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जनमाष्टमी: जयकारों के साथ सुबह खुले गोविंद देव जी के पट, भक्तों ने किए भगवान के दीदार - Krishna Janmashtami 2024

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Aug 26, 2024, 10:09 AM IST

Updated : Aug 26, 2024, 12:07 PM IST

Janmashtami in Jaipur : जयपुर सहित पूरे प्रेदश में जन्माष्टमी की धूम है. इसी क्रम में छोटी काशी भी श्री कृष्ण की भक्ति में लीन नजर आ रही है. सुबह 4:30 बजे गोविंद देव जी के पट खुलने के बाद भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा. सुबह से भक्त अपने भगवान के दीदार के लिए पहुंच रहे हैं.

श्री कृष्ण जन्माष्टमी
श्री कृष्ण जन्माष्टमी (ETV Bharat Jaipur)
भक्तों ने किए भगवान के दीदार (वीडियो ईटीवी भारत जयपुर)

जयपुर : छोटी काशी सोमवार को भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव मनाने को आतुर नजर आई. सुबह 4:30 बजे गोविंद देव जी मंदिर में भगवान के जयकारों के साथ मंगला झांकी के पट खुले और रात करीब 2 बजे से जलेब चौक से लाइन में लगे श्रद्धालुओं का इंतजार खत्म हुआ. इसके बाद से भक्तों का अपने भगवान के दीदार करने का सिलसिला जारी रहा. हल्की बारिश के बीच लंबी कतारों में लगते हुए श्रद्धालु मंदिर परिसर में पहुंचे और ठाकुर जी के दीदार किए. इस दौरान बुजुर्ग और दिव्यांगों को दर्शन करने के लिए व्हीलचेयर की व्यवस्था की गई. श्रद्धालुओं को चार भागों में बांटते हुए व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया गया. कुछ लोग अपने छोटे बच्चों को भगवान श्री कृष्ण का स्वरूप धारण करा कर मंदिर पहुंचे थे. वहीं, कुछ लोग घर में विराजित लड्डू गोपाल जी को भी गोविंद देव जी मंदिर तक लेकर आए. यहां व्यवस्थाओं को लेकर करीब 3150 कार्यकर्ता और सुरक्षा की दृष्टि से 1000 से ज्यादा पुलिसकर्मी भी तैनात नजर आए.

भगवान श्री कृष्ण के स्वरूप में छोटे बच्चे
भगवान श्री कृष्ण के स्वरूप में छोटे बच्चे (ETV Bharat Jaipur)

'नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की, हाथी घोड़ा पालकी जय यशोदा लाल की' कुछ इसी तरह की स्वर लहरियां सोमवार को गुंजायमान हुईं. मौका जन्माष्टमी का है, ऐसे में शहर के तमाम कृष्ण मंदिरों में भक्तों का सैलाब उमड़ता हुआ नजर आया. मंदिर सेवा अधिकारी मानस गोस्वामी ने बताया कि आराध्य गोविंद देव जी मंदिर में मंगला झांकी से पहले पंचामृत अभिषेक हुआ. ठाकुर जी को नवीन पीत वस्त्र (पीले) धारण करवाते हुए विशेष अलंकार धारण कराए गए. ठाकुर जी का विशेष फूलों का शृंगार किया गया और सुबह मंगला झांकी से ही दर्शनार्थियों की दर्शन व्यवस्था शुरू हो गई. पास धारक, आमजन प्रवेश बिना जूता चप्पल, आम जन प्रवेश जूता चप्पल वालों के लिए तीन अलग-अलग लाइनों की व्यवस्था की गई.

बुजुर्ग और दिव्यांगों को दर्शन करने के लिए व्हीलचेयर की व्यवस्था
बुजुर्ग और दिव्यांगों को दर्शन करने के लिए व्हीलचेयर की व्यवस्था (ETV Bharat Jaipur)

पढे़ं. वर्षों बाद श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर बन रहा ये संयोग, इस मंत्र के जाप से पूरी होती है हर मनोकामना - Krishna Janmashtami 2024

ये है सुरक्षा व्यवस्था: मानस गोस्वामी ने बताया कि करीब 3000 कार्यकर्ता सुबह मंगला झांकी से अपनी सेवा देने के लिए मौजूद रहे. इसके साथ करीब 150 स्काउट भी तैनात रहे. इन कार्यकर्ताओं में समाज के सभी वर्गों और प्रोफेशन के लोग शामिल होकर सेवाएं दे रहे हैं. दर्शनार्थियों को सुगमता से दर्शन हो सके इसके लिए 13 एलईडी की व्यवस्था की गई. सुरक्षा की दृष्टि से करीब 1000 का पुलिस जाप्ता वर्दी और सादा कपड़ों में तैनात रहा. पुलिस प्रशासन की ओर से दर्शनार्थियों की सुरक्षा के लिए 10 मेटल डिटेक्टर लगाए गए. इसमें से होते हुए श्रद्धालुओं ने मंदिर में प्रवेश किया. वहीं, चिह्नित जगहों पर सीसीटीवी भी लगवाए गए.

भगवान के दीदार के लिए पहुंचे भक्त
भगवान के दीदार के लिए पहुंचे भक्त (ETV Bharat Jaipur)

पढ़ें. 5 वर्ष के बालक की तरह प्रतिमा की आभा, कर्नाटक के फूलों से होता है श्रृंगार, जानिए क्यों खास हैं अलवर के लड्डू गोपाल - Krishna Janmashtami 2024

6 पंडित वेद पाठ करेंगे : उन्होंने बताया कि रात को 12 बजे 31 तोपों की सलामी होगी और विशेष रंगीन आतिशबाजी की जाएगी. रात 12 बजे गोविंद अभिषेक दर्शन खुलेंगे. इसमें 6 पंडित वेद पाठ करेंगे. श्री शालिग्राम पूजन एवं पांच द्रव्यों के पूजन के बाद ठाकुर श्रीजी का पंचामृत अभिषेक किया जाएगा. अभिषेक के लिए 425 लीटर दूध, 365 दही, 11 किलो घी, 85 किलो बूरा, 11 किलो शहद का उपयोग किया जाएगा. दूध, दही, घी देसी नस्ल की गाय का ही होगा. अभिषेक के बाद ठाकुरजी को विशेष भोग अर्पण किया जाएगा, जिसमें पंजीरी, लड्डू, खिरसा और रबड़ी कुल्लड़ का भोग शामिल है. अभिषेक के बाद सभी भक्तों में निःशुल्क पंचामृत और पंजीरी वितरण जय निवास बाग में बने प्रसादी मंच से किया जाएगा.

भक्तों ने किए भगवान के दीदार (वीडियो ईटीवी भारत जयपुर)

जयपुर : छोटी काशी सोमवार को भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव मनाने को आतुर नजर आई. सुबह 4:30 बजे गोविंद देव जी मंदिर में भगवान के जयकारों के साथ मंगला झांकी के पट खुले और रात करीब 2 बजे से जलेब चौक से लाइन में लगे श्रद्धालुओं का इंतजार खत्म हुआ. इसके बाद से भक्तों का अपने भगवान के दीदार करने का सिलसिला जारी रहा. हल्की बारिश के बीच लंबी कतारों में लगते हुए श्रद्धालु मंदिर परिसर में पहुंचे और ठाकुर जी के दीदार किए. इस दौरान बुजुर्ग और दिव्यांगों को दर्शन करने के लिए व्हीलचेयर की व्यवस्था की गई. श्रद्धालुओं को चार भागों में बांटते हुए व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया गया. कुछ लोग अपने छोटे बच्चों को भगवान श्री कृष्ण का स्वरूप धारण करा कर मंदिर पहुंचे थे. वहीं, कुछ लोग घर में विराजित लड्डू गोपाल जी को भी गोविंद देव जी मंदिर तक लेकर आए. यहां व्यवस्थाओं को लेकर करीब 3150 कार्यकर्ता और सुरक्षा की दृष्टि से 1000 से ज्यादा पुलिसकर्मी भी तैनात नजर आए.

भगवान श्री कृष्ण के स्वरूप में छोटे बच्चे
भगवान श्री कृष्ण के स्वरूप में छोटे बच्चे (ETV Bharat Jaipur)

'नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की, हाथी घोड़ा पालकी जय यशोदा लाल की' कुछ इसी तरह की स्वर लहरियां सोमवार को गुंजायमान हुईं. मौका जन्माष्टमी का है, ऐसे में शहर के तमाम कृष्ण मंदिरों में भक्तों का सैलाब उमड़ता हुआ नजर आया. मंदिर सेवा अधिकारी मानस गोस्वामी ने बताया कि आराध्य गोविंद देव जी मंदिर में मंगला झांकी से पहले पंचामृत अभिषेक हुआ. ठाकुर जी को नवीन पीत वस्त्र (पीले) धारण करवाते हुए विशेष अलंकार धारण कराए गए. ठाकुर जी का विशेष फूलों का शृंगार किया गया और सुबह मंगला झांकी से ही दर्शनार्थियों की दर्शन व्यवस्था शुरू हो गई. पास धारक, आमजन प्रवेश बिना जूता चप्पल, आम जन प्रवेश जूता चप्पल वालों के लिए तीन अलग-अलग लाइनों की व्यवस्था की गई.

बुजुर्ग और दिव्यांगों को दर्शन करने के लिए व्हीलचेयर की व्यवस्था
बुजुर्ग और दिव्यांगों को दर्शन करने के लिए व्हीलचेयर की व्यवस्था (ETV Bharat Jaipur)

पढे़ं. वर्षों बाद श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर बन रहा ये संयोग, इस मंत्र के जाप से पूरी होती है हर मनोकामना - Krishna Janmashtami 2024

ये है सुरक्षा व्यवस्था: मानस गोस्वामी ने बताया कि करीब 3000 कार्यकर्ता सुबह मंगला झांकी से अपनी सेवा देने के लिए मौजूद रहे. इसके साथ करीब 150 स्काउट भी तैनात रहे. इन कार्यकर्ताओं में समाज के सभी वर्गों और प्रोफेशन के लोग शामिल होकर सेवाएं दे रहे हैं. दर्शनार्थियों को सुगमता से दर्शन हो सके इसके लिए 13 एलईडी की व्यवस्था की गई. सुरक्षा की दृष्टि से करीब 1000 का पुलिस जाप्ता वर्दी और सादा कपड़ों में तैनात रहा. पुलिस प्रशासन की ओर से दर्शनार्थियों की सुरक्षा के लिए 10 मेटल डिटेक्टर लगाए गए. इसमें से होते हुए श्रद्धालुओं ने मंदिर में प्रवेश किया. वहीं, चिह्नित जगहों पर सीसीटीवी भी लगवाए गए.

भगवान के दीदार के लिए पहुंचे भक्त
भगवान के दीदार के लिए पहुंचे भक्त (ETV Bharat Jaipur)

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6 पंडित वेद पाठ करेंगे : उन्होंने बताया कि रात को 12 बजे 31 तोपों की सलामी होगी और विशेष रंगीन आतिशबाजी की जाएगी. रात 12 बजे गोविंद अभिषेक दर्शन खुलेंगे. इसमें 6 पंडित वेद पाठ करेंगे. श्री शालिग्राम पूजन एवं पांच द्रव्यों के पूजन के बाद ठाकुर श्रीजी का पंचामृत अभिषेक किया जाएगा. अभिषेक के लिए 425 लीटर दूध, 365 दही, 11 किलो घी, 85 किलो बूरा, 11 किलो शहद का उपयोग किया जाएगा. दूध, दही, घी देसी नस्ल की गाय का ही होगा. अभिषेक के बाद ठाकुरजी को विशेष भोग अर्पण किया जाएगा, जिसमें पंजीरी, लड्डू, खिरसा और रबड़ी कुल्लड़ का भोग शामिल है. अभिषेक के बाद सभी भक्तों में निःशुल्क पंचामृत और पंजीरी वितरण जय निवास बाग में बने प्रसादी मंच से किया जाएगा.

Last Updated : Aug 26, 2024, 12:07 PM IST
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