पटना: हिंदू धर्म में धनतेरस के दिन खरीदारी को काफी शुभ माना जाता है. इस दिन मूल्यवान धातुओं और नए बर्तनों की खरीदारी की जाती है. कार्तिक मास के कृष्ण त्रयोदशी को धनतेरस मनाया जाता है. मान्यता है कि इसी दिन देवताओं के वैद्य धनवंतरी समुद्र मंथन से अमृत कलश को लेकर अवतरित हुए थे.
इस भगवान की होती है पूजा: बेहतर स्वास्थ्य और आरोग्य के लिए भी लोग धन्वंतरी की उपासना करते हैं. इस दिन कुबेर की भी पूजा होती है, जो धन, सुख और संपन्नता की कृपा बरसाते हैं. ऐसे में धनतेरस के दिन जब खरीदारी की बात होती है तो मुहूर्त विशेष मायने रखता है.
"धनतेरस का दिन बहुत ही शुभ होता है. इस दिन नए वस्तुओं की खरीदारी से संपन्नता आती है. दिन में कभी भी खरीदारी कर सकते हैं लेकिन कुछ विशेष मुहूर्त है जिसमें खरीदारी करने पर अति शुभ फल प्राप्त होते हैं. धनतेरस के दिन लोहे की वस्तु खरीदने से परहेज की जाती है." -आचार्य रामशंकर दूबे
धनतेरस के दिन क्या खरीदें: इस दिन सोने-चांदी के आभूषण खरीदने चाहिए. धातु के बर्तन खरीदना उत्तम होता है. अगर बर्तन पानी का हो तो यह अच्छा परिणाम देता है. दीपावली के दिन घर में पूजित होने वाली गणेश लक्ष्मी की मूर्ति भी धनतेरस के दिन ही खरीदी जाती है. इस दिन खील बताशे, मिटटी के दीपक, कुबेर यंत्र, नई झाड़ू और धनिया खरीदना भी बहुत शुभ माना जाता है.
जानें धनतेरस के पूजा की विधि: आचार्य रामशंकर दूबे ने बताया कि धनतेरस की पूजा संध्या काल में की जाती है. इस दिन उत्तर दिशा की ओर कुबेर और भगवान धनवंतरी की स्थापना कर पूजा करने से विशेष लाभ होता है. लोग गलती करते हैं कि धनतेरस के दिन सिर्फ कुबेर की पूजा करते हैं. सिर्फ कुबेर की पूजा करने से कोई लाभ नहीं मिलता. कुबेर के साथ-साथ भगवान धन्वंतरी की भी पूजा की जानी चाहिए. दोनों के सामने एक-एक घी का दीपक जलाएं. कुबेर को सफेद मिठाई और धनवंतरी जी को पीली मिठाई का भोग लगाएं. पहले "ॐ ह्रीं कुबेराय नमः" का जाप करें. फिर "धनवंतरी स्तोत्र" का पाठ करें और प्रसाद ग्रहण करें.
क्या है खरीदारी का शुभ मुहूर्त: आचार्य रामशंकर दूबे ने बताया कि इस बार त्रयोदशी तिथि 29 अक्टूबर को सुबह 10.31 बजे आरम्भ होगी और 30 अक्टूबर को दोपहर 01.15 बजे तक रहेगी. इस बार धनतेरस पर खरीदारी और पूजा के लिए कई शुभ मुहूर्त हैं. इस बार धनतेरस पर त्रिपुष्कर योग बन रहा है. इस योग में खरीदारी करना शुभ होता है. यह योग सुबह 06.31 बजे से अगले दिन सुबह 10.31 बजे तक रहेगा.
इस समय रहेगा प्रदोष काल: खरीदारी के लिए यह मुहूर्त उत्तम है. कहते हैं कि त्रिपुष्कर योग में नई चीजों की खरीदारी से तीन गुणा वृद्धि होती है. आप इसमें सोना, चांदी, आभूषण, बर्तन या जमीन खरीद सकते हैं. शाम 6.36 बजे से रात 08.32 बजे तक प्रदोष काल रहेगा. यह शुभ मुहूर्त खरीदारी और कुबेर-धनवंतरी की पूजा के लिए सबसे उत्तम है. इस समय आभूषण और पानी के बर्तन की खरीदारी विशेष लाभकारी है.
इस मुहूर्त में खरीदें वाहन और होम डेकोर के समान: आचार्य रामशंकर दूबे ने बताया कि धनतेरस के दिन अभिजीत मुहूर्त भी रहने वाला है. इस दिन सुबह 11.42 बजे से दोपहर 12.27 बजे तक अभिजीत मुहूर्त रहेगा. इस मुहूर्त में वाहन, घर के लिए इलेक्ट्रॉनिक अप्लायंस, होम डेकोर के समान, नया घर, नई प्रॉपर्टी खरीदने का बेहद ही शुभ समय है. इस दौरान कोई नया कार्य भी शुरू करना अति लाभकारी है. अगर कुछ नए काम को शुरू करने की योजना बना रहे हैं तो इस समय पर शुरू करना श्रेयस्कर है.
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