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खरमास में न करें ये शुभ कार्य, इन कार्यों को करने से होगी विशेष पुण्य की प्राप्ति - kharmas 2024 and its precautions

Kharmas 2024: खरमास के दौरान जहां कुछ कार्यों को करने की मनाही होती है, वहीं कुछ शुभ कार्य जैसे हवन, पूजन करने का विशेष पुण्य भी मिलता है. आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से..

kharmas 2024 and its precautions
kharmas 2024 and its precautions
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Mar 15, 2024, 4:41 PM IST

ज्योतिषाचार्य शिवकुमार शर्मा

नई दिल्ली/गाजियाबाद: हिंदू धर्म में खरमास में कोई भी शुभ कार्य करना वर्जित बताया गया है. खर का अर्थ होता है दूषित और मास का अर्थ होता है महीना. ज्योतिषाचार्य शिवकुमार शर्मा ने बताया कि जब सूर्य, धनु और मीन राशि में प्रवेश करते हैं तब खरमास लगता है. इस साल खरमास 14 मार्च से शुरू हो गया है, जो 13 अप्रैल को समाप्त होगा. इसके बाद सभी तरह के शुभ कार्य किए जा सकेंगे.

इस दौरान विवाह गृह प्रवेश, घर की नींव रखने और भूमि पूजन करने के लिए शुभ नहीं माना. हालांकि, इस अवधि में हवन, पूजन आदि धार्मिक कार्य किए जा सकते हैं. पंचांग के अनुसार, गुरुवार 14 मार्च को रात 12:24 बजे सूर्य देव कुंभ राशि से निकलकर मीन राशि में प्रवेश कर गए. वहीं शनिवार, 13 अप्रैल को रात 9:03 बजे तक सूर्य देव मीन राशि में ही रहेंगे. इसके बाद वह मेष राशि में प्रवेश करेंगे और खरमास समाप्त हो जाएगा.

यह भी पढ़ें-होली पर दिल्ली रूट के यात्रियों को बड़ी राहत, चलेंगी 26 विशेष ट्रेनें

जरूर करें दान: खरमास के दौरान दान करने का विशेष महत्व बताया गया है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, खरमास में दान करने से किसी तीर्थ स्थान पर जाने का पुण्य प्राप्त होता है. वहीं, खरमास के दौरान व्रत करने से व्यक्ति को सभी तरह के पापों से मुक्ति मिलती है. इस दौरान गरीबों और जरूरतमंद लोगों को अन्न, धन या वस्त्र का दान करना चाहिए. साथ ही अपने सामर्थ्य के अनुसार गौ सेवा आदि भी करना चाहिए.

Disclaimer: खबर धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है और ईटीवी भारत किसी भी जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले विशेषज्ञ से राय अवश्य लें.

यह भी पढ़ें-CAA लागू होने के बाद पाकिस्तान और अफगानिस्तान से आए हिंदू शरणार्थियों ने बीजेपी नेताओं के साथ खेली होली

ज्योतिषाचार्य शिवकुमार शर्मा

नई दिल्ली/गाजियाबाद: हिंदू धर्म में खरमास में कोई भी शुभ कार्य करना वर्जित बताया गया है. खर का अर्थ होता है दूषित और मास का अर्थ होता है महीना. ज्योतिषाचार्य शिवकुमार शर्मा ने बताया कि जब सूर्य, धनु और मीन राशि में प्रवेश करते हैं तब खरमास लगता है. इस साल खरमास 14 मार्च से शुरू हो गया है, जो 13 अप्रैल को समाप्त होगा. इसके बाद सभी तरह के शुभ कार्य किए जा सकेंगे.

इस दौरान विवाह गृह प्रवेश, घर की नींव रखने और भूमि पूजन करने के लिए शुभ नहीं माना. हालांकि, इस अवधि में हवन, पूजन आदि धार्मिक कार्य किए जा सकते हैं. पंचांग के अनुसार, गुरुवार 14 मार्च को रात 12:24 बजे सूर्य देव कुंभ राशि से निकलकर मीन राशि में प्रवेश कर गए. वहीं शनिवार, 13 अप्रैल को रात 9:03 बजे तक सूर्य देव मीन राशि में ही रहेंगे. इसके बाद वह मेष राशि में प्रवेश करेंगे और खरमास समाप्त हो जाएगा.

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जरूर करें दान: खरमास के दौरान दान करने का विशेष महत्व बताया गया है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, खरमास में दान करने से किसी तीर्थ स्थान पर जाने का पुण्य प्राप्त होता है. वहीं, खरमास के दौरान व्रत करने से व्यक्ति को सभी तरह के पापों से मुक्ति मिलती है. इस दौरान गरीबों और जरूरतमंद लोगों को अन्न, धन या वस्त्र का दान करना चाहिए. साथ ही अपने सामर्थ्य के अनुसार गौ सेवा आदि भी करना चाहिए.

Disclaimer: खबर धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है और ईटीवी भारत किसी भी जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले विशेषज्ञ से राय अवश्य लें.

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