 योजनाओं को एक साथ जोड़ा है. वहीं, आधा दर्जन बोरवेल को भी पूरी तरह से चार्ज कर दिया गया है, ताकि दशहरा उत्सव के दौरान पानी की कमी न हो पाए.
7.46 एमएलडी पानी की सप्लाई
जल शक्ति विभाग की योजना के मुताबिक इस बार दशहरा उत्सव में 7.46 एमएलडी पानी की प्रतिदिन कुल्लू शहर में जरूरत का अनुमान लगाया गया है. हालांकि सामान्य दिनों में सर्दी के मौसम में 5 एमएलडी पानी दिन में खर्च होता है, जो गर्मी के मौसम में 6 एमएलडी तक पहुंच जाता है, लेकिन उत्सव के दौरान ये खपत 7.46 एमएलडी तक पहुंचने की संभावना जताई है. ऐसे में विभाग ने इसके लिए तमाम इंतजाम कर लिए हैं.
2 वक्त होगी पानी की सैंपलिंग
जल शक्ति विभाग ने इस बार पानी की सैंपलिंग करने की भी व्यवस्था की है. दशहरा मैदान और शहर को सप्लाई होने वाले पानी की 2 वक्त सुबह और शाम को सैंपलिंग होगी. इसमें पानी की शुद्धता को जांचा जाएगा. लोगों को शुद्ध पानी उपलब्ध करवाने के लिए ये व्यवस्था की जा रही है. इसके लिए विभाग की लैब से संबंधित टीम ढालपुर में तैनात रहेगी.
5 बोरवेल से अतिरिक्त व्यवस्था
शहर में दशहरा उत्सव के समय 7.46 एमएलडी पानी की व्यवस्था के लिए पानी की योजनाओं के अलावा 5 बोरवेल को चार्ज किया गया है. जिनमें से 2 बोरवेल खलाडा नाला के पास, 1 सुमा और एक कॉलेज गेट के पास स्थापित किया गया है. अगर पानी की कमी पड़ी तो इन बोरवेल से भी पानी की सप्लाई करने का प्रावधान होगा. हालांकि 4 बोरवेल पानी की योजनाओं से कनेक्ट कर दिए गए हैं, लेकिन अब कॉलेज गेट के पास के बोरवेल को कनेक्ट करना बाकी है. ऐसे में विभाग ने तमाम तैयारियां कर रखी है.
18 स्टोर सेक्टर बनाए
दशहरा उत्सव के दौरान पानी की स्टोरेज के लिए 18 स्टोर सेक्टर बनाए गए हैं. जिनमें 2.630 पानी 26 लाख 300 लीटर पानी के स्टोर करने की क्षमता होगी, ताकि पानी की सप्लाई से संबंधित किसी तरह की दिक्कत न हो और पानी स्टोर भी रह सके. इन स्टोर में आवश्यक जरूरतों को पूरा किया गया है और यहां भी पानी की शुद्धता का ख्याल रखा गया है.
250 मीटर अतिरिक्त सीवरेज लाइन बिछाई
दशहरा उत्सव के दौरान व्यापारियों, ढाबा चलाने वालों और देवी-देवताओं के टेंट में रहने वाले देव समाज के लोगों के लिए पानी उपलब्ध करवाने के लिए 155 टैप लगाए गए हैं. जबकि इसके साथ आगजनी घटना होने पर उस पर काबू पाने के लिए भी तमाम प्रबंध किए जा रहे हैं. इसके अलावा शहर में 63 हाईडेंट स्थापित किए जा रहे हैं. जल शक्ति विभाग ने उत्सव के दौरान स्थापित होने वाले शौचालयों को सीवरेज लाइन से जोड़ दिया है. जिसके लिए 250 मीटर अतिरिक्त सीवरेज लाइन बिछाई गई है. इस अतिरिक्त लाइन को मेन सीवरेज लाइन से जोड़ा गया है.
जल शक्ति विभाग के अभियंता अमित मेरूपा ने बताया, "दशहरा उत्सव को लेकर जल शक्ति विभाग ने तमाम तैयारियां कर जी हैं और विभाग ने पानी की अतिरिक्त जरूरत को पूरा करने से लेकर सीवरेज लाइन की व्यवस्था कर ली है. पानी की जरूरत को पूरा करने के लिए विभाग ने 2 योजनाओं को एक साथ मिलाने के साथ-साथ बोरवेल को भी रिचार्ज कर लिया है."