नई दिल्ली/गाजियाबाद: हिंदू धर्म में खरमास में कोई भी शुभ कार्य करना वर्जित बताया गया है. खर का अर्थ होता है दूषित और मास का अर्थ होता है महीना. ज्योतिषाचार्य शिवकुमार शर्मा ने बताया कि जब सूर्य, धनु और मीन राशि में प्रवेश करते हैं तब खरमास लगता है. इस साल खरमास 14 मार्च से शुरू हो गया है, जो 13 अप्रैल को समाप्त होगा. इसके बाद सभी तरह के शुभ कार्य किए जा सकेंगे.
इस दौरान विवाह गृह प्रवेश, घर की नींव रखने और भूमि पूजन करने के लिए शुभ नहीं माना. हालांकि, इस अवधि में हवन, पूजन आदि धार्मिक कार्य किए जा सकते हैं. पंचांग के अनुसार, गुरुवार 14 मार्च को रात 12:24 बजे सूर्य देव कुंभ राशि से निकलकर मीन राशि में प्रवेश कर गए. वहीं शनिवार, 13 अप्रैल को रात 9:03 बजे तक सूर्य देव मीन राशि में ही रहेंगे. इसके बाद वह मेष राशि में प्रवेश करेंगे और खरमास समाप्त हो जाएगा.
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जरूर करें दान: खरमास के दौरान दान करने का विशेष महत्व बताया गया है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, खरमास में दान करने से किसी तीर्थ स्थान पर जाने का पुण्य प्राप्त होता है. वहीं, खरमास के दौरान व्रत करने से व्यक्ति को सभी तरह के पापों से मुक्ति मिलती है. इस दौरान गरीबों और जरूरतमंद लोगों को अन्न, धन या वस्त्र का दान करना चाहिए. साथ ही अपने सामर्थ्य के अनुसार गौ सेवा आदि भी करना चाहिए.
Disclaimer: खबर धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है और ईटीवी भारत किसी भी जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले विशेषज्ञ से राय अवश्य लें.
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