बगहा: बिहार के बगहा का वाल्मीकिनगर नागलोक बन गया है. आए दिन यहां अजगर समेत जहरीले सांप निकल रहे हैं. एक दिन में रसेल वाइपर और किंग कोबरा का रिहायशी इलाके में निकलना इसका सबसे बड़ा उदाहरण है. ये दो ऐसे जहरीले सांप हैं, जिनका एंटीवेनम उपलब्ध नहीं है. ऐसे में यदि ये सांप डंस ले तो इंसान पानी भी नहीं मांग सकता. ये किंग कोबरा तो इतना भयानक है कि इंसान तो इंसान ये दूसरे सांपों के लिए भी खतरनाक नजर आ रहा है.
घर में घुसा विशालकाय किंग कोबरा: दरअसल ऐसे में सांप ठंड के दिनों में गर्म जगह की तलाश में रहते हैं. लिहाजा अजगर समेत विषैले सांप रिहायशी क्षेत्र के घरों की तरफ रुख कर रहे हैं. मामला लक्ष्मीपुर गांव का है, जहां बुधवार को अब्दुल मियां के घर में एक विशालकाय किंग कोबरा घुस गया. रात के अंधेरे में घर के सदस्यों की नजर विशालकाय सांप पर पड़ी तो दंग रह गए. सभी ने शोर मचाना शुरू किया, जिसे सुन ग्रामीण जमा हो गए और इसकी सूचना वन विभाग को दी गई. सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने सांप का सुरक्षित रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ दिया.
किंग कोबरा के काटने से इतने देर में हो जाती मौत: नेचर एनवायरनमेंट वाइल्ड लाइफ सोसायटी के प्रोजेक्ट मैनेजर अभिषेक ने बताया कि, ''किंग कोबरा अमूमन 14 से 19 फीट तक का हो सकता है. यह इतना जहरीला होता है कि काटने के आधे घंटे के भीतर इंसान की मौत हो जाती है. यह सांप एक बार में 420 मिली ग्राम तक जहर छोड़ सकता है. इतना ही नहीं यह इंसान को तो डंसता ही है, दूसरे अन्य सांपों को भी निगल जाता है. इसका रेस्क्यू करना काफी मुश्किल होता है.''
"रेस्क्यू के लिए यदि जुगाड़ तकनीक या सही इक्विपमेंट नहीं हो तो किंग कोबरा फुर्ती से हमला कर सकता है. साथ ही बिना सही इक्विपमेंट के रेस्क्यू करने पर किंग कोबरा की जान पर आफत बन आती है. क्योंकि सहजता से रेस्क्यू नहीं करने पर उसके रीढ़ की हड्डी टूट जाती है और यह तीन से चार दिनों के भीतर मर जाता है." - अभिषेक, प्रोजेक्ट मैनेजर, नेचर एनवायरनमेंट वाइल्ड लाइफ सोसायटी
रसेल वाइपर का हुआ रेस्क्यू: बुधवार को वाल्मीकिनगर से सटे हवाई अड्डा के पास विश्व के सबसे खतरनाक सांपों में से एक रसेल वाइपर का सफल रेस्क्यू किया गया. बताया जा रहा है कि यह सांप स्कूल में घुसने की फिराक में था, तभी लोगों की नजर उस पर पड़ गई. जिसके बाद लोगों ने सांप की पहचान कर इसकी सूचना वन विभाग को दी. सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने सांप का सफलतापूर्वक रेस्क्यू कर घने जंगल में छोड़ दिया.
रसेल वाइपर के काटने से ऐसे होती है मौत: वन्य जीवों के विशेषज्ञों के मुताबिक रसेल वाइपर के काटने से शीघ्र मौत नहीं होती है. जैसे-जैसे उसका जहर शरीर में फैलता जाता है, वैसे ही इंसान के शरीर के विभिन्न अंग प्रभावित होते जाते हैं और अंत में उसकी मौत हो जाती है. इसका इलाज स्थानीय अस्पतालों में संभव नहीं है क्योंकि इसका एंटीवेनम उपलब्ध नहीं है. वाल्मीकिनगर में इस सांप के द्वारा काटी गई दो महिलाओं का इलाज झारखंड और कोलकाता में चल रहा है. लंबा समय बीत जाने के बावजूद अभी तक मरीज पूरी तरह से ठीक नहीं हुए हैं.
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