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करोलबाग: मैकेनिक की हत्या एक सप्ताह बाद भी नहीं मिली बॉडी, पुलिस ने तीन लोगों को किया गिरफ्तार

Delhi Crime: करोलबाग इलाके में वर्कशॉप मैकेनिक की हत्या एक सप्ताह बाद भी उसका शव बरामद नहीं किया जा सका है. पुलिस ने मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है.

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Feb 5, 2024, 4:23 PM IST

नई दिल्ली: सेंट्रल दिल्ली के करोलबाग इलाके में एक सप्ताह पहले लापता हुए वर्कशॉप मैकेनिक की बॉडी का अब तक पता नहीं चल सका है. वहीं परिवार वालों की शिकायत और मैकेनिक के साथ काम करने वाले पार्टनर के बयान के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन करते हुए मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. इसकी पुष्टि डीसीपी एम हर्षवर्धन ने की है.

डीसीपी एम हर्षवर्धन ने बताया कि जो गिरफ्तार लोगों की पहचान सोनू सैनी, विनोद उर्फ शेरू और विरेंद्र के रूप में हुई है. इस मामले में चौथे आरोपी की अभी तलाश की जा रही है. पूछताछ में पुलिस को पता चला कि अब्दुल 12 साल से बिरेंद्र के वर्कशॉप पर मैकेनिक रूप में काम कर रहा था. पिछले साल नवंबर में उसे काम से हटा दिया गया. जिसके बाद अब्दुल ने सोनू सैनी के साथ मिलकर बिरेंद्र के वर्क शॉप के पास ही खुद का वर्कशॉप शुरू कर लिया.

लापता मैकेनिक अब्दुल मलिक के परिवार वालों के अनुसार उसका काम को लेकर पुराने वर्कशॉप के मालिक से रंजिश हो गई थी. क्योंकि अब्दुल ने खुद का वर्कशॉप खोल लिया था, जिसकी वजह से पुराने वाले का काम काफी कम हो गया था. इन वजहों से वह अब्दुल को रास्ते से हटाना चाहता था. इसलिए उसने प्लानिंग करके लोहे की रॉड से अब्दुल की हत्या करके उसे नोएडा की एक नदी में फेंक दिया.

यह भी पढ़ें-दो शातिर चोर को दिल्ली पुलिस ने मध्यप्रदेश से गिरफ्तार किया, चोरी का सामान बरामद

पता चला कि वारदात के दौरान अब्दुल मलिक के पार्टनर सोनू को आरोपियों ने जान से मारने की धमकी देकर डराया था. इस कारण उसने कई दिनों तक कुछ जानकारी नहीं दी. गोताखोरों ने कल शाम तक नदी में अब्दुल मलिक का पता लगाने की कोशिश की थी. मृतक के जीजा अब्दुल रहमान ने बताया कि पुलिस ने आज उन लोगों को बॉडी की शिनाख्त के लिए बुलाया है. पता चला कि नदी से दो डेड बॉडी मिली है. आशंका है कि उनमें से एक बॉडी अब्दुल की हो सकती है.

मृतक के परिवार वालों के अनुसार रविवार रात 11 बजे अब्दुल ने पत्नी से बात की. गैरेज की फोटो भी भेजी कि काम ज्यादा है, देर हो जाएगी. लेकिन उसके बाद उसका कुछ पता नहीं चला. सोमवार को अब्दुल के परिजनों ने देशबंधु गुप्ता रोड थाने में जाकर मामले की शिकायत दर्ज कराई.

परिवार वालों का आरोप है कि जब दो दिन तक पुलिस ने मामले में कोई रुचि नहीं दिखाई तो उन्होंने अपने स्तर पर छानबीन शुरू की. अब्दुल मलिक के पार्टनर सोनू ने पूछताछ में परिवार को बताया कि उसे रविवार की रात कुछ लोग साथ में खाने-पीने के लिए ले गए थे. फिर लोहे की रॉड से उस पर हमला करके बॉडी को नदी में फेंक दिया. इसके बाद परिवार वाले पुलिस के पास गए और उन्हें इस बारे में जानकारी दी. पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को हिरासत में लिया. मुख्य आरोपी, जिसने लोहे की रॉड से हमला किया था वह फरार है.

यह भी पढ़ें-अंतरराष्ट्रीय फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़, एप्पल और माइक्रोसॉफ्ट का कर्मचारी बताकर USA के लोगों से करते थे ठगी

नई दिल्ली: सेंट्रल दिल्ली के करोलबाग इलाके में एक सप्ताह पहले लापता हुए वर्कशॉप मैकेनिक की बॉडी का अब तक पता नहीं चल सका है. वहीं परिवार वालों की शिकायत और मैकेनिक के साथ काम करने वाले पार्टनर के बयान के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन करते हुए मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. इसकी पुष्टि डीसीपी एम हर्षवर्धन ने की है.

डीसीपी एम हर्षवर्धन ने बताया कि जो गिरफ्तार लोगों की पहचान सोनू सैनी, विनोद उर्फ शेरू और विरेंद्र के रूप में हुई है. इस मामले में चौथे आरोपी की अभी तलाश की जा रही है. पूछताछ में पुलिस को पता चला कि अब्दुल 12 साल से बिरेंद्र के वर्कशॉप पर मैकेनिक रूप में काम कर रहा था. पिछले साल नवंबर में उसे काम से हटा दिया गया. जिसके बाद अब्दुल ने सोनू सैनी के साथ मिलकर बिरेंद्र के वर्क शॉप के पास ही खुद का वर्कशॉप शुरू कर लिया.

लापता मैकेनिक अब्दुल मलिक के परिवार वालों के अनुसार उसका काम को लेकर पुराने वर्कशॉप के मालिक से रंजिश हो गई थी. क्योंकि अब्दुल ने खुद का वर्कशॉप खोल लिया था, जिसकी वजह से पुराने वाले का काम काफी कम हो गया था. इन वजहों से वह अब्दुल को रास्ते से हटाना चाहता था. इसलिए उसने प्लानिंग करके लोहे की रॉड से अब्दुल की हत्या करके उसे नोएडा की एक नदी में फेंक दिया.

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पता चला कि वारदात के दौरान अब्दुल मलिक के पार्टनर सोनू को आरोपियों ने जान से मारने की धमकी देकर डराया था. इस कारण उसने कई दिनों तक कुछ जानकारी नहीं दी. गोताखोरों ने कल शाम तक नदी में अब्दुल मलिक का पता लगाने की कोशिश की थी. मृतक के जीजा अब्दुल रहमान ने बताया कि पुलिस ने आज उन लोगों को बॉडी की शिनाख्त के लिए बुलाया है. पता चला कि नदी से दो डेड बॉडी मिली है. आशंका है कि उनमें से एक बॉडी अब्दुल की हो सकती है.

मृतक के परिवार वालों के अनुसार रविवार रात 11 बजे अब्दुल ने पत्नी से बात की. गैरेज की फोटो भी भेजी कि काम ज्यादा है, देर हो जाएगी. लेकिन उसके बाद उसका कुछ पता नहीं चला. सोमवार को अब्दुल के परिजनों ने देशबंधु गुप्ता रोड थाने में जाकर मामले की शिकायत दर्ज कराई.

परिवार वालों का आरोप है कि जब दो दिन तक पुलिस ने मामले में कोई रुचि नहीं दिखाई तो उन्होंने अपने स्तर पर छानबीन शुरू की. अब्दुल मलिक के पार्टनर सोनू ने पूछताछ में परिवार को बताया कि उसे रविवार की रात कुछ लोग साथ में खाने-पीने के लिए ले गए थे. फिर लोहे की रॉड से उस पर हमला करके बॉडी को नदी में फेंक दिया. इसके बाद परिवार वाले पुलिस के पास गए और उन्हें इस बारे में जानकारी दी. पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को हिरासत में लिया. मुख्य आरोपी, जिसने लोहे की रॉड से हमला किया था वह फरार है.

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