नई दिल्ली/गाजियाबाद: सनातन धर्म में एकादशी तिथि को शुभ माना गया है. इस दिन लोग व्रत रखकर भगवान विष्णु का पूजन अर्चन करते हैं. वैशाख मास के शुक्ल पक्ष में पड़ने वाली एकादशी तिथि को मोहिनी एकादशी कहते हैं. आइए जानते हैं मोहिनी एकादशी का क्या महत्व है और किस तारीख पर इस एकादशी का व्रत रखा जाएगा.
ज्योतिषाचार्य शिवकुमार शर्मा ने बताया कि मोहिनी एकादशी का व्रत रखने और उस दिन विधि विधान से भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना करने से व्यक्ति कई जन्मों के पाप से मुक्त हो जाता है. साथ ही सुख, समृद्धि, वैभव, यश और आर्थिक संपन्नता की प्राप्ति होती है. उन्होंने बताया कि इस दिन ब्राह्मण व जरूरतमंद लोगों को जल, अन्न और वस्त्र आदि दान करना चाहिए. इस तिथि की इतनी महिमा है कि गीता में स्वयं भगवान श्रीकृष्ण ने कहा है कि तिथियों में मैं एकादशी तिथि हूं.
- एकादशी तिथि शनिवार, 18 मई की सुबह 11:23 बजे से शुरू होगी.
- वहीं रविवार, 19 मई की दोपहर 01:50 बजे मोहिनी एकादशी तिथि समाप्त हो जाएगी.
- उदया तिथि के अनुसार मोहिनी एकादशी का व्रत 19 मई 2024 को रखा जाएगा.
मोहिनी एकादशी पर बरतें ये सावधानियां-
- एकादशी के दिन तामसिक भोजन का सेवन न करें.
- ब्रह्मचर्य का पालन करें
- वाणी पर नियंत्रण रखें और किसी को अपशब्द न कहें
- किसी भी व्यक्ति पर क्रोध न करें.
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