खूंटीः झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिला के दर्जनों नक्सल और उग्रवाद प्रभावित गांवों में ग्रामीणों द्वारा चलाये जा रहे सेंदरा अभियान को लेकर खूंटी जिला पुलिस अलर्ट है. साथ ही पश्चिमी सिंहभूम से सटे रनिया के बॉर्डर इलाके के ग्रामीणों के इस अभियान में शामिल होने की सूचना से खूंटी पुलिस की चुनौती बढ़ गयी है.
इस वजह से खूंटी पुलिस लगातार उन इलाकों में गतिविधि बढ़ा दी है. इसी क्रम में गुरूवार को जिला के पुलिस कप्तान अमन कुमार रनिया इलाके का भ्रमण किया. इस दौरान एसपी ने रनिया थाना अंतर्गत खटखुरा पंचयात के केनबांकी गांव और तांबा पंचायत (चाईबासा जिला के सीमावर्ती क्षेत्र) के तांबा गांव में पंचायत प्रतिनिधियों की उपस्थिति में ग्रामीणों के साथ बैठक की.
खूंटी एसपी अमन कुमार ने देश के कानूनी प्रावधान और कानूनी कार्रवाई के बारे में ग्रामीणों को जानकारी दी. एसपी ने पश्चिमी सिंहभूम जिला के नक्सल, उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीणों द्वारा अपराधियों एवं उग्रवादियों के विरुद्ध चलाये जा रहे सेंदरा अभियान को लेकर चर्चा की. साथ ही अपील करते हुए कहा कि उग्रवादियों को पकड़ कर (सेंदरा) हत्या में शामिल न हों, उग्रवादी, अपराधी, नक्सली की जानकारी होने या पकड़े जाने पर थाना या वरीय पुलिस पदाधिकारी को सूचित करें.
एसपी ने कहा कि किसी को पकड़ कर मारना कानूनन गलत है, ग्रामीण ऐसी किसी गतिविधि में शामिल न हों. साथ ही साथ एसपी अमन कुमार ने ग्रामीणों से अफीम-पोस्ता, गांजा इत्यादि मादक पदार्थो कि खेती नहीं करने, उनसे होने वाले नुकसान एवं कानूनी कार्रवाई के बारे में जानकारी ग्रामीणों को दी गयी.
इसे साथ ही डायन प्रथा जैसे अंधविश्वास, बाल मजदूरी, बाल व्यापार, यातायात नियमों का पालन करने, वाहन चलाते समय हेलमेट पहनने, पुलिस से मदद पाने के लिए डायल-112, साइबर ठगी का शिकार होने पर 1930 पर फोन कर शिकायत दर्ज कराने कि अपील की. इस बैठक में पुलिस एवं जनता बीच आपसी विश्वास को मजबूत करने के लिये आमजन से सुझाव भी लिया गया तथा उनकी समस्या से अवगत होते हुए समाधान का प्रयास किया गया.
खूंटी एसपी अमन कुमार ने कहा कि खूंटी के बॉर्डर इलाके के ग्रामीण सेंदरा अभियान में शामिल होने की सूचना नहीं है. कुछ प्रधान से जानकारी मिली है कि उधर के गांव के लोगों ने रनिया बॉर्डर इलाके के लोगों को बैठक में शामिल होने के लिए बुलाया गया था लेकिन किसी के शामिल होने की सूचना नहीं है. मै खुद ग्रामीणों के बीच रहकर उनसे बात की और बताया कि सेंदरा अभियान कानून गलत है, इसमे कड़ी कार्रवाई का प्रावधान है.
एसपी ने बताया कि खूंटी जिला के बॉर्डर इलाके में विशेष चौकसी बरती जा रही है. इस बाबत थाना प्रभारियों को विशेष निर्देश दिया गया है. पूर्व में क्षेत्र पीएलएफआई का गढ़ भले ही माना जाता था लेकिन वर्तमान में कैडर के शीर्ष नक्सलियों के गिरफ्तारी व मारे जाने के बाद से गतिविधि बंद है.
बता दें कि इस बैठक में तोरपा डीएसपी ख्रिस्टोफर केरकेट्टा, इंस्पेक्टर अशोक कुमार सिंह समेत रनिया थाना प्रभारी विकास कुमार जायसवाल उपस्थित रहे. इसके अलावा खटखुरा मंजू सुरीन, ग्राम प्रधान केनबांकी सोमा मुंडा, वार्ड मेंबर तथा सुषमा डहंगा, मुखिया, तांबा पंचायत तथा दोनों गांव के अन्य ग्राम प्रधान शामिल रहे.
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