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रात भर पैदल चलकर कांवड़ यात्री शिवालयों के पहुंचे नजदीक, आज सावन की शिवरात्रि पर होगा जलाभिषेक - KANWAR YATRA 2024

KANWAR YATRA 2024: दिल्ली गाजियाबाद के बीच कांवड़ मार्ग पर अंधेरा होने के बावजूद भी रात भर चहल पहल रही. कंधे पर कांवड़ लिए बोल बम के नारे लगाते हुए चलते नजर आए, तो कहीं डीजे की धुन पर कांवड़िये थिरकते दिखे.

कांवड़ यात्री शिवालयों के नजदीक पहुंचे
कांवड़ यात्री शिवालयों के नजदीक पहुंचे (Source: ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Aug 2, 2024, 8:12 AM IST

Updated : Aug 2, 2024, 10:24 AM IST

नई दिल्ली: लाखों की संख्या में श्रद्धालु हर साल हरिद्वार से कावड़ लेकर आते हैं और शिवालियों में जलाभिषेक करते हैं. इस बार भी लाखों की संख्या में कांवड़िए कांवड़ लेकर दिल्ली पहुंचे. जो श्रद्धालु पीछे रह गए थे. वह रात भर चले जिससे कि वह समय से पहुचकर शुक्रवार को शिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर जलाभिषेक कर सकें.

कांवड़ यात्री शिवालयों तक पहुंचे (Source: ETV Bharat)

रात के अंधेरे में भी चलते रहे शिव भक्त

बड़ी संख्या में शिव भक्त हरिद्वार से पैदल ही कावड़ लेकर आते हैं. शुक्रवार(आज) शिवरात्रि है. ऐसे में समय पर शिवालयों तक पहुंचने के लिए बृहस्पतिवार रात को भी शिव भक्त कांवड़ लेकर चलते दिखे. दिल्ली गाजियाबाद के बीच कांवड़ मार्ग पर अंधेरा होने के बावजूद भी कांवड़िए कंधे पर कांवड़ लिए बोल बम के नारे लगाते हुए गंतव्य की ओर चलते रहे.

शिविरों में रुके शिव भक्तों से मिलने पहुंचे परिवार के लोग

बड़ी संख्या में कांवड़िए बृहस्पतिवार रात में ही कांवड़ लेकर गंतव्य तक पहुंच गए, जिससे कि शुक्रवार को शिवरात्रि को समय से जलाभिषेक कर सकें. कांवड़ियों के घर के आसपास पहुंचकर शिविरों में रुकने की जानकारी मिलने पर परिवार के भी लोग मिलने के लिए पहुंचे. गाजीपुर बॉर्डर के पास शिविर में रुके रोहित ने बताया कि इससे पहले वह 5 बार कांवड़ ला चुके हैं. उनके माता पिता भी कांवड़ लाने के लिए गए थे. रोहित के कांवड़ लेकर आने की जानकारी मिलते ही उनके परिवार के लोग उनसे मिलने पहुंचे. रोहित ने बताया कि वह परिवार की खुशी के लिए कांवड़ लाते हैं.

दौड़ते हुए डाक कावड़ लेकर पहुंचे समूह

बड़ी संख्या में लोग समूह में डाक कावड़ लेकर आते हैं. इस कावड़ को दौड़ते हुए लाया जाता है. साथ मे वाहन भी होता है. 1 थक जाता है तो दूसरा कांवड़िया कांवड़ लेकर दौड़ते हुए मंजिल की ओर बढ़ता है. समूह के कांवड़िए नवीन विधूड़ी ने बताया कि वह यमनोत्री, गोमुख से डाक कांवड़ लेकर पहुचे. उन्होंने बताया कि देश में शांति और समृद्धि के लिए 17 साल से डाक कांवड़ ला रहे हैं.

शिविरों में भक्ति गीतों पर जमकर नाचे शिव भक्त

कांवड़ लेकर आ रहे शिव भक्तों की सुविधा के लिए जगह-जगह शिविर लगे हैं. वृहस्पतिवार रात शिविरों में भक्ति गीतों की धुन पर शिव भक्त जमकर नाचे. इस दौरान शिव भक्तों में गजब का उत्साह देखने को मिला. शिविरों में कांवड़िए और लोगों की भीड़ रही.

ये भी पढ़ें- श्री दूधेश्वरनाथ महादेव मठ मंदिर में 10 लाख शिवभक्त के पहुंचने की उम्मीद, शुक्रवार को होगी आठ प्रहर की पूजा

ये भी पढ़ें- गाजियाबाद: युवा कांवड़ियों में स्टील के कलश का खूब क्रेज, 11 से 81 लीटर तक जल ले कर चल रहे शिवभक्त

नई दिल्ली: लाखों की संख्या में श्रद्धालु हर साल हरिद्वार से कावड़ लेकर आते हैं और शिवालियों में जलाभिषेक करते हैं. इस बार भी लाखों की संख्या में कांवड़िए कांवड़ लेकर दिल्ली पहुंचे. जो श्रद्धालु पीछे रह गए थे. वह रात भर चले जिससे कि वह समय से पहुचकर शुक्रवार को शिवरात्रि के दिन शिवलिंग पर जलाभिषेक कर सकें.

कांवड़ यात्री शिवालयों तक पहुंचे (Source: ETV Bharat)

रात के अंधेरे में भी चलते रहे शिव भक्त

बड़ी संख्या में शिव भक्त हरिद्वार से पैदल ही कावड़ लेकर आते हैं. शुक्रवार(आज) शिवरात्रि है. ऐसे में समय पर शिवालयों तक पहुंचने के लिए बृहस्पतिवार रात को भी शिव भक्त कांवड़ लेकर चलते दिखे. दिल्ली गाजियाबाद के बीच कांवड़ मार्ग पर अंधेरा होने के बावजूद भी कांवड़िए कंधे पर कांवड़ लिए बोल बम के नारे लगाते हुए गंतव्य की ओर चलते रहे.

शिविरों में रुके शिव भक्तों से मिलने पहुंचे परिवार के लोग

बड़ी संख्या में कांवड़िए बृहस्पतिवार रात में ही कांवड़ लेकर गंतव्य तक पहुंच गए, जिससे कि शुक्रवार को शिवरात्रि को समय से जलाभिषेक कर सकें. कांवड़ियों के घर के आसपास पहुंचकर शिविरों में रुकने की जानकारी मिलने पर परिवार के भी लोग मिलने के लिए पहुंचे. गाजीपुर बॉर्डर के पास शिविर में रुके रोहित ने बताया कि इससे पहले वह 5 बार कांवड़ ला चुके हैं. उनके माता पिता भी कांवड़ लाने के लिए गए थे. रोहित के कांवड़ लेकर आने की जानकारी मिलते ही उनके परिवार के लोग उनसे मिलने पहुंचे. रोहित ने बताया कि वह परिवार की खुशी के लिए कांवड़ लाते हैं.

दौड़ते हुए डाक कावड़ लेकर पहुंचे समूह

बड़ी संख्या में लोग समूह में डाक कावड़ लेकर आते हैं. इस कावड़ को दौड़ते हुए लाया जाता है. साथ मे वाहन भी होता है. 1 थक जाता है तो दूसरा कांवड़िया कांवड़ लेकर दौड़ते हुए मंजिल की ओर बढ़ता है. समूह के कांवड़िए नवीन विधूड़ी ने बताया कि वह यमनोत्री, गोमुख से डाक कांवड़ लेकर पहुचे. उन्होंने बताया कि देश में शांति और समृद्धि के लिए 17 साल से डाक कांवड़ ला रहे हैं.

शिविरों में भक्ति गीतों पर जमकर नाचे शिव भक्त

कांवड़ लेकर आ रहे शिव भक्तों की सुविधा के लिए जगह-जगह शिविर लगे हैं. वृहस्पतिवार रात शिविरों में भक्ति गीतों की धुन पर शिव भक्त जमकर नाचे. इस दौरान शिव भक्तों में गजब का उत्साह देखने को मिला. शिविरों में कांवड़िए और लोगों की भीड़ रही.

ये भी पढ़ें- श्री दूधेश्वरनाथ महादेव मठ मंदिर में 10 लाख शिवभक्त के पहुंचने की उम्मीद, शुक्रवार को होगी आठ प्रहर की पूजा

ये भी पढ़ें- गाजियाबाद: युवा कांवड़ियों में स्टील के कलश का खूब क्रेज, 11 से 81 लीटर तक जल ले कर चल रहे शिवभक्त

Last Updated : Aug 2, 2024, 10:24 AM IST
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