नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने तिहाड़ जेल से छूटने के बाद आम आदमी पार्टी मुख्यालय में कार्यकर्ता को संबोधित किया था. उन्होंने प्रदेश की जनता से कहा कि अगर इंडिया गठबंधन की सरकार बनेगी तो दिल्ली को वह पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाएंगे. क्योंकि दिल्ली में केंद्र सरकार काम नहीं करने देती है. जब पूर्ण राज्य का दर्जा दिल्ली के पास होगा तो चुना गया मुख्यमंत्री जनता के हित के लिए सभी कार्य कर पाएगा. ऐसे में पूर्ण राज्य के दर्जे पर प्रदेश की जनता क्या सोचती है इसको लेकर ईटीवी भारत ने लोगों से बातचीत की.
दिल्ली के रहने वाले विजय कुमार ने बताया कि जो केजरीवाल ने पूर्ण राज्य के दर्जे की बात कही है यह पूरी नहीं हो सकती, क्योंकि देश की राजधानी दिल्ली केंद्र शासित प्रदेश है. इतना ही नहीं यह देश की राजधानी भी है. ऐसे में यहां पर किसी भी राज्य सरकार को पूरा अधिकार नहीं दिया जा सकता. यहां पर हरेक देश का दूतावास है. ऐसे में किसी की सुरक्षा से खिलवाड़ नहीं किया जा सकता. केजरीवाल की यह मांग बिलकुल गलत है.
वहीं, शंभू ने बताया कि दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा मिलना चाहिए. अगर पूरा राज्य का दर्जा मिल जाएगा तो कोई काम जनता का नहीं रुकेगा. राकेश रमन नाम के युवक ने बताया कि सीएम केजरीवाल जो मांग की है गलत है. दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा नहीं मिलना चाहिए. दिल्ली में सारा काम केंद्र सरकार करती है. अगर इन लोगों के हाथ में सारा काम आ जाएगा तो फिर दिल्ली बर्बाद हो जाएगी. केजरीवाल अपने लाभ के लिए दिल्ली को पूर्ण राज्य बनाने की मांग कर रहे हैं.
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