कोटा. लोकसभा चुनाव के सियासी मैदान में पहला दांव चलते हुए बीजेपी ने 195 नामों की पहली सूची जारी कर दी है. बीजेपी ने राजस्थान में लोकसभा सीटों पर अपने 15 उम्मीदवार मैदान में उतार दिए हैं. बीजेपी इस बार प्रदेश में फिर से 25 में से 25 लोकसभा सीटें जीतने का दावा कर रही है.
बात करें विधानसभा चुनाव की तो कांग्रेस को हटाकर भारतीय जनता पार्टी सत्ता पर काबिज हुई है. भारतीय जनता पार्टी को प्रदेश में 115 सीट मिली, तो कांग्रेस को 70 और एक उनके गठबंधन में आरएलडी को भरतपुर की सीट मिली है. ऐसे में 71 सीट कांग्रेस के पास थी, लेकिन मालवीय के बीजेपी में शामिल होने के बाद 70 विधायक कांग्रेस के पास हैं. शेष 15 विधानसभा सीटों में आठ निर्दलीय, तीन पर बीएपी, दो पर बीएसपी व एक पर आरएलपी जीती है.
![विधानसभा चुनाव के आंकड़े](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/02-03-2024/20889111_b.jpg)
प्रदेश में 25 लोकसभा सीट हैं, जिन पर चुनाव होने हैं. हर लोकसभा क्षेत्र में आठ विधानसभाएं आती हैं. राजस्थान में लोकसभा चुनाव में मुकाबला भाजपा-कांग्रेस के बीच ही होता है. राजनीति के जानकारों का कहना है कि भाजपा और कांग्रेस को विधानसभा में मिले वोटों की कैलकुलेशन के आधार पर माना जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी का 14 लोकसभा सीटों पर, तो कांग्रेस का 11 सीटों पर असर है. गौरतलब है कि पिछले दो लोकसभा चुनाव में भाजपा ने राजस्थान में क्लीन स्वीप किया है. इसमें 2019 के चुनाव के समय तो प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी, लेकिन फिर भी भाजपा ने प्रदेश की सभी लोकसभा सीट जीती थीं. इस बार भी बीजेपी मिशन 25 को लेकर ही रणनीति बनाने में जुटी हुई है.
इसे भी पढ़ें-लोकसभा चुनाव: भाजपा आज जारी कर सकती है उम्मीदवारों की पहली सूची
वरिष्ठ पत्रकार और राजनीतिक विश्लेषक धीतेंद्र शर्मा का कहना है कि विधानसभा चुनाव के मतों के अनुसार कांग्रेस जिन लोकसभा सीटों पर आगे रही है, उनमें अलवर, बाड़मेर, श्रीगंगानगर, झुंझुनू, बांसवाड़ा, भरतपुर, जयपुर ग्रामीण, करौली-धौलपुर, नागौर, टोंक- सवाई माधोपुर और जालौर शामिल है. वहीं, भारतीय जनता पार्टी विधानसभा चुनाव में मिले वोट शेयर के हिसाब से जिन लोकसभा सीटों पर आगे रही है, उनमें जयपुर, बारां-झालावाड़, राजसमंद, जोधपुर, उदयपुर, भीलवाड़ा, दौसा, बीकानेर, पाली, चित्तौड़गढ़, अजमेर, कोटा - बूंदी, चूरू और सीकर शामिल है.
![विधानसभा चुनाव के आंकड़े](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/02-03-2024/20889111_e.jpg)
साल 2019 में बीजेपी ने किया था क्लीन स्वीप : वरिष्ठ पत्रकार धीतेंद्र शर्मा का यह भी कहना है कि 2018 में विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ज्यादा सीट लेकर आई थी, भाजपा ने सत्ता खो दी थी. इसके बावजूद 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी राजस्थान में क्लीन स्वीप करने में कामयाब रही थी. इस बार भी बीजेपी राम मंदिर और मोदी के चेहरे पर ही चुनाव लड़ रही है. इसलिए लोकसभा चुनाव में विधानसभा चुनाव के परिणाम से अलग वोटिंग शेयर पार्टियों का रहेगा. इसलिए विधानसभा चुनाव में हुई वोटिंग से काफी कुछ बदला हुआ नजारा देखने को मिल सकता है.
![विधानसभा चुनाव के आंकड़े](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/02-03-2024/20889111_h.jpg)
इन सीटों पर बीजेपी रही थी आगे ! : सर्वाधिक अंतर से जीत की बात की जाए तो जयपुर सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने सर्वाधिक अंतर से जीत दर्ज की है. यह अंतर दो लाख 8,367 वोट का था. इसके बाद बारां-झालावाड़ में 1,70,908 वोट. वहीं, तीसरे नंबर पर राजसमंद है, जहां जीत का अंतर 1,41,328 रहा था. सबसे खास बात यह है कि इस लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने क्लीन स्वीप किया है. सभी आठ विधानसभाओं में जीत दर्ज की है. इसके बाद चौथा नंबर जोधपुर लोकसभा का आता है. जहां पर 7 विधानसभा सीट बीजेपी ने जीती हैं, जबकि एक सीट पर कांग्रेस को जीत मिली. यहां पर जीत का अंतर 1,32,362 था. पांचवें नंबर पर उदयपुर सीट है, यहां पर एक लाख 31403 वोट से बीजेपी आगे रही थी.
![विधानसभा चुनाव के आंकड़े](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/02-03-2024/20889111_c.jpg)
इसे भी पढ़ें-डोटासरा का बीजेपी पर प्रहार, बोले-70 साल का हिसाब मांगने वाले प्रधानमंत्री 10 साल का हिसाब नहीं दे रहे
जालोर और टोंक-सवाई माधोपुर में सबसे कम अंतर पर जीत : सबसे नजदीकी मुकाबले की बात की जाए तो, जालौर सीट पर सबसे नजदीकी मुकाबला हुआ था. यहां पर सभी आठ विधानसभाओं के वोटों की बात की जाए तो बीजेपी को 6,59,694 वोट मिले थे. जबकि कांग्रेस 7,615 वोट ज्यादा लाकर इस पूरी लोकसभा में आगे रही थी. यहां पर कांग्रेस को 6,67,309 वोट मिले. जालौर में भाजपा चार, कांग्रेस तीन और निर्दलीय एक विधानसभा सीट पर जीते हैं. इसके बाद टोक-सवाईमाधोपुर पर अंतर 10,128 वोट का दोनों पार्टियों में रहा था. यहां भाजपा को 6,50,701 वोट मिले, तो कांग्रेस को 6,60,829 वोट मिले. दोनों ही पार्टियों ने चार-चार सीट यहां पर विधानसभा की जीती हैं.
![विधानसभा चुनाव के आंकड़े](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/02-03-2024/20889111_g.jpg)
बीजेपी को मिली 45 सीटें ज्यादा : विधानसभा चुनाव में प्रदेश में भाजपा को 41.69 फीसदी वोट मिले. वहीं, कांग्रेस को 39.53 फीसदी वोट मिले. भाजपा को 8,56,840 वोट कांग्रेस से ज्यादा मिले. कुल वोट की बात की जाए तो बीजेपी को 2.16 फीसदी वोट ज्यादा मिले. विधानसभा की सीटों में यह अंतर काफी बड़ा माना जाता है.
![विधानसभा चुनाव के आंकड़े](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/02-03-2024/20889111_a.jpg)
भाजपा के लिए बड़ी चुनौती : बीते दो लोकसभा चुनाव में चुनाव में भारतीय जनता पार्टी क्लीन स्वीप भी कर रही है. साल 2019 के चुनाव में सभी 25 लोकसभा सीट भाजपा के पास गई थी. हालांकि 2019 में भाजपा ने गठबंधन किया था और एक सीट राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी को दी थी. जिसमें हनुमान बेनीवाल नागौर से सांसद बने थे. बीजेपी ने इस बार नागौर से ज्योति मिर्धा को मैदान में उतारा है. वहीं, 2014 के लोकसभा चुनाव में प्रदेश की सभी 25 लोकसभा सीटों पर भाजपा जीती थी.
![विधानसभा चुनाव के आंकड़े](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/02-03-2024/20889111_f.jpg)