ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि मार्च के महीने में 14 मार्च से खरमास (Kharmas 2024) की शुरुआत हो जाएगी. जब सूर्य मीन राशि में प्रवेश करेंगे, उस दिन से खरमास भी शुरू हो जाएगा. इसे मीन संक्रांति के नाम से भी जाना जाता है और जब खरमास की शुरुआत हो जाती है, तो सभी तरह के शुभ कार्यक्रम पर बैन लग जाता है या यूं कहें कि सभी तरह के शुभ मांगलिक कार्यक्रम बंद हो जाते हैं.
नहीं होते शुभ व मांगलिक कार्य
कोई भी व्यक्ति खरमास में किसी भी तरह के मांगलिक और शुभ कार्य नहीं करता. ऐसे में 14 मार्च से खरमास शुरू होने पर सभी तरह के मांगलिक कार्य 13 अप्रैल तक नहीं होंगे. 13 अप्रैल के बाद फिर से विवाह और शुभ कार्यक्रम की शुरुआत हो जाएगी.
खरमास में क्या करें क्या न करें ?
ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री कहते हैं कि खरमास की जब शुरुआत हो जाती है, तो खरमास के महीने में देवता, वेद, ब्रह्म, गुरु, गाय साधु संन्यासियों की पूजा और सेवा करनी चाहिए. कोशिश करें कि खरमास में एक वक्त का खाना खाएं. कई लोग खरमास के महीने में जमीन पर सोना पसंद करते हैं और खरमास में मांगलिक कार्यक्रम करने से भी बचते हैं, क्योंकि खरमास में मांगलिक कार्य करना अशुभ माना जाता है.
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खरमास में ये कार्य भूलकर भी न करें
खरमास में मांगलिक विवाह, शुभ कार्य, मुंडन संस्कार नहीं करना चाहिए. नया घर बनाने की शुरुआत भी खरमास में भूलकर भी नहीं करनी चाहिए. कोई भी व्यापार का मुहूर्त खरमास में न बनाएं, अपने घर में ही रहें. शास्त्रों में लिखा है कि खरमास में मोटे अनाज का सेवन करें, जिससे शरीर स्वस्थ रहता है.