कुरुक्षेत्र: कोलकाता में लेडी डॉक्टर के साथ हुई बर्बरता ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. 8-9 अगस्त की रात को आर जी कर मेडिकल कॉलेज में एक महिला डॉक्टर के साथ क्रूरतापूर्वक बलात्कार किया गया और फिर उसकी हत्या की गई. इस पूरे घटनाक्रम से पूरे देश में चिकित्सा जगत में रोष है. अब डॉक्टर अपनी मांगों को लेकर और लेडी डॉक्टर को न्याय दिलाने की मांग लिए सड़कों पर उतर आए हैं. एलएमए की ओर से भी देशभर में विरोध प्रदर्शन और कैंडल मार्च निकाले जा रहे हैं.
हरियाणा के करनाल में इंडियन मेडिकल संगठन ने कहा कि 13 अगस्त को कोलकाता उच्च न्यायालय ने अब तक की जांच पर अंसतोष जताते हुए मामला सीबीआई को सौंप दिया है. अगर राज्य पुलिस अपनी जांच जारी रखती है, तो उन्होंने सबूतों को नष्ट करने की संभावना जताई है. 15 अगस्त 2024 को एक भीड़ द्वारा अस्पताल में तोड़फोड़ की गई. जिसने उस क्षेत्र समेत अस्पताल के विभिन्न हिस्सों को नष्ट कर दिया. जहां पीड़िता का शव मिला था. विरोध प्रदर्शन कर रहे मेडिकल छात्रों पर भी हमला किया गया.
डॉ. रोहित आईएमए जिला प्रधान ने कहा कि आर जी कर मेडिकल कॉलेज कोलकाता में क्रूर अपराध और स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संख्या पर प्रदर्शनकारी छात्रों पर की गई गुंडागर्दी के बाद, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने मेडिकल सेवाएं बंद कर दी. ओपीडी भी बंद की गई और सर्जरी भी नहीं की गई. मरीजों का रजिस्ट्रेशन नहीं किया गया. कुल मिलाकर पूरे देश में आक्रोश है और हड़ताल का सबसे ज्यादा असर मरीजों पर पड़ रहा है. देशभर से मांग उठ रही है कि पीड़िता को जल्द से जल्द न्याय दिलाया जाए और दोषियों को फांसी दी जाए.
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