यमुनानगर: खेड़ी लक्खासिंह गांव में हुए शूटआउट के तीसरे घायल अर्जुन उन्हेड़ी ने भी पीजीआई चंडीगढ़ में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया, जिससे इस हमले में मृतकों की संख्या बढ़कर तीन हो गई है. इससे पहले वीरेंद्र राणा और पंकज मलिक की गुरुवार को जिम के बाहर नकाबपोश बदमाशों की ओर से की गई ताबड़तोड़ फायरिंग में मौके पर ही मौत हो गई थी. इस हमले की जिम्मेदारी गोल्डी बराड़ और काला राणा ग्रुप ने ली है. अर्जुन के शव को पोस्टमार्टम के बाद उनके परिजनों को सौंपा जाएगा.
60 से ज्यादा राउंड हुए फायर : दरअसल, वीरवार सुबह खेड़ी लक्खासिंह गांव में जिम से बाहर निकलते ही शराब ठेकेदार अर्जुन उन्हेड़ी, पंकज मलिक और वीरेंद्र राणा पर नकाबपोश बदमाशों ने 60 से अधिक राउंड फायरिंग की. फायरिंग में पंकज और वीरेंद्र की मौके पर ही मौत हो गई. अर्जुन गंभीर रूप से घायल हुआ, जिसे पीजीआई चंडीगढ़ रेफर किया गया, जहां चार दिन बाद उसने भी दम तोड़ दिया.
पुलिस ने क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ाई : इस घटना से मृतकों के परिजनों में शोक और गांव में दहशत का माहौल है. जांच अधिकारी ने बताया कि लक्खासिंह खेड़ी में हुए गोलीकांड में घायल तीसरे व्यक्ति की भी PGI चंडीगढ़ में मौत हो गई है. अर्जुन का शव यमुनानगर सिविल हॉस्पिटल से पोस्टमार्टम के बाद उनके परिवार को सौंपा जाएगा. पुलिस ने क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ा दी है.
हमले का कारण आपसी रंजिश : पुलिस जांच और कार्रवाई में हमले के बाद पुलिस ने घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए और संदिग्ध हमलावरों की तलाश में छापेमारी की गई. प्राथमिक जांच में ये खुलासा हुआ कि हमले का कारण आपसी रंजिश और गैंगवार है. गोल्डी बराड़ और काला राणा ग्रुप की ओर से जिम्मेदारी लेने के बाद पुलिस इस हमले के पीछे के कारणों और गैंगवार की गहराई से जांच कर रही है.
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