हरियाणा में तीसरी बार बीजेपी ने सरकार बनाकर इतिहास रचा है. लाडवा से विधायक नायब सिंह सैनी ने दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है. नायब सैनी सरकार में कई मंत्रियों ने शपथ ली. इसमें कृष्ण लाल पंवार ने भी मंत्रिपद की शपथ ली. कृष्ण लाल पंवार हरियाणा के पानीपत जिले की इसराना सीट से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे. बीते सोमवार को कृष्ण लाल पंवार ने राज्यसभा से इस्तीफा दिया था. पंवार ने कहा कि वे इसराना से विधायक चुने जाने के बाद हरियाणा की नई पारी शुरू करेंगे.
कृष्ण लाल पंवार का जन्म: कृष्ण लाल पंवार का जन्म 1 जनवरी 1958 को मडलौडा में हुआ था. उनके पिता का नाम लख्मी चंद पंवार था. उन्होंने 10वीं पास, बॉयलर कंट्रोलर में डिप्लोमा किया है. बता दें कि वह हरियाणा सर्किल में हरियाणा ओलंपिक संघ के अध्यक्ष और कबड्डी एसोसिएशन के अध्यक्ष रहे. 1991 में विधानसभा चुनाव में कृष्ण लाल पंवार ने बीजेपी के टिकट पर असंध निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ा और विधानसभा चुनाव जीते. वहीं, 1996 में वह असंध से हरियाणा विधानसभा में फिर से चुने गए थे. इस बार वह एएसपी के टिकट पर लड़े. 2005 मे वह आईएनएलडी में शामिल हो गए और असंध से विधानसभा चुनाव लड़ा. लेकिन कांग्रेस पार्टी के राज रानी पूनम से हार गए.
पंवार का राजनीतिक सफरनामा: तो वहीं, 2009 में उन्होंने इसराना सीट से चुनाव लड़ा और एक स्वतंत्र उम्मीदवार बलबीर को हराकर विधायक के लिए चुने गए. 2014 विधानसभा चुनाव में वह इसराना क्षेत्र से हरियाणा विधान सभा के लिए फिर से चुने गए थे. उन्होंने कांग्रेस के बलबीर सिंह को हराया. बाद में वह परिवहन, आवास और जेल मंत्री बने. 2019 में भी उन्होंने भाजपा की टिकट से विधानसभा चुनाव लड़ा. लेकिन उन्होंने हर का मुंह देखना पड़ा. उसके बाद 2020 में उनका राज्यसभा सांसद चुना गया. 2024 में एक बार फिर से वह इसराना विधानसभा से भाजपा के लिए चुनाव लड़े और विधायक बने. अब नायब सैनी की सरकार में मंत्री पद की शपथ ली.
जीटी रोड बेल्ट के कद्दावर नेता हैं पंवार: कृष्ण लाल पंवार हरियाणा की जीटी रोड बेल्ट की राजनीति में कद्दावर नेता माने जाते हैं. क्योंकि वह कई बार विधायक रह चुके हैं. मंत्री भी रह चुके हैं. वह एससी समाज से आते हैं. वहां उनका प्रभाव जीटी रोड बेल्ट के साथ-साथ प्रदेश के अन्य कई जिलों में भी देखने को मिलता है. उनके अपने समाज के साथ-साथ दूसरी बिरादरी में भी उनका अच्छा जन समर्थन है. क्योंकि वह एक मिलनसार इंसान है. उन्होंने छोटे से गांव से निकलकर अपनी राजनीतिक शुरुआत की थी. जहां वह मंत्री पद के मुकाम तक पहुंचे.
कई बार रह चुके हैं विधायक: करनाल जिले के असंध से वह कई बार विधायक रह चुके हैं. तो वहीं, अब वह पानीपत की इसराना विधानसभा सीट से विधायक बने हैं. हालांकि 2019 विधानसभा चुनाव में उनको हार का मुंह देखना पड़ा था. लेकिन उसके बाद भारतीय जनता पार्टी ने उनको राज्यसभा सांसद का प्रत्याशी बनाया गया था. जिसमें वह सांसद बने थे.
ये भी पढ़ें: हरियाणा सरकार में विपुल गोयल ने ली मंत्री पद की शपथ, जानें कौन हैं जनता के चहेते विपुल गोयल
ये भी पढ़ें: हरियाणा सैनी सरकार में रणबीर गंगवा ने ली मंत्री पद की शपथ, जानें गंगवा का राजनीतिक सफरनामा