जयपुर: राजधानी जयपुर की मुहाना थाना पुलिस ने अपहरण कर फिरौती मांगने की वारदात का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने युवक का अपहरण करके 10 लाख रुपए की फिरौती मांगी थी. मौज मस्ती और शौक पूरे करने के लिए अपहरण की साजिश रची गई थी. पुलिस ने वारदात के उपयोग में लिया गया वाहन भी जब्त कर लिया है. शनिवार को पुलिस ने आरोपी लोकेश, प्रेम गुप्ता और उमेश कुमावत को गिरफ्तार किया है.
डीसीपी साउथ दिगंत आनंद के मुताबिक 19 दिसंबर को रात के समय मुहाना इलाके के सुमेर नगर से अज्ञात लोगों ने रेस्टोरेंट में काम करने वाले कर्मचारी का अपहरण कर लिया था. व्हाट्सएप पर कॉल करके रेस्टोरेंट मालिक से 10 लाख रुपए की फिरौती मांगी. धमकी दी कि फिरौती की रकम नहीं दी, तो जान से मार देंगे. रेस्टोरेंट पर काम करने वाले कर्मचारियों के अपहरण करके फिरौती मांगने की वारदात को गंभीरता से लेते हुए एडिशनल डीसीपी साउथ ललित शर्मा और एसीपी मानसरोवर आदित्य काकडे के निर्देशन में मुहाना थाना अधिकारी मदनलाल के नेतृत्व में स्पेशल टीम गठित की गई.
पुलिस की स्पेशल टीमों ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरो के फुटेज खंगाले. वहीं तकनीकी सहायता के आधार पर आरोपियों का सुराग लगाया. पुलिस ने मामले में सफलता हासिल करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी लोकेश, प्रेम गुप्ता और उमेश कुमावत को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस की जांच पड़ताल में सामने आया है कि आरोपियों ने रेस्टोरेंट पर काम करने वाले कर्मचारी मनीष चौधरी का अपहरण करके 10 लाख रुपए की फिरौती मांगी. फिरौती नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी. पुलिस ने 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरो के फुटेज खंगाले.
सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी सहायता के आधार पर आरोपियों का पता लगाया. आरोपी कर्मचारी का अपहरण करके बोलेरो गाड़ी में डालकर दोसा की तरफ ले गए थे. पुलिस की टीम ने पीछा करते हुए आरोपियों के दौसा के जंगल में छिपने की सूचना मिलते ही पुलिस ने आरोपियों को चारों तरफ से घेरकर दबोच लिया. अपह्रत व्यक्ति मनीष चौधरी को आरोपियों की कब्जे से आजाद करवाया गया. अन्य आरोपी अंधेरे और जंगल का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गए, जिनकी तलाश की जा रही है.