पन्ना : पन्ना छतरपुर मार्ग पर स्थित केन नदी खतरे के निशान को कभी भी छू सकती है. पुल पर लगे वॉटर लेवल मीटर पर लगातार जलस्तर बढ़ता दिख रहा है. बता दें कि रविवार को 10 मिनट के अंदर तेज बहाव के कारण केन नदी का जलस्तर दो से चार सेंटीमीटर बढ़ता नजर आया. केन नदी का जलस्तर अब खतरे के निशान से एक मीटर ही नीचे रह गया है. लगातार हो रही भारी बारिश से अनुमान लगाया जा रहा है कि केन नदी खतरे के निशान से कभी भी ऊपर जा सकती है, इससे आसपास लगे गांवों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है.
ग्रामीणों को याद आया साल 2005
स्थानीय निवासी गोकुल प्रसाद रैकवार ने ईटीवी भारत से कहा, '' पिछली रात से लगातार हो रही बारिश के कारण नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और आसपास लगे गांव में बाढ़ का खतरा गहरा रहा है. 2005 में लगातार बारिश से नदी का जलस्तर बढ़ गया था और पानी पुल के ऊपर से बहने लगा जिससे आवाजाही भी रोक दी गई थी. इसके बाद आई बाढ़ से पूरा गांव ही बह गया था. इस बार भी अच्छी बारिश हो रही है और नदी खतरे के निशान के ऊपर आ सकती है.''
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पुलिस कर रही निगरानी
पुलिस के मुताबिक केन नदी का जलस्तर अभी खतरे के निशान से 1 मीटर नीचे बह रहा है और पास में लगे गांव हरसा, बगोहा और नहरी पर जाने वाले रास्तों, पन्ना टाइगर रिजर्व के गेट पर ताला लगाकर आवाजाही रोक दी गई है. क्योंकि इन रास्तों में छोटे-छोटे नाले ऊफान पर हैं. ऐसे में पूरे क्षेत्र पर नजर रखी जा रही है और पुलिसकर्मी तैनात हैं. केन नदी पुल पर पानी आते ही, इसे भी बंद कर दिया जाएगा.