कुल्लू: हिमाचल को देवभूमि कहा जाता है. मान्यता है कि यहां कण-कण में देवता का वास है. ऐसे में रविवार को कुल्लू जिले में देवता आदि ब्रह्मा देवालय में जो दिखा वो मात्र संयोग है या चमत्कार ये लोगों के बीच कौतूहल का विषय बना हुआ है. क्योंकि 15 साल पहले भुंतर तहसील क्षेत्र के खोखन गांव में आराध्य देवता आदि ब्रह्म की मूर्ति गुम हो गई थी, जो रविवार को वापस अपने देवालय में रखी मिली. फिलहाल इस मूर्ति को देवता के कारकूनों ने अपने पास रख लिया है.
वहीं, अब स्थानीय श्रद्धालु इसे दिव्य चमत्कार मान रहे हैं कि यह मूर्ति मंदिर में वापस कैसे आई. देवता आदि ब्रह्म की यह मूर्ति अष्टधातु से बनी हुई है और 15 साल पहले यह मूर्ति अचानक गुम या चोरी हो गई थी. ऐसे में अष्टधातु की यह मूर्ति वापस मंदिर में कैसे पहुंची और कौन इसे लेकर आया. इसके बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं मिल पाई है.
वहीं, देव समाज से जुड़े लोगों के बीच कई तरह की चर्चाओं का दौर भी शुरू हो गया है. इस मूर्ति का फोटो सोशल मीडिया में भी वायरल हो रहा है. लोग इसे देवता का चमत्कार मान रहे हैं. देवता आदि ब्रह्म के पुजारी हेमराज ने बताया कि 15 साल पहले यह अष्टधातु की मूर्ति गुम हो गई थी और बीते रविवार को यह मूर्ति वापस मंदिर में पाई गई. जिससे पूरे इलाके के लोगों में खुशी का माहौल है.
हालांकि, यह मूर्ति वापस मंदिर में कैसे पहुंची. इसके बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं मिल पाई है. ऐसे में अब सभी लोग इस मूर्ति के दर्शनों के लिए भी मंदिर पहुंच रहे है.
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