खरगोन : डॉगी और बंदर की अनोखी दोस्ती इन दिनों खरगोन में चर्चा का विषय बनी हुई है. मॉर्निंग वॉक करने वाले लोग और शाम को ट्यूशन जाने वाले बच्चे इन दोनों को आपस में मस्ती करते देख वहीं थम जाते हैं. दोनों कुछ इस तरह से खेलते नजर आते हैं कि तय करना मुश्किल हो जाता है कि कौन डॉग है और कौन बंदर. डॉग और बंदर की इस अनोखी दोस्ती के वीडियो भी जमकर वायरल हो रहे हैं. ये नजारा है खरगोन के ओल्ड कलेक्टर ऑफिस गार्डन का.
डॉग और बंदर होते हैं एक दूसरे के दुश्मन, लेकिन ये दोस्ती है अजीब
आमतौर पर आप सभी ने बंदर और डॉग की दोस्ती की कहानी फिल्मों में या फिर सर्कस में देखी होगी लेकिन रियल लाइफ में डॉग और बंदर एक दूसरे के दुश्मन के तौर पर जाने जाते हैं. बंदर और डॉग का आमना-सामना हो जाए तो दोनों एक दूसरे पर हमला करने की कोशिश करते हैं. वहीं, खरगोन के ओल्ड कलेक्टर ऑफिस के बाहर का नजारा बिलकुल उलट है. यहां बंदर और कुत्ते की इस प्रकार की अनोखी दोस्ती एक मिसाल बनी हुई है.
ये सर्कस नहीं असली दोस्ती है
अक्सर बंदर और डॉग को ऐसे मस्ती करते हुए लोग सर्कस में ही देख पाते हैं, जिन्हें साथ रहने की काफी ट्रेनिंग दी जाती है. लेकिन रियल लाइफ में ऐसा नजरा देखना आम बात नही है. यहां से गुजरने वाले लोग यह दृश्य देख कर चकित रह जाते हैं. कई बार बंदर डॉग पर बैठकर उसकी सवारी करता हुआ नजर आता है, तो कभी बंदर के ऊपर डॉग बैठ जाता है. पूरे पार्क में दोनों छोटे बच्चों की तरह खेलते नजर आते हैं.
बंदर की गैंग नहीं करती डॉग पर हमला
सबसे हैरान करने वाली बात ये है कि इस अनोखी दोस्ती की वजह से बंदर की गैंग सिर्फ इस डॉग पर हमला नहीं करती. बंदर के बाकी साथी भी इस पार्क में नजर आते हैं, पर कोई भी बंदर डॉग को नुकसान नहीं पहुंचाता. शायद बंदर इस बात का ख्याल रखता है कि उसके दोस्त को कोई चोट न पहुंचे या फिर बंदरों की गैंग इस डॉग को अपने जैसा ही मानने लगी है. कारण जो भी हो पर ये याराना इन दिनों खरगोन में चर्चा का विषय बना हुआ है.
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