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सीएम भजनलाल बोले- भारत के सभी धर्मों में अहिंसा और क्षमा को विशेष महत्व दिया गया - Religions in India - RELIGIONS IN INDIA

मुख्यमंत्री आवास पर सामूहिक क्षमावाणी कार्यक्रम. भारत के सभी धर्मों में अहिंसा और क्षमा को विशेष महत्व. जैन धर्म ने इसे नई पहचान दी.

CM Bhajanlal
सामूहिक क्षमावाणी कार्यक्रम के दौरान CM भजनलाल (ETV Bharat Jaipur)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Oct 6, 2024, 5:55 PM IST

जयपुर. मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित जैन धर्म के सामूहिक क्षमावाणी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने 9 महीने के कम समय में ही प्रदेश में विकास की गति को बढ़ाया है. पीएम नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने की दिशा में विकसित राजस्थान की ओर मजबूती से बढ़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि जैन धर्म के आस्था स्थलों के विभिन्न विकास कार्य किए जा रहे हैं.

इसी क्रम में रणकपुर जैन मन्दिर के सौंदर्यीकरण, सुविधाएं विकसित करने का और नसियां जी विराटनगर में विकास कार्य करवाए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश में निवेश को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार राइजिंग राजस्थान का आयोजन करने जा रही है. ऐसे में उन्होंने व्यवसायियों से राइजिंग राजस्थान समिट में अपनी भूमिका निभाने का भी आह्वान किया.

वहीं, उन्होंने कहा कि भगवान ऋषभदेव से लेकर भगवान महावीर तक सभी जैन तीर्थंकरों ने हमेशा अहिंसा और क्षमा का संदेश दिया है. जैन धर्म के अहिंसा और क्षमा का सिद्धांत विश्वशांति की ओर ले जाने वाली महत्वपूर्ण कड़ी है. जैन तीर्थंकरों ने दुनिया को सत्य, अहिंसा और अपरिग्रह के सिद्धांतों के जरिए मार्ग दिखाया, जिससे हमारी संस्कृति और विचार वर्तमान समय में भी पूरी दुनिया में प्रासंगिक हैं. साधु-मुनियों की वाणी ईश्वरीय रूप होती है, जिनके आशीर्वाद से भारत दुनिया में अपनी पहचान बनाए हुए है. 21वीं सदी में विकसित भारत के रूप में दुनिया की महाशक्ति बनेगा.

क्षमावाणी कार्यक्रम के दौरान मौजूद रहे आचार्य शशांक सागर महाराज ने कहा कि राजस्थान में पहली बार इस तरह का आयोजन किया जा रहा है. ये सुन्दर क्षण है कि यहां दिगम्बर और श्वेताम्बर मुनि एक साथ क्षमावाणी समारोह मना रहे हैं. यही भगवान महावीर का एकता का संदेश है. वहीं, आचार्य विश्वरत्न सागर महाराज ने कहा कि मुख्यमंत्री निवास पर सामूहिक क्षमावाणी की ये पहल सराहनीय है, जबकि मुनि अर्चित सागर महाराज ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के शाकाहारी जीवन पद्धति का उल्लेख करते हुए उनकी सराहना की.

पढ़ें : मोहन भागवत बोले- भारत की वैश्विक प्रतिष्ठा हमारी ताकत का प्रतिबिंब - Bhagwat Big Statement

इस दौरान उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री कन्हैया लाल, सहकारिता राज्यमंत्री गौतम कुमार दक, गृह राज्यमंत्री जवाहर सिंह बेढ़म, महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री डॉ. मंजू बाघमार, सांसद मदन राठौड़, मंजू शर्मा, विधायक कालीचरण सराफ सहित बड़ी संख्या में जैन समाज के प्रबुद्धजन मौजूद रहे.

जयपुर. मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित जैन धर्म के सामूहिक क्षमावाणी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने 9 महीने के कम समय में ही प्रदेश में विकास की गति को बढ़ाया है. पीएम नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने की दिशा में विकसित राजस्थान की ओर मजबूती से बढ़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि जैन धर्म के आस्था स्थलों के विभिन्न विकास कार्य किए जा रहे हैं.

इसी क्रम में रणकपुर जैन मन्दिर के सौंदर्यीकरण, सुविधाएं विकसित करने का और नसियां जी विराटनगर में विकास कार्य करवाए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश में निवेश को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार राइजिंग राजस्थान का आयोजन करने जा रही है. ऐसे में उन्होंने व्यवसायियों से राइजिंग राजस्थान समिट में अपनी भूमिका निभाने का भी आह्वान किया.

वहीं, उन्होंने कहा कि भगवान ऋषभदेव से लेकर भगवान महावीर तक सभी जैन तीर्थंकरों ने हमेशा अहिंसा और क्षमा का संदेश दिया है. जैन धर्म के अहिंसा और क्षमा का सिद्धांत विश्वशांति की ओर ले जाने वाली महत्वपूर्ण कड़ी है. जैन तीर्थंकरों ने दुनिया को सत्य, अहिंसा और अपरिग्रह के सिद्धांतों के जरिए मार्ग दिखाया, जिससे हमारी संस्कृति और विचार वर्तमान समय में भी पूरी दुनिया में प्रासंगिक हैं. साधु-मुनियों की वाणी ईश्वरीय रूप होती है, जिनके आशीर्वाद से भारत दुनिया में अपनी पहचान बनाए हुए है. 21वीं सदी में विकसित भारत के रूप में दुनिया की महाशक्ति बनेगा.

क्षमावाणी कार्यक्रम के दौरान मौजूद रहे आचार्य शशांक सागर महाराज ने कहा कि राजस्थान में पहली बार इस तरह का आयोजन किया जा रहा है. ये सुन्दर क्षण है कि यहां दिगम्बर और श्वेताम्बर मुनि एक साथ क्षमावाणी समारोह मना रहे हैं. यही भगवान महावीर का एकता का संदेश है. वहीं, आचार्य विश्वरत्न सागर महाराज ने कहा कि मुख्यमंत्री निवास पर सामूहिक क्षमावाणी की ये पहल सराहनीय है, जबकि मुनि अर्चित सागर महाराज ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के शाकाहारी जीवन पद्धति का उल्लेख करते हुए उनकी सराहना की.

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इस दौरान उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री कन्हैया लाल, सहकारिता राज्यमंत्री गौतम कुमार दक, गृह राज्यमंत्री जवाहर सिंह बेढ़म, महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री डॉ. मंजू बाघमार, सांसद मदन राठौड़, मंजू शर्मा, विधायक कालीचरण सराफ सहित बड़ी संख्या में जैन समाज के प्रबुद्धजन मौजूद रहे.

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